Bihar Politics Updates: बिहार में चल रही राजनीतिक उथल-पुथल के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दिया है और इसके साथ ही राज्य में 17 महीने पुरानी महागठबंधन सरकार का अंत हो गया है. इस्तीफा देने के बाद वह एनडीए विधायक दल की बैठक में शामिल हुए जहां उन्हें नेता चुना गया. इसके बाद नीतीश कुमार फिर से राज्यपाल के पास पहुंचे और सरकार बनाने का दावा पेश किया. शाम 5 बजे नीतीश कुमार 9वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इस्तीफा देने से पहले नीतीश कुमार ने जेडीयू विधायकों की बैठक में कहा कि अब साथ रहना मुश्किल है और इस्तीफे का वक्त है. नीतीश कुमार का यह कदम उस INDIA ब्लॉक के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है जिसके सूत्रधार वह खुद रहे थे.
ये भी पढ़ें: RJD ने तेजस्वी को दिया सरकार के काम का क्रेडिट, काम गिनाकर कहा- 'आप ही करेंगे...'
ये भी पढ़ें:अमित शाह से नीतीश की वो मुलाकात... बस 50 दिन और पूरी तरह बदल गए बिहार के सियासी समीकरण
जेपी नड्डा ने शपथ ग्रहण के बाद सीएम नीतीश कुमार को बधाई दी. उन्होंने कहा, 'श्री @NitishKumar जी को पुनः बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बधाई.उपमुख्यमंत्री श्री @samrat4bjp एवं श्री @VijayKrSinhaBih और मंत्री पद की शपथ लेने वाले सभी लोगों को बधाई. मुझे पूर्ण विश्वास है कि मोदी जी के मार्गदर्शन में नीतीश जी की सरकार विकसित और आत्मनिर्भर बिहार का संकल्प साकार करेगी.
इसके साथ ही उन्होंने कहा "यह रिकॉर्ड पर है कि जब भी एनडीए बिहार में सरकार बनाती है, तो स्थिरता और विकास एक लंबी छलांग लगाता है. पीएम मोदी के नेतृत्व में, एनडीए लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करेगा और 2025 में सरकार बनाएगा."
शपथ ग्रहण के बाद सीएम नीतीश कुमार की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि, “मैं पहले भी उनके (एनडीए) साथ था. हम अलग-अलग राहों पर चले, लेकिन अब हम साथ हैं और रहेंगे. आज आठ लोगों ने मंत्री पद की शपथ ली है, बाकी भी जल्द ही शपथ लेंगे. मैं जहां (एनडीए) था वहां वापस आ गया हूं और अब कहीं और जाने का सवाल ही नहीं उठता.''
पीएम मोदी ने बिहार के नए मंत्रिमंडल को दी बधाई दी है. उन्होंने X पर लिखा कि, 'बिहार में बनी एनडीए सरकार राज्य के विकास और यहां के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी. @NitishKumar जी को मुख्यमंत्री और सम्राट चौधरी जी एवं विजय सिन्हा जी को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर मेरी बहुत-बहुत बधाई. मुझे विश्वास है कि यह टीम पूरे समर्पण भाव से राज्य के मेरे परिवारजनों की सेवा करेगी. @samrat4bjp, @VijayKrSinhaBih.'
•नालंदा से विधायक
•नालंदा से सात बार विधायक रहे
• पूर्व मंत्री, ग्रामीण विकास, बिहार सरकार
• उन्होंने पहले जद (यू) के चिप व्हिप के रूप में कार्य किया था।
• जदयू की झारखंड राज्य इकाई के प्रभारी
• पिछले साल उन्होंने कहा था कि बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों के लोग चाहते हैं कि नीतीश कुमार I.N.D.I.A ब्लॉक के प्रधान मंत्री पद के उम्मीदवार बनें।
• सीएम नीतीश कुमार के भरोसेमंद सिपहसालार माने जाने वाले श्रवण कुमार जेपी आंदोलन के बाद से ही राजनीति में सक्रिय हैं. जनता दल में विभाजन के बाद वह नीतीश के साथ चले गये और समता पार्टी में शामिल हो गये।
संतोष कुमार सुमन ने भी सीएम नीतीश कुमार के साथ मंत्री पद की शपथ ली है. संतोष सुमन ने जून 2023 में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन ने अपनी पार्टी HAM-S को जेडीयू के साथ विलय के प्रस्ताव के बीच "विलुप्त होने" से बचाने के लिए राज्य मंत्रिमंडल छोड़ दिया था. वह पूर्व मंत्री अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग बिहार सरकार रहे हैं.
