10000cr की वैल्‍यूएशन... चौथा मिशन, कितनी बड़ी है शुभांशु शुक्‍ला को अंतरिक्ष में भेजने वाली कंपनी

शुभांशु शुक्ला को अंतरिक्ष में भेजने वाली कंपनी एक्सिओम स्पेस (Axiom Space) एक प्राइवेट एयरोस्पेस कंपनी है. इसका हेडक्‍वार्टर ह्यूस्टन, टेक्सास में स्थित है. यह कंपनी 2016 में स्‍थापित हुई थी. इसका काम अंतरिक्ष यात्रा और रिसर्च को बढ़ावा देना है.

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कितनी बड़ी है एक्सिओम कंपनी (Image- AP/PTI) कितनी बड़ी है एक्सिओम कंपनी (Image- AP/PTI)

आजतक बिजनेस डेस्क

  • नई दिल्‍ली,
  • 25 जून 2025,
  • अपडेटेड 12:15 PM IST

भारत के ग्रुप कैप्‍टन शुभांशु शुक्ला Axiom Mission (Ax-4) के तहत अंतरराष्‍ट्रीय अंतरिक्ष यात्रा पर निकल चुके हैं. इस मिशन को कनेडी स्‍पेस सेंटर्स से 25 जून 2025 को नासा, स्‍पेसएक्‍स और एक्सिओम स्‍पेस कंपनी की मदद से लॉन्‍च किया गया. लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि शुभांशु शुक्‍ला को अंतरिक्ष में भेजने वाली ये कंपनी कौन सी है, कितना बड़ा कारोबार है और ये कंपनी क्‍या-क्‍या करती है? 

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शुभांशु शुक्ला को अंतरिक्ष में भेजने वाली कंपनी एक्सिओम स्पेस (Axiom Space) एक प्राइवेट एयरोस्पेस कंपनी है. इसका हेडक्‍वार्टर ह्यूस्टन, टेक्सास में स्थित है. यह कंपनी 2016 में स्‍थापित हुई थी. इसका काम अंतरिक्ष यात्रा और रिसर्च को बढ़ावा देना है. जिसके तहत यह कंपनी इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए प्राइवेट मिशन आयोजित करती है और फ्यूचर में प्राइवेट अंतरिक्ष स्‍टेशन डेवलप करेगी.  

कई मिशन आयोजित कर चुकी है कंपनी
एक्सिओम स्पेस में 500 से ज्‍यादा कर्मचारी काम करते हैं, जिनमें नासा के पूर्व अंतरिक्ष यात्री, इंजीनियर, और अंतरिक्ष विशेषज्ञ शामिल हैं. कंपनी के को-फाउंडर और सीईओ माइकल सफ्रेदिनी नासा में ISS प्रोग्राम मैनेजर रह चुके हैं. इस कंपनी ने एक्सिओम स्‍पेस ने नासा और स्‍पेसएक्‍स के साथ मिलकर कई मिशन आयोजित किए हैं. शुभांशु शुक्‍ला वाला Axiom-4 मिशन कंपनी का चौथा कमर्शियल मिशन है. कंपनी ने स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट और क्रू ड्रैगन अंतरिक्ष यान की मदद से Axiom-4 मिशन लॉन्‍च किया है. 

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कंपनी का निवेश और वैल्‍यूवेशन 
एक्सिओम स्‍पेस ने मिशन को लॉन्‍च करने में सैकड़ों मिलियन डॉलर का निवेश किया है. 2021 में कपनी का वैल्‍यूवेशन करीब 1 अरब डॉलर था, लेकिन अब इसका वैल्यूवेशन बढ़कर 1.26 अरब डॉलर (10 हजार करोड़ रुपये)  हो चुका है. इस कंपनी ने अंतरिक्ष और रिसर्च में निवेश को आकर्षित किया है और तेजी से बढ़ने वाली प्राइवेट अंतरिक्ष कंपनी बन चुकी है. 

भारत ने एक सीट के लिए पे किए 550 करोड़ 
कंपनी का टारगेट 2030 तक अपना निजी अंतरिक्ष स्टेशन लॉन्च करना है, जो ISS के रिटायर होने के बाद इसकी जगह लेगा. Axiom-4 मिशन के लिए भारत ने एक सीट के लिए करीब 70 मिलियन डॉलर (550 करोड़ रुपये) का भुगतान किया है. 

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