कोरोना काल में फॉरेक्स रिजर्व लबालब, पहली बार 600 अरब डॉलर के पार पहुंचा भंडार

कोरोना महामारी से जूझ रही अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर है. देश  का विदेशी मुद्रा भंडार पहली बार 600 अरब डॉलर को पार कर गया है. जानें इस हफ्ते कितना बढ़ा विदेशी मुद्रा भंडार.

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देश का विदेशी मुद्रा भंडार रिकॉर्ड स्तर पर (Photo : Getty) देश का विदेशी मुद्रा भंडार रिकॉर्ड स्तर पर (Photo : Getty)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 12 जून 2021,
  • अपडेटेड 12:41 PM IST
  • FCA में बढ़त का दिखा असर
  • स्वर्ण भंडार में आई कमी
  • IMF में भी गिरा SDR

कोरोना महामारी से जूझ रही अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर है. देश  का विदेशी मुद्रा भंडार पहली बार 600 अरब डॉलर को पार कर गया है.

हफ्ते भर में बढ़ा 6.8 अरब डॉलर
भारतीय रिजर्व बैंक हर सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार की स्टेटस रिपोर्ट जारी करता है. 4 जून को समाप्त सप्ताह में इसमें 6.42 अरब डॉलर की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई. रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को ये रिपोर्ट जारी की.

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FCA ने पहुंचाया 600 अरब डॉलर के पार
समीक्षावधि में विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (FCA) में बढ़ोत्तरी ने विदेशी मुद्रा भंडार को पहली बार 600 अरब डॉलर के पार पहुंचाया. इस दौरान FCA में 7.36 अरब डॉलर की बढ़त दर्ज की गई और यह 560.89 अरब डॉलर रहा. 
भले देश के FCA को डॉलर में व्यक्त किया जाता हो, लेकिन इसमें यूरो, पौंड, येन जैसी कई अन्य अंतरराष्ट्रीय मुद्राएं शामिल होती हैं, और उनके मूल्य की गणना डॉलर में की जाती है. ये कुल विदेशी मुद्रा भंडार का एक मुख्य अवयव होता है.
देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 4 जून को समाप्त सप्ताह में  605 अरब डॉलर रहा. FCA विदेशी मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा होता है.
इस दौर

स्वर्ण भंडार में आई कमी
समीक्षावधि में देश का स्वर्ण भंडार 50.2 करोड़ डॉलर घटकर 37.60 अरब डॉलर रह गया. ये भी विदेशी मुद्रा भंडार का हिस्सा है. इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से भारत को मिला विशेष आहरण अधिकार (SDR) 10 लाख डॉलर घटकर 1.51 अरब डॉलर और IMF  के पास जमा विदेशी मुद्रा भंडार 1.6 करोड़ डॉलर गिरकर 5 अरब डॉलर रह गया.

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बीते सप्ताह इतना था फॉरेक्स रिजर्व
इससे पहले 28 मई को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 598.16 अरब डॉलर रहा था. भले देश के विदेशी मुद्रा भंडार को डॉलर में व्यक्त किया जाता हो, लेकिन इसमें यूरो, पौंड, येन जैसी कई अन्य अंतरराष्ट्रीय मुद्राएं शामिल होती हैं, और उनके मूल्य की गणना डॉलर में की जाती है.

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