सुप्रीम कोर्ट की तरफ से आधार-मोबाइल नंबर लिंक करने को अवैध देने के बाद कई बातें कही जा रही हैं. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया गया है कि जो सिम कार्ड सिर्फ आधार वेरीफिकेशन के जरिये लिए गए हैं, उन पर खतरा मंडरा रहा है. इसके बाद आशंका जताई जा रही थी कि आधार से लिंक सिम कार्ड बंद हो जाएंगे. (Photo: UIDAI)
आधार अथॉरिटी यूआईडीएआई और टेलीकॉम विभाग ने गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेंस कर इस आशंका को लेकर तस्वीर साफ की. उसने न सिर्फ ऊपर पूछे गए सवाल का जवाब दिया, बल्कि बताया कि आगे कैसे नये सिम कार्ड बिना आधार के दिए जाने की तैयारी चल रही है. उसने ये भी जानकारी दी कि आप चाहें तो अपना मोबाइल नंबर आधार से डीलिंक भी कर सकते हैं. यूआईडीएआई ने अपने ट्विटर हैंडल से इस संबंध में कुछ ट्वीट भी किए हैं. (Photo: Reuters)
क्या बंद होगा सिम?
आधार अथॉरिटी यूआईडीएआई और टेलीकॉम विभाग ने साफ किया है कि इन रिपोर्ट्स में कोई सच्चाई नहीं है. दोनों अथॉरिटी ने कहा कि उन मीडिया रिपोर्ट्स में कोई सच्चाई नहीं है, जिनमें कहा गया है कि 50 करोड़ मोबाइल नंबर नया पहचान पत्र वेरीफिकेशन न करवाने की हालत में बंद हो सकते हैं. अथॉरिटी ने कहा कि ये रिपोर्ट लोगों के बीच सिर्फ चिंता का माहौल पैदा करती हैं.
अथॉरिटीज ने कहा, ''सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में ये कहीं नहीं कहा है कि जो भी मोबाइल नंबर आधार ई-केवाईसी के जरिये लिए गए हैं, उन्हें बंद कर दिया जाए. इसके साथ ही कोर्ट ने टेलीकॉम कंपनियों को डेटा डिलीट करने का भी फैसला नहीं दिया है. कोर्ट ने यूआईडीएआई को 6 महीने के बाद ऑथेंटिकेशन लॉग नहीं रखने के लिए कहा है. यह फैसला यूआईडीएआई के लिए है न कि टेलीकॉम कंपनियों के लिए.
इसलिए टेलीकॉम कंपनियों समेत अन्य को ऑथेंटिकेशन लॉग डिलीट करने की जरूरत नहीं है. बल्कि उन्हें तो ये लॉग अपने पास रखना जरूरी है ताकि वे ग्राहकों की शिकायतों का समाधान कर सकें.
तो क्या है सुप्रीम कोर्ट का फैसला?
यूआईडीएआई और टेलीकॉम विभाग
ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर भी तस्वीर साफ की है. दोनों ने कहा
है, '' सुप्रीम कोर्ट ने आधार ई-केवाईसी के आधार पर नया सिम कार्ड जारी
करने पर रोक लगाई है. क्योंकि इसका कानूनी आधार नहीं है. लेकिन पुराने
मोबाइल नंबर बंद करने का कोई निर्देश नहीं है.
मोबाइल नंबर कर सकते हैं डीलिंक:
आप अगर नहीं चाहते कि आपका मोबाइल नंबर आधार से लिंक रहे, तो आप इसे डीलिंक करवा सकते हैं. यूआईडीएआई ने कहा है कि इसके लिए आपको सिर्फ अपने सर्विस प्रोवाइडर को रिक्वेस्ट देनी होगी. डीलिंकिंग की खातिर आपको टेलीकॉम विभाग के सर्कुलर के मुताबिक ऑफिशियल वैलिड डॉक्युमेंट (OVD) जमा करना होगा.
अब कैसे मिलेगा नया सिम?
यूआईडीएआई ने कहा है कि जल्द ही वह नया सिम कार्ड जारी करने की खातिर नया मेथड लेकर आ रही है. इस मेथड में ऐप के जरिये त्वरित सिम कार्ड मिलेगा. यूआईडीएआई के मुताबिक यह पूरी प्रक्रिया डिजिटल होगी. और यह नया मेथड सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुरूप ही होगा.
नई व्यवस्था के तहत नया सिम कार्ड लेने के दौरान आपका फोटो खींचा जाएगा. इसे लैटीट्यूड, लॉन्गीट्यूड को ध्यान में रखकर खींचा जाएगा. इसका टाइम स्टैंप भी कैप्चर किया जाएगा. इसके अलावा ग्राहक के पहचान पत्र का भी फोटो लिया जाएगा.
इसके बाद सिम कार्ड एजेंट ओटीपी के जरिये ऑथेंटिकेशन करेगा और नया सिम कार्ड जारी कर दिया जाएगा. आधार अथॉरिटी की मानें तो यह पूरी प्रोसेस काफी आसान होगी और पूरी तरह डिजिटल होगी.