• 39 वर्ष
• जमुई के चकाई से निर्दलीय विधायक
• सुमित कुमार सिंह बिहार के कद्दावर नेता और पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह के बेटे हैं.
• नीतीश कैबिनेट में मंत्री थे.
• सुमित सिंह एनडीए सरकार में भी मंत्री थे.
• सुमित कुमार सिंह के दादा स्वतंत्रता सेनानी, कुशल राजनीतिज्ञ स्व. श्रीकृष्ण सिंह भी चकाई से दो बार विधायक रहे हैं.
• 2015 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने उन्हें टिकट नहीं दिया जिसके बाद निर्दलीय चुनाव लड़े और पराजित हो गये.
• जेएनयू के छात्र रहे सुमित कुमार सिंह छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय हो गये थे. उन्होंने पहली बार 2010 में चकाई विधानसभा से ही चुनाव जीता था.
• वर्ष 2020 के चुनाव में भी निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरेऔर चकाई से जीत हासिल की. 2020 में वह बिहार में निर्दलीय विधायक बनने वाले एकलौते विधायक थे.
• 77 वर्ष उम्र
• सुपौल से विधायक
• बिहार विधानसभा में आठवीं बार जीत कर विधायक बने बिजेन्द्र प्रसाद यादव जदयू के वरिष्ठ नेता हैं. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं.
• बिजेंद्र प्रसाद यादव ने निर्विवाद रूप से पिछले 30 साल से सुपौल विधानसभा सीट पर अपनी बादशाहत बरकरार रखी है.
• 1990 में पहली बार मंत्री बने और अब तक बिहार सरकार के दर्जन भर विभागों में मंत्री पद का कामकाज देख चुके हैं.
• राजनीति में वर्ष 1967 में आए. 1990 में पहली बार विधायक बने.1998 से 2000 तक बिहार विधान सभा में ध्यानाकर्षण समिति के सभापति रहे.
• 68 वर्ष उम्र
• गया टाउन विधानसभा क्षेत्र से विधायक
• 1990 से गया टाउन विधानसभा क्षेत्र से लगातार 8 बार निर्वाचित.
• पूर्व मंत्री कृषि, पशु एवं मत्स्य संसाधन, बिहार सरकार
• अक्टूबर, 2015 में विधानसभा चुनाव के बाद गठित बिहार विधानसभा में डॉ. प्रेम को विपक्ष का नेता चुना गया.
• सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग विभाग, सड़क निर्माण विभाग और शहरी विकास विभाग के पूर्व मंत्री भी हैं.
• 4 दिसंबर 2015 से 28 जुलाई 2017 तक नेता प्रतिपक्ष, बिहार विधान सभा.
• 66 वर्ष, उम्र
• विजय कुमार चौधरी समस्तीपुर जिले के सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं.
• विजय कुमार चौधरी1982 से बिहार विधानसभा सदस्य हैं.
• बिहार सरकार में वित्त विभाग, वाणिज्यिक कर और विधायिका संबंधी कार्य मंत्री.
• विजय कुमार चौधरी जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
• विजय कुमार चौधरी बिहार विधानसभा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. चौधरी को नीतीश कुमार का करीबी माना जाता है.
• 1982 में पिता के निधन के बाद विजय कुमार चौधरी ने बैंक की नौकरी से इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस के टिकट पर दलसिंहसराय उप-चुनाव में जीतकर पहली बार विधायक बने. चौधरी 1985 और 1990 में कांग्रेस के टिकट पर लगातार तीन बार विधायक बने. इसके बाद 2000 से 2005 तक वह बिहार कांग्रेस के महासचिव रहे.
• हालांकि, 2005 में वे नीतीश कुमार के साथ जुड़ गए और कांग्रेस के हाथ का साथ छोड़ दिया. 2005 में वो सरायरंजन से जदयू के टिकट पर चुनाव लड़े और चौथी बार विधायक बने. इसी साल नीतीश ने उन्हें जल संसाधन मंत्री बना दिया. वो 2015 और 2020 में हुए विधानसभा चुनावों में भी सरायरंजन से जीते.
