इंडिगो के संकट को लेकर एक कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर ने इंडिगो पर गंभीर आरोप लगाया है. नवम कैपिटल के राजीव मंत्री ने शुक्रवार को इंडिगो द्वारा फ्लाइट्स में रुकावट से निपटने के तरीके की आलोचना की. उन्होंने एयरलाइन पर एक 'बड़े घोटाले' का आरोप भी लगा दिया.
नवम कैपिटल के एमडी राजीव मंत्री ने एयरलाइन पर जानबूझकर उन उड़ानों के टिकट बेचने का आरोप लगाया जिनके कैंसिल होने की संभावना थी. मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि वे टिकट बेच रहे थे, सीट बुकिंग और अन्य सेवाओं जैसे अतिरिक्त शुल्क ले रहे थे, जबकि वे जानते थे कि बड़े पैमाने पर फ्लाइट्स कैंसिल होंगी.
एयरपोर्ट पर हजारो यात्री फंसे
उन्होंने लिखा कि हजारों यात्री, जिसमें सीनियर सिटीजन और छोटे बच्चे भी थे, एयरपोर्ट पर फंसे रहे. उन्हें यह भी नहीं पता था कि उनकी फ्लाइट कब रवाना होगी. फिर कई घंटों बाद फ्लाइट कैंसिल कर दी गई. इस खराब एयरलाइन के कारण फंसे लोगों को कोई मुआवजा या मदद नहीं मिली.
इंडिगो ने शुक्रवार को 700 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल कर दीं, जिससे हवाई अड्डों, खासकर दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अफरा-तफरी का माहौल बना रहा. पायलटों की कमी के कारण एयरलाइन का परिचालन बाधित होना लगातार चौथे दिन भी जारी रहा. कुछ उड़ानें 12 घंटे से अधिक देरी से चल रही हैं, जिससे यात्री निराश हैं और कोई वैकल्पिक रास्ता नहीं खोज पा रहे हैं.
डीजीसीए कड़ी कार्रवाई करने की रिक्वेस्ट
राजीव मंत्री ने जवाबदेही की डिमांड की और नागरिक उड्डयन मंत्रालय तथा नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से कड़ी कार्रवाई करने की रिक्वेस्ट की. उन्होंने कहा कि इस अहंकारी, एकाधिकारवादी कंपनी इंडिगो पर कई ज़ोरदार थप्पड़ और भारी जुर्माना लगाया जाना चाहिए.
सीईओ ने भी लगाए गंभीर आरोप
टैक्स कॉम्पास के संस्थापक और सीईओ Ajay Rotti ने भी इंडिगो की आलोचना की और सवाल किया कि बदले हुए क्रू गाइडलाइन का उसके संचालन पर असर पड़ने की जानकारी होने के बावजूद एयरलाइन को अपने उड़ान कार्यक्रम को जारी रखने की अनुमति कैसे दी गई. उन्होंने कहा कि इंडिगो के कार्यक्रम की जांच कैसे नहीं की गई? उन्हें उन उड़ानों के टिकट बेचने की अनुमति कैसे दी गई जिनके बारे में उन्हें पता था कि संशोधित दिशानिर्देश लागू होने के बाद उनका संचालन नहीं हो पाएगा?
Ajay Rotti ने एयरलाइन के एडवांस टिकट बिक्री के मुद्दे पर जोर देते हुए कहा कि इससे कस्टमर्स को काफी नुकसान होता है. उन्होंने पूछा कि अगर वे यह जानते हुए भी टिकट पहले ही बेच दें कि उनकी सर्विस नहीं हो पाएगी... तो क्या वे इसके लिए भुगतान करेंगे या नहीं?
गौरतलब है कि इस घटना के कारण कुछ हवाई किराए, जैसे मुंबई-दिल्ली मार्ग के किराए, लगभग 60,000 रुपये तक बढ़ गए हैं. इस बीच, DGCA ने अपने नए क्रू रोस्टरिंग नियमों को वापस ले लिया है. जिसके तहत एयरलाइनों को साप्ताहिक आराम के बदले क्रू अवकाश लेने से रोका गया था. विमानन नियामक ने कहा कि उसने परिचालन में लचीलेपन के लिए चल रही बाधाओं और उद्योग जगत के अनुरोधों को देखते हुए यह कदम उठाया है.
आजतक बिजनेस डेस्क