सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स ने फिलहाल भारत में अपने कारोबार को लिस्ट नहीं करने का फैसला किया है, बल्कि इसके लिए एक अलग योजना बनाई है. जबकि कुछ महीने पहले ही LG ने भारत में अपने कारोबार को लिस्ट किया है. LG और सैमसंग दोनों साउथ कोरिया की कंपनियां हैं.
Samsung Electronics का कहना है कि वह अपने कारोबार को मार्केट में लिस्ट नहीं करेगा. इसके बजाय एआई क्षमताओं का विस्तार करने, स्थानीय विनिर्माण को बढ़ाने और देश में अपने कंज्यूमर फाइनेंस प्रस्तावों को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करने का विकल्प चुना है, जो दक्षिण कोरियाई तकनीक दिग्गज के लिए एक प्रमुख बाजार बना हुआ है.
PTI से बात करते हुए सैमसंग साउथवेस्ट एशिया के चेयरमैन और CEO जेबी पार्क ने कंफर्म किया कि फिलहाल कंपनी की भारत में सार्वजनिक पेशकश (IPO) लाने की कोई योजना नहीं है. संभावित लिस्टिंग को लेकर चल रही अटकलों पर प्रतिक्रिया देते हुए पार्क ने कहा कि नहीं, फिलहाल हमारी ऐसी कोई योजना नहीं है.
नोएडा में दुनिया की सबसे बड़ी स्मार्टफोन निर्माण यूनिट चलाने वाली सैमसंग अब भारत में अपने विनिर्माण विस्तार पर फोकस कर रही है. कंपनी ने मोबाइल फोन डिस्प्ले के स्थानीय निर्माण के लिए प्रोडक्ट बेस्ड प्रोत्साहन (PLI) योजना के लिए आवेदन किया है, जो एक महत्वपूर्ण घरेलू बाजार और एक्सपोर्ट सेंटर के रूप में भारत की भूमिका को रेखांकित करता है.
वैश्विक स्मार्टफोन में टॉप कंपनी के रूप में, सैमसंग ने भारत में अपनी उपस्थिति मजबूत की है और हाल के वर्षों में इसका नोएडा प्लांट एक प्रमुख निर्यात केंद्र बन गया है. जबकि हुंडई मोटर इंडिया और एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी अन्य साउथ कोरियाई कंपनियों ने कैपिटल जुटाने के लिए पब्लिक मार्केट का सहारा लिया है. सैमसंग बाजार से वित्त पोषित विस्तार की तुलना में आंतरिक विकास को प्राथमिकता देना जारी रखे हुए है.
पार्क ने बताया कि कंपनी के पास संस्थागत लोन और कॉर्पोरेट बॉन्ड सहित कई माध्यमों से भविष्य में विकास के अवसरों के लिए पर्याप्त पूंजी है. उन्होंने कहा कि इसलिए कार्यशील पूंजी जुटाने के कई विकल्प मौजूद हैं. सैमसंग की योजना आईपीओ लाने की नहीं है.
IPO नहीं लाने का सैमसंग का फैसला भारत में लॉन्गटर्म विकास के साथ-साथ अपनी वित्तीय और रणनीतिक दिशा पर कड़ा कंट्रोल बनाए रखने की व्यापक रणनीति को दर्शाता है. कंपनी अपनी फाइनेंस प्लस योजना पर भी फोकस कर रही है, जिसके तहत उपभोक्ता बिना ब्याज के मासिक EMI पर स्मार्टफोन, टेलीविजन और वाशिंग मशीन खरीद सकते हैं. इस योजना के तहत 40% से अधिक स्मार्टफोन बेचे जाते हैं और यह योजना खासतौर से उत्तरी और उत्तर-पूर्वी भारत के ग्रामीण बाजारों में सालाना 10% की दर से बढ़ रही है.
आजतक बिजनेस डेस्क