• उम्र- 54 साल की उम्र
• जाति- कोइरी (कुशवाहा)
• सम्राट चौधरी ने 27 मार्च 2023 को औपचारिक रूप से बिहार के नये अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया.
• बिहार में उन्हें पार्टी अध्यक्ष नियुक्त करने के भाजपा के कदम को बड़ी संख्या में लव (कुर्मी) और कुश (कुशवाहा) वोटों को आकर्षित करने के प्रयास के रूप में देखा गया.
• चौधरी 6 साल पहले बीजेपी में शामिल हुए थे
• चौधरी पहले लालू प्रसाद की राजद और नीतीश कुमार की जदयू दोनों से जुड़े थे.
• 2017 तक, वह भाजपा में शामिल हो गए, जो कुछ ही समय बाद नीतीश कुमार के साथ जुड़ गई.
• चौधरी ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली पिछली एनडीए सरकार के दौरान पंचायती राज मंत्री के रूप में भी कार्य किया था.
• परबत्ता से बिहार विधानसभा में उनके दो कार्यकाल, 2000 और 2010 में, राजद के टिकट पर थे और वह 2000 से सत्ता से बाहर होने तक राबड़ी देवी सरकार में मंत्री भी थे.
• उनका राजनीतिक करियर 1999 में एक विवादास्पद मंत्री पद के साथ शुरू हुआ था.
• 2014 में, लोकसभा चुनाव में जेडीयू की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद, चौधरी ने राजद छोड़ दिया और जीतन राम मांझी मंत्रिमंडल में शामिल हो गए.
• चौधरी के पिता, एक अनुभवी राजनीतिज्ञ स्वर्गीय शकुनी चौधरी, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के करीबी सहयोगी थे.
• शकुनी चौधरी खगड़िया से कई बार विधायक और एक बार सांसद रहने के अलावा समता पार्टी के संस्थापक सदस्य भी रह चुके हैं, जिससे मूल रूप से नीतीश कुमार जुड़े थे.
• उनकी मां पार्वती देवी भी तारपुर विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं.
• उम्र- 55 वर्ष
• बचपन में ही यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से स्वयंसेवक के रूप में जुड़े थे
• एएन कॉलेज में पढ़ते हुए 1983 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की छात्र राजनीति में यह सक्रिय हो गए.
• पॉलिटेक्निक कॉलेज में पढ़ते हुए 1985 में राजकीय पॉलिटेक्निक मुजफ्फरपुर छात्र संघ के अध्यक्ष बनाए गए.
• 1990 में सिन्हा को राजेन्द्र नगर मंडल पटना महानगर भाजपा में उपाध्यक्ष पद की जिम्मेवारी मिली.
• साल 2000 में सिन्हा को प्रदेश संगठन प्रभारी, भारतीय जनता युवा मोर्चा बिहार-सह-चुनाव प्रभारी भाजपा सूर्यगढ़ा वि.स. जिला लखीसराय की जिम्मेवारी दी गई.
• 2002 में विजय कुमार सिन्हा भारतीय जनता युवा मोर्चा, बिहार के प्रदेश सचिव बनाए गए.
• 5 जून 1967 को जन्मे विजय कुमार सिन्हा के पिता स्व. शारदा रमण सिंह पटना के बाढ़ स्थित बेढ़ना के हाई स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक थे। उनकी मां का नाम स्व. सुरमा देवी है.
बिहार की राजनीति में कास्ट की बहुत अहमियत है. अब जब ये तय हो गया है कि नीतीश कुमार पाला बदलकर बीजेपी के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं, तो नई सरकार में भी जाति आधारित समीकरण को साधने की पूरी रूपरेखा तैयार कर ली गई है. नीतीश के सिर पर भले ही नौवीं बार सीएम का ताज सज रहा है, लेकिन नई सरकार में मंत्री पद के लिए जो नाम चुने गए हैं, वह जाति के समीकरण को ध्यान रखते हुए चुने गए हैं.
नीतीश कुमार को बिहार में एनडीए का प्रमुख भी नियुक्त किया गया है. अपना इस्तीफा सौंपने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा था कि महागठबंधन में स्थिति ठीक नहीं थी, इसलिए मैंने यह कदम उठाया. बता दें कि बिहार के महागठबंधन में लालू प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के साथ तीन वाम दल (सीपीआईएम, सीपीआई और सीपीआई माले) शामिल हैं. नीतीश कुमार ने कहा, 'मैं लंबे समय से किसी भी बारे में टिप्पणी नहीं कर रहा हूं क्योंकि महागठबंधन में चीजें सही नहीं थीं. मुझे अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं सहित सभी से राय और सुझाव मिल रहे थे. मैंने उन सभी की बात सुनी और आज इस्तीफा दे दिया'. नीतीश कुमार अब फिर से सीएम पद की शपथ ले चुके हैं.
बिहार की सत्ता में एक बार फिर परिवर्तन हो गया है. नीतीश कुमार नौंवी बार सीएम पद की शपथ ले चुके हैं. उनके साथ सम्राट चौधरी ने भी शपथ ली. राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह जारी है. बिहार में चल रही राजनीतिक उथल-पुथल के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और इसके साथ ही राज्य में 17 महीने पुरानी महागठबंधन सरकार का अंत हो गया है. इस्तीफा देने के बाद वह एनडीए विधायक दल की बैठक में शामिल हुए जहां उन्हें नेता चुना गया. इसके बाद नीतीश कुमार फिर से राज्यपाल के पास पहुंचे और सरकार बनाने का दावा पेश किया था.
बिहार की सत्ता में एक बार फिर परिवर्तन हो गया है. थोड़ी ही देर में नीतीश कुमार नौंवी बार सीएम पद की शपथ लेंगे. नीतीश कुमार राजभवन पहुंच गए हैं. यहां जेपी नड्डा से मिले. दोनों में बातचीत हुई. थोड़ी ही देर में शपथ ग्रहण होगा.
सामने आया है कि नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह में उपेंद्र कुशवाहा भी शामिल होंगे. उपेंद्र कुशवाहा आज सुबह पटना से काराकाट के लिए निकल गए थे. उसके बाद जेपी नड्डा ने बात की
काराकाट पहुंचे बगैर अरवल से ही कुशवाहा वापस लौटे और अब वह शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शामिल होंगे.
नीतीश कुमार की अगुवाई वाली जेडीयू के एनडीए में शामिल होने पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, 'जिस किसी को जाना होता है उसे कुछ न कुछ कहना ही पड़ता है. ऐसा कदम उठाने के बाद अपने विवेक के साथ रहना आसान नहीं है. अगर आप 9वीं बार ऐसा करते हैं तो ऐसी स्थिति में शायद अंतरात्मा ने बहुत पहले ही आपका साथ छोड़ दिया है. जो चाहे कुछ भी कह सकते हैं...नीतीश कुमार इतिहास में अपना नाम अच्छे से दर्ज करा सकते थे लेकिन सोचिए उन्होंने खुद को किस स्थिति में पहुंचा दिया है. हर घर में हंसी का पात्र बनते जा रहे हैं. '
बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह शाम पांच बजे होगा और उसके तुरंत बाद नई कैबिनेट की पहली बैठक होगी. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पटना के लिए रवाना हो गए हैं. (इनपुट- शशिभूषण)
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा, 'नीतीश कुमार को बिहार की जनता से माफी मांगनी होगी. उन्होंने बिहार की जनता को धोखा दिया है.नीतीश कल तक कह रहे थे कि ओवैसी बीजेपी की बी टीम है, क्या अब उन्हें उसी सीट पर जाकर बैठने में कोई शर्म नहीं आती? मैं तो लगातार कह रहा था कि नीतीश कुमार वापस जायेंगे.नीतीश कुमार द्वारा बिहार की जनता के साथ धोखा किया गया है. वहां कोई विकल्प नहीं रहा.क्या उन तीनों ने साथ रहने का वादा नहीं किया था? नीतीश कुमार ने मोदी के खिलाफ क्या-क्या नहीं कहा और अब बीजेपी के साथ हो गए हैं. पीएम मोदी, नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव को बिहार की जनता से माफी मांगनी चाहिए.' (इनपुट- अपूर्वा)
नीतीश कुमार के इस्तीफे पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, 'नीतीश के यू-टर्न के पीछे प्रधानमंत्री हैं! यह एक पूर्वनियोजित साजिश है जो पीएम ने रची है. इससे INDIA ब्लॉक की संभावनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा. बिहार की जनता उन्हें सही जवाब देगी.' (इंद्रजीत कुंडु)
आरजेडी नेता और लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने एक्स पर पोस्ट करते हुए हा, “गिरगिट” तो बस यूँ ही बदनाम है..! रंग बदलने की रफ़्तार से तो पलटिस कुमार को भी “गिरगिट रत्न“ से सम्मानित करना चाहिए."
लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास) के मुखिया चिराग पासवान ने कहा कि वह एनडीए में हैं और वह पीएम मोदी के हर फैसले के साथ में हैं. उन्होंने कहा कि एनडीए के सहयोगी होने के नाते शपथग्रहण समारोह में शामिल होंगे. चिराग पासवान ने कहा कि नीतीश कुमार के कार्यों की वजह से मेरा उनके साथ नीतिगत विरोध रहा है.
नीतीश कुमार और भाजपा द्वारा राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश करने के बाद भाजपा के कार्यकर्ता बिहार के पटना में जश्न मना रहे हैं. कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को बधाई दी और कुछ जगहों पर मिठाई भी बांटी.
नीतीश कुमार के साथ 2 उपमुख्यमंत्री और 6 कैबिनेट मंत्री भी शपथ लेंगे. जो विधायक आज मंत्री पद की शपथ लेंगे उनमें सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, डॉ. प्रेम कुमार, विजय चौधरी, विजेंद्र यादव , श्रवण कुमार और HAM के संतोष कुमार सुमन और निर्दलीय विधायक सुमित सिंह का नाम शामिल है.
नीतीश कुमार द्वारा महागठबंधन से नाता से अलग होने और एनडीए में फिर से शामिल होने के फैसले पर प्रशांत किशोर ने बड़ दावा किया है. प्रशांत किशोर ने कहा कि कि अभी जो गठबंधन हुआ यह गठबंधन लोकसभा चुनाव के 6 माह बाद नहीं रहेगा. विधानसभा चुनाव से पहले फिर नीतीश कुमार पलटेंगे यह लिखकर रख लीजिए.
बिहार में उलटफेर के बाद बीजेपी प्रवक्ता अजय आलोक ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'अगली खबर कांग्रेस से आएगी जल्द.'
नीतीश कुमार एक बार फिर राजभवन पहुंचे और एनडीए गठबंधन के विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल कौ सौंपा. इस समर्थन पत्र में 128 विधायकों के हस्ताक्षर हैं जिसमें 78 विधायक बीजेपी के, 45 विधायक जेडीयू के, चार विधायक HAM के और एक निर्दलीय विधायक के हस्ताक्षर शामिल हैं. शाम को पांच बजे राजभवन में नीतीश कुमार का शपथ ग्रहण होगा.
नीतीश कुमार को एक बार फिर NDA विधायक दल के नेता चुना गया है. बैठक के बाद नीतीश कुमार राजभवन पहुंचे जहां वह सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे. इस दौरान उनके साथ एनडीए के तमाम विधायक भी राजभवन पहुंचे. (इनपुट- शशिभूषण)
लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहणी आचार्य ने एक बार भी एक्स पर पोस्ट करते हुए नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, 'कूड़ा गया फिर से कूड़ेदानी में ,कूड़ा - मंडली को बदबूदार कूड़ा मुबारक'
जेडीयू नेता केसी त्यागी ने मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'खड़गे जी की प्रतिक्रिया आई है जिन्होंने नीतीश कुमार पर अवसरवादिता का आरोप लगाया है. कांग्रेस का एक कॉकस इंडिया गठबंधन को हड़पना चाहता है. दिल्ली की बैठक में खड़गे का नाम आगे रखा गया था लेकिन मुंबई की बैठक में तय किया गया था कि किसी का नाम आगे नहीं किया जाएगा. जितने भी गैर कांग्रेसी दल हैं वो सब कांग्रेस से लड़कर भारत की राजनीति में अपना स्थान बनाए हैं. कांग्रेस अपने सर्वाइल के दौर से गुजर रही है... वो भारतीय जनता पार्टी की ताकत को कमतर आंक रहे हैं हमें हकीकत पता है. पीएम मोदी की लोकप्रियता के बारे में हम जानते हैं. हमें अफसोस भी है और राहत भी है कि इस इंडिया गठबंधन का जो सूत्रधार था वो इससे बाहर आ गया है.'
