रूस की लड़की बनी बिहार की बहू, MBBS की पढ़ाई के दौरान विदेश में हुआ प्यार

'कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना'. इस कहावत को साकार करते हुए कटिहार के नवाबगंज निवासी डॉक्टर अनुभव शाश्वत और रूस की आर्किटेक्ट छात्रा अनाथासिया ने प्यार की एक मिसाल कायम कर दी.

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रूस की लड़की बनी बिहार की बहू रूस की लड़की बनी बिहार की बहू

बिपुल राहुल

  • कटिहार (बिहार),
  • 09 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 6:52 AM IST

'कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना'. इस कहावत को साकार करते हुए कटिहार के नवाबगंज निवासी डॉक्टर अनुभव शाश्वत और रूस की आर्किटेक्ट छात्रा अनाथासिया ने प्यार की एक मिसाल कायम कर दी. रूसी विश्वविद्यालय में एमबीबीएस की पढ़ाई के दौरान शुरू हुई दोस्ती अब सात जन्मों के बंधन में बंध चुकी है. अनाथासिया ने भारत आकर पूरी सनातन परंपरा के अनुसार कटिहार के दुर्गा मंदिर में अनुभव शाश्वत से विवाह कर लिया.

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रूस में शुरू हुई प्रेम कहानी
वर्ष 2017 में अनुभव शाश्वत रूस की एक यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए गए थे. 2020 में उनकी मुलाकात वहीं आर्किटेक्ट की छात्रा अनाथासिया से हुई. उस वक्त दुनिया में कोरोना काल का दौर चल रहा था, ऐसे समय में दोनों के बीच गहरी दोस्ती हो गई जो जल्द ही प्यार में बदल गई.

भारत लौटने के बाद भी बना रहा संपर्क
2022 में डॉक्टर बनने के बाद अनुभव भारत लौट आए और मेडिकल लाइसेंस परीक्षा की तैयारी में जुट गए. लेकिन रूस में रह रही अनाथासिया से उनका संपर्क बना रहा. इस बीच अनाथासिया भारत आई, अनुभव ने उसे अपने परिवार से मिलवाया, भारतीय संस्कृति और रीति-रिवाज दिखाए और फैसला उसी पर छोड़ा.

जीवन का सबसे बड़ा फैसला
कुछ समय भारत में बिताने के बाद अनाथासिया ने यहां की संस्कृति को अपनाया और अनुभव से शादी के लिए सहमति दे दी. इसके बाद अनुभव ने अपने परिवार से अनुमति मांगी जो उन्हें मिल गई.

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दुर्गा मंदिर में लिए सात फेरे
परिवार की मौजूदगी में कटिहार शहर के दुर्गा मंदिर में दोनों ने वैदिक मंत्रोच्चार और सनातन धर्म की विधियों के साथ अग्नि को साक्षी मानकर विवाह किया. शादी के बाद अनाथासिया को परिवार वालों ने प्यार से 'नास्तिया' नाम दिया है और उसका व्यवहार पूरे परिवार को बेहद पसंद आया है. यह प्रेम कहानी सिर्फ दो दिलों का नहीं, बल्कि दो देशों और संस्कृतियों का मिलन भी है. यह दिखाता है कि सच्चा प्रेम भाषा, जाति, धर्म और सरहदों की सीमाओं को भी पार कर सकता है.

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