OYO IPO: हॉस्पिटैलिटी स्टार्टअप कंपनी OYO Hotels & Rooms के करीब 8800 करोड़ रुपये का शेयर बाजार में आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) लाने की मीडिया में कई खबरें आई थीं. लेकिन अब खबर है कि इसकी योजना में एक अड़चन आती दिख रही है.
रितेश अग्रवाल के नेतृत्व वाली कंपनी ने छह साल पहले एक दूसरी कंपनी Zostel से एक डील की थी. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार अब Zostel ने इस डील को ही आधार बनाकर दिल्ली हाईकोर्ट की शरण ली है और यह मांग की है कि ओयो के शेयर होल्डिंग पैटर्न में बदलाव से रोका जाए.
यानी कंपनी ने अपनी याचिका में आईपीओ को लेकर तो कुछ नहीं कहा है, लेकिन शेयरहोल्डिंग में बदलाव रोकने की मांग का मतलब यह है कि अगर कोर्ट ने कोई सख्ती दिखाई तो आईपीओ में अड़ंगा लग सकता है.
क्या थी डील
साल 2015 में हुई एक डील के अनुसार OYO को जोस्टेल की कुछ हिस्सेदारी खरीदनी थी और उसके बदले जोस्टल को ओयो में 7 फीसदी हिस्सेदारी मिलती. ओयो का कहना है कि उसने कोई फाइनल एग्रीमेंट नहीं किया है.
इसके पहले रॉयटर्स ने ही यह खबर दी थी कि ओयो आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है और कंपनी इस IPO से 1 अरब डॉलर (करीब 7300 करोड़ रुपये) से लेकर 1.2 अरब डॉलर (करीब 8800 करोड़ रुपये) तक जुटा सकती है.
पूंजी के लिए IPO लाने की तैयारी
कोरोना महामारी के दौरान पर्यटन क्षेत्र और यात्राओं पर पाबंदी का गहरा असर Oyo पर पड़ा है. कोरोना से हुए भारी नुकसान से उबरने के लिए कंपनी ने छंटनी, लागत कटौती जैसे कई प्रयास किए हैं. अब नई पूंजी के लिए वह अपना IPO लाने की दिशा में काम कर रही है.
हालांकि रॉयटर्स की इस खबर पर Oyo की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई थी. हाल में कई अन्य स्टार्टअप कंपनियों ने अपने IPO लॉन्च किए हैं. इनमें Zomato का आईपीओ प्रमुख है. इसके अलावा Paytm, Ola, Nykaa जैसी अन्य स्टार्टअप कंपनियां भी IPO लाने के लिए तैयार हैं.
रितेश अग्रवाल द्वारा शुरू की गई स्टार्टअप कंपनी Oyo में सबसे बड़ी हिस्सेदारी वेंचर कैपिटल कंपनी SoftBank की है. वह कंपनी में 46% की हिस्सेदारी रखती है. ऐसे में यदि कंपनी का IPO आता है तो ऑफर फॉर सेल की वजह से सबसे ज्यादा फायदे में वही रहेगी.
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