भारत के जो ज्यादा अमीर लोग हैं, वो अब घर खरीदने के तरीके को पूरी तरह से बदल रहे हैं. अब उन्हें सिर्फ़ ढेर सारे घर खरीदने में मज़ा नहीं आ रहा, बल्कि उनका ध्यान 'सुपर लग्जरी प्रॉपर्टीज पर चला गया है. ये लोग ऐसी प्रॉपर्टीज देख रहे हैं, जो सबसे अलग हों जिनका डिज़ाइन शानदार हो और जो लंबे समय तक उनकी दौलत को संभालकर रखें.
Aratt Developers के मैनेजिंग डायरेक्टर और अयाताना हॉस्पिटैलिटीज़ प्राइवेट लिमिटेड के फाउंडर, विशाल विंसेंट टोनी का कहना है कि यह महज कोई फैशन या ट्रेंड नहीं है. यह तो एक बड़ा बदलाव है कि अमीर खरीदार अब रियल एस्टेट को किस नजर से देखते हैं. सीधा कहें तो, अब उन्हें गुमनामी में निवेश नहीं, बल्कि शानदार और अनोखी पहचान चाहिए.
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विशाल विंसेंट टोनी का कहना है कि अमीर लोगों (HNIs) के घर खरीदने का मकसद तेज़ी से बदल रहा है. 2025 में 55% से ज़्यादा HNIs ने लग्जरी रियल एस्टेट खरीदने का मुख्य कारण 'पूंजी की बढ़ोतरी' बताया है, जो 2024 में 44% था. इसका सीधा असर ज़मीन पर दिख रहा है. मुंबई और बेंगलुरु जैसे बड़े बाज़ारों में, साल के पहले छह महीनों में लग्जरी हाउसिंग की बिक्री में दो अंकों की बढ़ोतरी हुई है. यह साफ दिखाता है कि बाज़ार में उतार-चढ़ाव होने के बावजूद भी, दमदार मांग बनी हुई है.
टोनी का कहना है कि आज के अमीर लोग अब ज़्यादा संख्या में घर खरीदने या जल्दी-जल्दी बेचकर मुनाफ़ा कमाने के पीछे नहीं भाग रहे हैं. उनकी प्राथमिकता अब सबसे अलग पहचान, निजता और विरासत का मूल्य है, जो अल्ट्रा-लग्ज़री प्रॉपर्टीज़ में भरपूर मिलता है.
टोनी ने आगे कहा कि यह बदलती सोच वैश्विक रुझानों से मिलती है, जहां निवेशक संख्या की बजाय गुणवत्ता को प्राथमिकता दे रहे हैं. आजकल के खरीदारों को उनकी ज़रूरत के अनुसार डिज़ाइन किया गया लिविंग एक्सपीरियंस वर्ल्ड-क्लास सुविधाएं, और यह आश्वासन चाहिए कि उनका निवेश हर कसौटी पर खरा उतरेगा चाहे वह वित्तीय, सौंदर्यपूर्ण, या भावनात्मक हो.
आने वाले त्योहारी सीजन से पहले भी, लग्जरी रियल एस्टेट की मांग मजबूत बनी हुई है, ऐसा तब है जब हाल ही में पॉलिसी बदली हैं और जमीन की सरकारी कीमतों में भी इजाफा हुआ है. टोनी ने उदाहरण देते हुए बताया कि महाराष्ट्र में भले ही RR रेट 3.9% बढ़ गए हैं, लेकिन प्रॉपर्टी की रजिस्ट्रेशन में कोई कमी नहीं आई है. उन्होंने कहा, "सरकार का राजस्व संग्रह (Revenue collections) पहले ही सालाना लक्ष्य के लगभग आधा पहुंच चुका है, जो साफ़ बताता है कि ग्राहकों का भरोसा अब भी कायम है."
महंगे आवासीय स्पेस में बढ़ती रुचि और विरासत बनाने पर बढ़ते ध्यान को देखते हुए, टोनी का मानना है कि दिवाली 2025 भारत के लग्जरी रियल एस्टेट के लिए एक और मील का पत्थर साबित हो सकती है. उन्होंने निष्कर्ष निकालते हुए कहा, "हम ज़मीन पर जो कुछ भी देख रहे हैं, उसके हिसाब से यह त्योहारी सीजन अल्ट्रा-लग्जरी प्रॉपर्टी में निवेश के लिए अब तक के सबसे मजबूत समय में से एक बनने जा रहा है."
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