RBI घटा सकता है Repo Rate... कम हो जाएगी आपके Loan की EMI! अगले हफ्ते बड़ा ऐलान

RBI May Cut Repo Rate: लोन लेने वालों के लिए कल से शुरू होने वाले दिसंबर महीने का पहला हफ्ता खास होने वाला है. रिजर्व बैंक गवर्नर संजय मल्होत्रा अगले शुक्रवार को रेपो रेट पर बड़ा ऐलान कर सकते हैं.

Advertisement
आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा 5 दिसंबर को करेंगे बड़ा ऐलान (Photo: PTI) आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा 5 दिसंबर को करेंगे बड़ा ऐलान (Photo: PTI)

आजतक बिजनेस डेस्क

  • नई दिल्ली,
  • 30 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 6:39 PM IST

कल से दिसंबर का महीना शुरू होने जा रहा है और देश में कई बड़े बदलाव (Rule Change From 1st December) लागू होने वाले हैं. इसके साथ ही महीने के शुरुआती हफ्ते में होम लोन (Home Loan), ऑटो लोन (Auto Loan) लेने वालों को बड़ी खुशखबरी मिल सकती है. दरअसल, एक्सपर्ट्स का मानना है कि महंगाई के कम दबाव के चलते भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट या 0.25% की कटौती का ऐलान कर सकता है. अगर ऐसा होता है तो Loan EMI भी कम हो जाएगी. 

Advertisement

5 दिसंबर को होगा बड़ा ऐलान 
बता दें कि आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की मीटिंग (RBI MPC Meeting) अगले हफ्ते 3 दिसंबर को शुरू होगा और इसमें रेपो रेट समेत अन्य मुद्दों पर लिए गए फैसलों का ऐलान 5 दिसंबर यानी शुक्रवार को किया जाएगा. RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा (Sanjay Malhotra) रेट-सेटिंग पैनल के फैसले की घोषणा सुबह 10 बजे करेंगे. 

इतना रह जाएगा Repo Rate
सेंट्रल बैंक ने पिछले साल फरवरी में अपना रेट-ईजिंग साइकिल शुरू किया था. अगस्त में रेपो रेट में कटौती रोकने से पहले केंद्रीय बैंक ने लगातार पॉलिसी घोषणाओं में रेपो रेट को कुल मिलाकर 100 बेसिस पॉइंट्स कम कर दिया था. फिलहाल Repo Rate 5.5 फीसदी है. कुछ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, RBI अपनी आने वाली मॉनेटरी पॉलिसी मीटिंग में बेंचमार्क लेंडिंग रेट में 25 BPS की और कटौती कर सकता है. अगर ऐसा ऐलान होता है, तो फिर रेपो रेट घटकर 5.25% रह जाएगा, जो लोन लेने वालों के लिए एक बड़ी राहत होगी. 

Advertisement

महंगाई काबू में, मिल सकती है सौगात
कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) पर आधारित हेडलाइन रिटेल महंगाई (Retail Inflation) पिछले दो महीनों से सरकार द्वारा तय 2 फीसदी के लो-लेवल से भी नीचे चल रही है. महंगाई का दबाव कम होने के चलते ही एक्सपर्ट एक और Repo Rate Cut का अनुमान जाहिर कर रहे हैं. हालांकि, कुछ एक्सपर्ट्स का मानना ​​है कि दूसरी तिमाही में उम्मीद से बेहतर 8.2% GDP Growth Rate को देखते हुए सेंट्रल बैंक रेट कट का फैसला लेने से बच भी सकता है. 

इसके अलावा उनका मानना है कि RBI इंटरेस्ट रेट पर इसलिए भी रोक जारी रख सकता है, क्योंकि फिस्कल कंसोलिडेशन, टारगेटेड पब्लिक इन्वेस्टमेंट और GST रेट में कटौती जैसे कई सुधारों से इकोनॉमिक ग्रोथ में तेजी आई है.

GST में राहत का दिखा बड़ा असर
क्रिसिल (Crisil) के चीफ इकोनॉमिस्ट धर्मकीर्ति जोशी ने कहा कि हेडलाइन महंगाई के RBI के टारगेट रेंज 2-6 परसेंट के निचले लेवल से नीचे गिरने की मुख्य वजह खाद्य महंगाई का कम होना है. उन्होंने कहा कि सोना (Gold) को छोड़कर, अक्टूबर में कोर महंगाई 2.6% रही, जिसे GST में कटौती से सपोर्ट मिला. जोशी के मुताबिक, 'हमें दिसंबर में रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की उम्मीद है, हालांकि India Growth मजबूत बनी हुई है, लेकिन अक्टूबर में रिटेल महंगाई में बड़ी गिरावट ने इस एडजस्टमेंट के लिए और जगह बनाई है.'

Advertisement

HDFC Bank की रिपोर्ट में भी महंगाई काबू में होने का हवाला देते हुए 25 बीपीएस रेपो रेट कट का अनुमान जाहिर किया गया है. तो वहीं दूसरी ओर SBI के इकोनॉमिक रिसर्च डिपार्टमेंट की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मज़बूत GDP ग्रोथ और कम महंगाई के साथ RBI न्यूट्रल रुख जारी रख सकती है. तो बैंक ऑफ बड़ौदा के चीफ इकोनॉमिस्ट मदन सबनवीस का कहना है कि Repo Rate पर फैसला बेहद करीबी होगा, हमें नहीं लगता कि पॉलिसी रेट में कोई बदलाव होना चाहिए.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement