बिहार में पश्चिम चंपारण जिले के मझौलिया थाना क्षेत्र के परसा डुमरिया गांव में महावीरी अखाड़ा जुलूस से पहले तनाव फैलाने की कोशिश की गई. 5 अगस्त की शाम को जुलूस में शामिल करने के लिए सुगौली से लाउडस्पीकर लगे वाहन को लेकर लौट रहे लोगों पर असामाजिक तत्वों ने अचानक पथराव कर दिया. इस हमले में करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए. सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई. बेतिया एसपी डॉ. शौर्य सुमन के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर भेजा गया. हालात पर तुरंत काबू पाया गया और गांव में सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत की गई है.
पथराव की इस घटना के बाद गांव में अफरा-तफरी का माहौल बन गया था. घायलों को तत्काल इलाज के लिए भेजा गया. राहत की बात यह रही कि सभी अब पूरी तरह स्वस्थ हैं. बेतिया पुलिस ने इस मामले में अज्ञात असामाजिक तत्वों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है और आरोपियों की पहचान की जा रही है. पुलिस का कहना है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर कानून के हवाले किया जाएगा.
गांव में तैनात हुआ अतिरिक्त पुलिस बल
स्थिति को देखते हुए परसा डुमरिया गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. प्रशासन का उद्देश्य है कि किसी भी तरह की अफवाह, तनाव या हिंसा की पुनरावृत्ति न हो. पुलिस लगातार गश्त कर रही है और हालात पर नजर रखी जा रही है.
शांतिपूर्ण तरीके से निकला महावीरी जुलूस
इसके बाद बुधवार को महावीरी जुलूस पूरी परंपरा, गरिमा और शांति के साथ निकाला गया. जुलूस में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया. बेतिया सदर एसडीपीओ विवेक दीप ने बताया कि जुलूस शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ. प्रशासन लगातार निगरानी रखे हुए था और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई थी, जिसे ग्रामीणों ने पूरी तरह मानकर सहयोग दिया.
अभिषेक पाण्डेय