क्या पार्किंग की बिक्री से पता चलता है रियल एस्टेट प्रोजेक्ट फेल होगा या पास?

अगर आप कोई ऐसी जगह देख रहे हैं जहां अभी सड़कें, मेट्रो या मॉल बनने में बहुत समय लगेगा, और फिर भी लोग वहाँ पार्किंग जल्दी-जल्दी खरीद रहे हैं, तो यह भरोसे का संकेत है.

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घर खरीदने से पहले पार्किंग की जानकारी है जरूरी घर खरीदने से पहले पार्किंग की जानकारी है जरूरी

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 10 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 11:14 AM IST

भारत के रियल एस्टेट बाजार में निवेश के फैसले अक्सर संपत्ति की दर, स्थान और निर्माण की समय-सीमा जैसे पारंपरिक कारकों पर आधारित होते हैं. लेकिन अब, एक प्रमुख रियल एस्टेट सलाहकार इस धारणा को चुनौती दे रहे हैं और निवेशकों को एक अप्रत्याशित लेकिन महत्वपूर्ण संकेत पर ध्यान देने की सलाह दे रही हैं.

रियल एस्टेट सलाहकार ऐश्वर्या श्री कपूर का कहना है कि अगर आप जानना चाहते हैं कि कोई रियल एस्टेट प्रोजेक्ट सफल होगा या विफल तो केवल फ्लोर प्लान न पूछें, बल्कि, यह पूछें कि पार्किंग कौन खरीद रहा है. थ्रेड्स पर एक वायरल पोस्ट में, कपूर ने दावा किया कि जहां अधिकांश खरीदार दरों और कब्ज़े की तारीखों पर ध्यान देते हैं, वहीं "असली संकेत पार्किंग है." उनके अनुसार, पार्किंग की बिक्री की गति यह बता सकती है कि खरीदार अंतिम-उपयोगकर्ता हैं या केवल निवेशक, और उनका इरादा संपत्ति को लंबी अवधि तक रखने का है या नहीं.

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पार्किंग क्यों हैं जरूरी?

कपूर ने लिखा, "न कीमत, न ज़ोनिंग और न ही कारपेट एरिया. रियल एस्टेट में सबसे अधिक अनदेखा किया जाने वाला संकेत क्या है? पार्किंग." कपूर के लिए, पार्किंग स्थल केवल कंक्रीट के स्लैब से कहीं अधिक हैं. वे इस बात के शांत संकेतक हैं कि खरीदार वास्तव में क्या मानते हैं. उन्होंने समझाया, "पार्किंग की गति आपको बताती है कि कितने खरीदार अंतिम-उपयोगकर्ता हैं, कितने किराए पर देने की योजना बना रहे हैं, और कितने लॉन्ग टर्म होल्ड की उम्मीद करते हैं. 

कपूर बताती हैं कि अगर आप ऐसे इलाके में कोई प्रॉपर्टी देख रहे हैं जहां अभी सड़कें, मेट्रो या बड़े बाज़ार बनने में बहुत समय लगने वाला है, और फिर भी लोग पार्किंग जल्दी-जल्दी खरीद रहे हैं, तो यह एक अच्छा संकेत है. उनका कहना है कि, "जब पार्किंग तेज़ी से बिकती है," तो इसका मतलब है कि निवेशकों को इस इलाके के भविष्य पर पूरा भरोसा है. यह दिखाता है कि लोग मानते हैं कि यह इलाका बेहतर बनेगा और यहां प्रॉपर्टी की कीमतें बढ़ेंगी. 

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वहीं कपूर चेतावनी देती हैं कि जो इलाके पूरी तरह से विकसित हो चुके हैं, वहां अगर आपको रियायती दर पर या फ्लैट के साथ मुफ़्त में पार्किंग मिल रही है, तो यह खतरे की घंटी है. इसका मतलब यह हो सकता है कि वहां वास्तविक खरीदारों की रुचि कम है.या फिर उस जगह केवल निवेशक ही निवेशक हैं, जो तुरंत किराया चाहते हैं. यह किराये पर रहने वालों की कम गुणवत्ता का भी संकेत हो सकता है. कपूर कहती हैं, पार्किंग आज के बारे में नहीं है. यह इस बारे में है कि कल कौन रुकेगा.

वह सलाह देती हैं कि "अगली बार जब आप कोई नया प्रोजेक्ट देखें, तो सिर्फ फ्लोर प्लान मत पूछिए, यह पूछिए कि अतिरिक्त पार्किंग कौन खरीद रहा है और यह भी पूछिए कि वे पार्किंग स्लॉट किस तरह की कारों के लिए हैं."

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