बिहार में एनडीए गठबंधन वाली नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह शाम को पांच बजे राजभवन में होगा, जिसके लिए राजभवन में तैयारियां की जा रही हैं. इस हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के मुखिया जीतनराम मांझी भी अपने विधायकों के साथ एनडीए की बैठक में हिस्सा लेने के लिए सीएम हाउस पहुंच गए हैं. (इनपुट- शशिभूषण)
बीजेपी ने इस बार बिहार में बड़ा बदलाव किया है. पिछली बार बीजेपी ने पिछड़ी जाति से आने वाले तारकेश्वर प्रसाद और रेणु देवी को डिप्टी बनाया था तो वहीं इस बार भूमिहार समुदाय से आने वाले विजय सिन्हा और पिछड़ी जाति से आने वाले सम्राट चौधरी को डिप्टी सीएम बनाया जाएगा.
नीतीश कुमार के इस्तीफे पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'इसे लेकर मेरी तेजस्वी यादव से बात हुई तो उन्होंने बताया कि हम और आप मिलकर लडेंगे.तेजस्वी यादव ने कहा था मैं कोशिश करता हूं उनको (नीतीश कुमार) साथ रखने रखने का. हमने इंडिया ब्लॉक को साथ रखने के लिए कोशिश की. हमें जिस बात का अंदेशा था वो सच साबित हुआ. देश में आयाराम-गयाराम जैसे कई लोग हैं.'
बीजेपी विधायकों को ले जाने के लिए बस आ गई है. ये बस सभी विधायकों को लेकर सीएम आवास लेकर जाएगी. इस बीच सम्राट चौधरी को बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया. बीजेपी के राज्य प्रभारी विनोद तावड़े ने कहा, 'हमारे सीनियर विधायक नंदकिशोर यादव ने प्रस्ताव रखा जिसका डॉ. प्रेम कुमार जी, पार्वती, जनकराम, नीतिन नवीन जी ने समर्थन किया और सभी विधायकों ने एक स्वर में समर्थन करते हुए प्रस्ताव पारित किया. सम्राट चौधरी को विधायक दल का नेता और उपनेता के रूप में विजय कुमार जी का नेता चुना गया. यहां से सभी विधायक जेडीयू के साथ होने वाली संयुक्त बैठक में शामिल होंगे और नेता था उपनेता का चुनाव होगा.'
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, "नीतीश कुमार को मैं धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया. उनकी जो भी मजबूरी रही लेकिन बिहार पेशोपेश में था, डेढ़ साल में बिहार में जंगलराज 2 की स्थिति आ गई थी. अगर तेजस्वी यादव की ताजपोशी हो जाती तो बड़ी कठिनाई होती... भाजपा जंगलराज नहीं आने देगी..."
नीतीश कुमार के इस्तीफे के साथ ही पटना में नीतीश कुमार के साथ में पीएम मोदी के पोस्टर लग गए हैं. पोस्टर में लिखा है, 'नीतीश सबके हैं, कोटि-कोटि बधाई...'
आरजेडी नेता एजाज अहमद ने नीतीश पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने युवाओं का सपना पूरा करने वाले तेजस्वी यादव को धोखा दिया. एजाज अहमद ने कहा, 'हमने आपका साथ देकर आपके अस्तिस्व और पार्टी को बचाया लेकिन आज आपने स्वार्थ में इस्तीफा देकर युवाओं के नेतृत्वकर्ता तेजस्वी यादव की सोच को धक्का पहुंचाने का काम किया है. आज ठग और लोभी का गठबंधन तैयार हो रहा है.'
बिहार राजभवन ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, 'माननीय राज्यपाल श्री राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर राजेंद्र आर्लेकर ने माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार का त्यागपत्र स्वीकार किया तथा वैकल्पिक व्यवस्था होने तक उन्हें कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करने को कहा.'
इस्तीफा देने के बाद मीडिया से बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि मैं काम कर रहा था लेकिन मुझे काम नहीं करने दिया जा रहा था. इससे लोगों को दुख हो रहा था. उन्होंने कहा, 'आज हमने इस्तीफा सौंप दिया. हमने अपने लोगों, पार्टी की राय को सुना और इसलिए आज हमने इस्तीफा दे दिया और जो सरकार थी वो समाप्त कर दिया. जिस तरह से वहां के लोगों का दावा हो रहा था वो लोगों को खराब लग रहा था. आज अन्य पार्टियां जो पहले साथ में थी वो तय करेंगी. आगे जो होगा वो देखिएगा.'
