बिहार में मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण (वोटर वेरीफिकेशन) का कार्य अंतिम चरण में पहुंच चुका है. निर्वाचन आयोग ने जानकारी दी है कि अब तक 80.11% मतदाताओं ने अपने पात्रता प्रमाण-पत्र (EF) फॉर्म भरकर जमा कर दिए हैं. अगर यह रफ्तार बनी रही तो अगले तीन दिनों में राज्यभर में यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा.
शनिवार शाम तक 6,32,59,497 मतदाताओं के फॉर्म जमा हो चुके थे, जो कि राज्य के कुल मतदाताओं का लगभग 80.11% है. इस विशेष अभियान के तहत 77,895 बीएलओ और 20,603 नए नियुक्त बीएलओ घर-घर जाकर फॉर्म एकत्र कर रहे हैं. इसके अलावा, 1.5 लाख बीएलए और 4 लाख से अधिक स्वयंसेवक वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों और कमजोर वर्गों की मदद में जुटे हैं.
ईसीआईनेट नामक एकीकृत सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म पर अब तक 4.66 करोड़ फॉर्म डिजिटल रूप से अपलोड किए जा चुके हैं. यह प्लेटफॉर्म अब निर्वाचन आयोग के 40 विभिन्न ऐप्स को एक जगह समाहित करता है, जिससे कार्य प्रणाली और तेज और पारदर्शी बन गई है.
1 अगस्त 2025 को प्रकाशित होने वाली मसौदा मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के लिए पात्र मतदाताओं को समय रहते अपने EF फॉर्म जमा कराने होंगे. जिनके पास अभी दस्तावेज नहीं हैं, वो 30 अगस्त 2025 तक दस्तावेज अलग से जमा कर सकते हैं.
इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी 38 जिलों के निर्वाचन अधिकारी (DEO), 243 निर्वाचन क्षेत्रों के ERO और 963 सहायक ERO कर रहे हैं. निर्वाचन आयोग की ओर से स्पष्ट कर दिया गया है कि वो तय डेडलाइन से पहले अधिकतम काम कर लेना चाहते हैं.
संजय शर्मा