ये 10 रेलवे स्टेशन देंगे एयरपोर्ट को टक्कर, 3 साल में होंगे तैयार

मोदी सरकार भारतीय रेलवे को नया रूप देने में जुटी हुई है. इसके लिए भारतीय रेलवे सुरक्षा मानकों के लिए नई तकनीक अपनाने के साथ ही रेलवे स्टेशनों का पुनर्रविकास करने में भी जुटी हुई है.

Advertisement
प्रतिकात्मक फोटो प्रतिकात्मक फोटो

विकास जोशी

  • ,
  • 14 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 3:01 PM IST

मोदी सरकार भारतीय रेलवे को नया रूप देने में जुटी हुई है. इसके लिए भारतीय रेलवे सुरक्षा मानकों के लिए नई तकनीक अपनाने के साथ ही रेलवे स्टेशनों का पुनर्रविकास कर रही है. इसी के तहत अगले तीन साल के भीतर देश के 10 रेलवे स्टेशनों को एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं से लैस किया जाएगा. 2020 तक ये सभी रेलवे स्टेशन एयरपोर्ट की तरह नजर आने लगेंगे.

Advertisement

सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन (NBCC) को इन रेलवे स्टेशनों को एयरपोर्ट सी सुविधाओं से लैस करेन का जिम्मा सौंपा गया है. कंपनी को यह काम 2020 तक निपटाना होगा. इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट  के मुताबिक इन रेलवे स्टेशनों का पुनर्रविकास करने में 5000 करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे.

ये रेलवे स्टेशन हैं शामिल

2020 तक जिन रेलवे स्टेशनों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा. इसमें दिल्ली का सराय रोहिल्ला रेलवे स्टेशनल, लखनऊ, गोमती नगर, कोटा, तिरुपती, नेल्लोर, एर्नाकुलम, पुडूचेरी, मडगांव और ठाणे रेलवे स्टेशन शामिल है.

इन रेलवे स्टेशनों को एयरपोर्ट की तर्ज पर तैयार किया जाएगा. इसका मतलब यह है कि जो भी सुविधाएं आपको एयरपोर्ट पर मिलती हैं, वही सब सुविधाएं आपको इन रेलवे स्टेशनों पर भी मिलेंगी.

इस योजना का क्रियान्वयन करने के लिए भारतीय रेल और एनबीसीसी के बीच समझौता ज्ञापन हो चुका है. वैसे तो परियोजना की समय सीमा तीन साल रखी गई है, लेकिन एनबीसीसी इन्हें अगले ढाई साल में ही पूरा कर लेना चाहती है.

Advertisement

एनबीसीसी के चेयरमैन के हवाले से अखबार ने लिखा है कि इनमें से कुछ स्टेशनों पर इसी साल दिसंबर से काम शुरू हो जाएगा. इसके अलावा कुछ एक पर जनवरी से भी काम शुरू हो सकता है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement