अजीम प्रेमजी की संस्थाओं ने दान करने के लिए जुटाए 18,000 करोड़ रुपये

अजीम प्रेमजी ने साल 2019 में यह ऐलान किया था कि उनके पास विप्रो के जो भी शेयर हैं उससे मिलने वाले अर्थिक लाभ का 67 फीसदी हिस्सा वे परोपकार के काम में लगाएंगे. यह लाभ शेयरों के लाभांश, उनकी बिक्री आदि के रूप में होता है.

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परोपकार के लीडर हैं अजीम प्रेमजी (फाइल फोटो: हेमंत मिश्रा) परोपकार के लीडर हैं अजीम प्रेमजी (फाइल फोटो: हेमंत मिश्रा)

aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 13 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 1:32 PM IST
  • परोपकारी कार्यों में आगे हैं अजीम प्रेमजी
  • लाभ का 67% हिस्सा चैरिटी में लगाते हैं

विप्रो के फाउंडर चेयरमैन अजीम प्रेमजी भारत में परोपकारी कार्यों में कॉरपोरेट जगत के लीडर हैं. पिछले पांच साल में उनके नेतृत्व वाली संस्थाओं ने विप्रो कंपनी के शेयरों से परोपकारी कार्यों के​ लिए 18 हजार करोड़ रुपये जुटा लिए हैं.

गौरतलब है कि अजीम प्रेमजी ने साल 2019 में यह ऐलान किया था कि उनके पास विप्रो के जो भी शेयर हैं उससे मिलने वाले अर्थिक लाभ का 67 फीसदी हिस्सा वे परोपकार के काम में लगाएंगे. यह लाभ शेयरों के लाभांश, उनकी बिक्री आदि के रूप में होता है. प्रेमजी के पास प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से विप्रो के 73 फीसदी शेयर है. 

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प्रमोटर समूह का हिस्सा

परोपकार की दो संस्थाओं अजीम प्रेमजी ट्रस्ट और अजीम प्रेमजी फिलैंथ्रॉपिक इनिशिएटिव को प्रमोटर समूह का हिस्सा माना जाता है और इनकी विप्रो में क्रमश: 10.2 फीसदी और 0.27% फीसदी हिस्सेदारी है. इस हिस्सेदारी की वजह से पिछले पांच साल में दोनों संस्थाओं के फंड में काफी बढ़त हुई है. विप्रो ने पिछले वर्षों में बढ़िया लाभांश दिया है औेर चार बार शेयरों का बायबैक किया है.    

अच्छी कमाई 

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीते चार साल की बात करें तो साल 2017, 18, 2020 और 2021 में इन संस्थाओं की बायबैक रकम 1964 करोड़ रुपए, 5894 करोड़ रुपए, 1318 करोड़ रुपए और 8156 करोड़ रुपए रही है. वही साल 2020 में विप्रो की तरफ से जो बायबैक की गई वो 9500 करोड़ की थी जिसकी 86 फीसदी रकम अजीम प्रेमजी के परोपकारी संस्थाओं को मिली है. विप्रो के अजीम प्रेमजी का नाम देश के सबसे ज्यादा दान करने वाले कारोबारियों में गिना जाता रहा है. 

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