#Boycott तो अब हो रहा है... पहले ही भारत का तुर्किए से 63% घट गया है व्‍यापार, देखें आंकड़े

सोशल मीडिया पर लोग भारत सरकार से तुर्किए से व्‍यापार बंद करने की भी अपील कर रहे हैं, लेकिन क्‍या आपको पता है कि पहले ही भारत और तुर्किए के बीच व्‍यापार में बड़ी गिरावट आई है. DGCIS के व्यापार डेटा के मुता‍बिक, वित्त वर्ष 2022-23 से वित्त वर्ष 2024-25 के बीच में व्‍यापार 63 फीसदी कम हुआ है.

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भारत और तुर्किए के बीच कारोबार भारत और तुर्किए के बीच कारोबार

आजतक बिजनेस डेस्क

  • नई दिल्‍ली,
  • 16 मई 2025,
  • अपडेटेड 11:10 AM IST

भारत-पाकिस्‍तान की लड़ाई में खुलकर पाकिस्‍तान का समर्थन करने वाले तुर्किए और अजरबैजान का पूरे देश में विरोध हो रहा है. तुर्किए के सामानों को आयात करने से कई व्‍यापारियों ने इनकार कर दिया है. वहीं EseMyTrip जैसे प्‍लेटफॉर्म ने तुर्किए की यात्रा पर ऑफर देना बंद कर दिया है और लोगों को तुर्किए और अजरबैजान नहीं जाने की अपील की है.

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सोशल मीडिया पर लोग भारत सरकार से तुर्किए से व्‍यापार बंद करने की भी अपील कर रहे हैं, लेकिन क्‍या आपको पता है कि पहले ही भारत और तुर्किए के बीच व्‍यापार में बड़ी गिरावट आई है. DGCIS के व्यापार डेटा के मुता‍बिक, वित्त वर्ष 2022-23 से वित्त वर्ष 2024-25 के बीच में व्‍यापार 63 फीसदी कम हुआ है. 

अभी तुर्किए के साथ कितना होता है व्‍यापार? 
कारोबारी साल 2024-25 में अप्रैल से फरवरी तक तुर्किए को भारत का निर्यात (Turkey-India Export) 5.2 अरब डॉलर रहा है. यह भारत के कुल एक्‍सपोर्ट 437 अरब डॉलर का लगभग 1.5 फीसदी है. इसी अवधि के दौरान तुर्किए से भारत का आयात 2.84 अरब डॉलर रहा, जो इस अवधि के दौरान भारत के कुल आयात 720 अरब डॉलर का सिर्फ 0.5 फीसदी हिस्‍सा है.

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अजरबैजान के साथ भारत का व्‍यापार 
भारत का एक्‍सपोर्ट वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान अजरबैजान के साथ 86.07 अरब डॉलर है, जो भारत के कुल एक्‍सपोर्ट का 0.02 फीसदी हिस्‍सा है. वहीं भारत ने वित्त वर्ष 2024-25 में अजरबैजान के साथ आयात 1.93 अरब डॉलर का किया है, जो कुल शिपमेंट का 0.0002 फीसदी हिस्‍सा है. 

63 फीसदी कम हुआ व्‍यापार 
भारत ने पिछले दो कारोबारी सालों में तुर्किए के साथ व्‍यापार में लगातार कटौती की है. तुर्किए के साथ भारत का कुल ट्रेड कारोबारी साल 2022-23 के स्तर से कारोबारी साल 2024-25 में लगभग 63 फीसदी तक कम हुआ है. यह कारोबारी साल 2022-23 में 5,400.85 मिलियन डॉलर से कारोबारी साल 2024-25 में 2,721.9 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया है.

16% तक कम हुआ अजरबैजान के साथ भारत का कारोबार 
अजरबैजान के साथ भारत का कुल ट्रेड कारोबारी साल 2022-23 से 2024-25 में 16 फीसदी तक कम हुआ है. कारोबारी साल 2022-23 में अजरबैजान के साथ भारत के व्यापारिक व्यापार में 396.62 मिलियन डॉलर का घाटा हुआ. पिछले दो कारोबारी साल में भारत का तुर्किए के साथ ट्रेड सरप्लस कम हुआ है, जबकि अजरबैजान के साथ इसका व्यापार संतुलन पॉजिटिव हो गया है. 

भारत में तुर्किए के क्‍या-क्‍या प्रोडक्‍ट्स बिकते हैं? 
अगर बात करें भारतीय मार्केट में मौजूद तुर्किए के बड़े-बड़े ब्रांड्स के बारे में, तो इनकी लिस्ट लंबी है. फर्नीचर से लेकर पर्सनल केयर तक, होम अप्लायंस से लेकर सेब बेचे जा रहे हैं. तुर्की कालीन, तुर्किए फर्नीचर, टर्किश चीनी मिट्टी की चीजें, बुना हुआ कपड़ा, सिरेमिक टाइल्स, चेरी, ड्राय फ्रूट्स, ऑलिव ऑयल के लिए भारत एक बड़ा बाजार है. 

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भारत में मौजूद प्रमुख टर्किश ब्रांड्स की लिस्ट देखें, तो इसमें Konfor Furniture, होम अप्लायंसेस से जुड़ीं Beko Appliances, Arçelik, Vestel, फूड सेक्टर में Godiva, Ülker, Turkish Delight, Çaykur समेत अन्य, फैशन से जुड़ीं Trendyol, LC Waikiki, Mavi, DeFacto, Sarar के प्रोडक्ट्स शामिल हैं. इसके अलावा तुर्किए के स्किनकेयर और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स ब्रांड, फार्मासी, बायाब्लास, कास्मेड की भारतीय उपभोक्ताओं में खासी डिमांड है. 

तुर्किए की जीडीपी 
भारत के सामने तुर्किए की जीडीपी बहुत कम है. India GDP 4.19 डॉलर है, तो वहीं Turkey GDP महज 1.12 ट्रिलियन डॉलर है. अब तुर्किए का पाकिस्तान प्रेम और भारत में 'Boycott Turkey' की मुहिम इसकी जीडीपी और ज्‍यादा गिरा सकती है, क्‍योंकि भारत-तुर्किए के साथ कारोबार धीरे-धीरे घटा भी रहा है. 

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