नीतीश कुमार द्वारा सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद अब एनडीए के समर्थन से नई सरकार के गठन की तैयारियां तेज हो गई हैं. कहा जा रहा है कि जेडीयू विधायक दल की बैठक के दौरान नीतीश कुमार ने बीजेपी के दिग्गज नेता से फोन पर बात की. इस बीच शपथ ग्रहण के लिए राजभवन में तैयारियां शुरू हो गई हैं. नीतीश कुमार आज ही नौंवी बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे. (इनपुट-शशिभूषण)
नीतीश कुमार ने राजभवन जाकर राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. अब कुछ ही देर में बीजेपी के विधायक सीएम आवास पहुंचेंगे. आज ही नई सरकार बनाने का दावा नीतीश कुमार की तरफ से पेश किया जाएगा.
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी विधायकों की अलग रूम में बैठक शुरू हो गई है और अब समर्थन पत्र पर विधायकों के हस्ताक्षर लिए जा रहें हैं. थोड़ी देर में बीजेपी के विधायकों को मुख्यमंत्री आवास ले जाया जाएगा. यहां पर एनडीए विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार को विधायक दल का नेता चुना जाएगा. (इनपुट- हिमांशु मिश्रा)
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजभवन पहुंच गए हैं. जहां जाकर वह राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौपेंगे और आज ही नई सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे. सारे घटनाक्रम को देखते हुए राजभवन में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
इस बीच पटना में बीजेपी की बैठक खत्म हो गई है. कांग्रेस नेता तारिक ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'आश्चर्य की कोई बात नहीं है. शादी किसी के साथ और अफेयर किसी दूसरे के साथ. नीतीश कुमार का स्वभाव बन चुका है.'
सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार ने जेडीयू विधायक दल की बैठक में इस्तीफे का ऐलान करते हुए कहा कि अब साथ रहना मुश्किल है और इस्तीफे का वक्त है. बैठक के बाद वह कुछ ही देर में इस्तीफा देने के लिए राजभवन के लिए रवाना होने वाले हैं जहां जाकर वह राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौपेंगे. (इनपुट- शशिभूषण)
सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजभवन के लिए रवाना हो रहे हैं और कुछ देर में राज्यपाल से मिलकर वह अपना इस्तीफा सौंप देंगे. इसके बाद एनडीए के समर्थन से नई सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे.
गिरिराज सिंह ने कहा कि जब गतिविधि राजनीतिक उथल-पुथल होती है तो स्वाभाविक है कि इसका प्रभाव और दुष्प्रभाव समाज पर पड़ता है.भारतीय जनता पार्टी सशक्त राजनीतिक दल है. वह भी अपने विधायकों के साथ बैठक कर रही है. भाजपा मूक दर्शक नहीं, बल्कि गंभीरता से घटनाक्रम को देख रही है. नौकरियों का श्रेय लेने की होड़ पर गिरिराज सिंह ने कहा कि यह एनडीए के शासनकाल में ही निर्णय लिया गया था, तेजस्वी यादव श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं. एनडीए के शासनकाल में ही शिक्षकों की नियुक्ति का फैसला हुआ था.
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार में जारी सियासी हलचल पर कहा की अभी तो लालू यादव ने न समर्थन वापस लिया है, और न ही नीतीश कुमार ने इस्तीफा दिया है. भाजपा सभी बिंदुओं पर नजर बनाई हुई है. जब जैसा समय होगा वैसा निर्णय पार्टी लेगी. सभी दल अपने-अपने विधायकों के साथ बैठक कर रहे हैं, भाजपा भी लगातार बैठक कर रही है और समय आने पर उचित निर्णय लिया जाएगा. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी आज बिहार आ रहे हैं.
बिहार में वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर RJD नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, 'अब तो जनता भी कह रही है कि देखा है पहली बार ऐसी पलटीमार सरकार. अब जो भी होगा जनता सब देख रही है. नीतीश कुमार के साथ तेजस्वी यादव जब सरकार में उपमुख्यमंत्री बनें, तो 15 महिनों के कामों को कोई नहीं भुला सकता. यह हमारी उपलब्धि है. आगे जो भी होगा उसका सामना किया जाएगा'.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर जेडीयू विधायक दल की बैठक शुरू हो चुकी है. जेडीयू सांसद कौशलेंद्र कुमार ने कहा कि हमें बुलाया गया है, इसलिए हम यहां आए हैं. बिहार के मौजूदा राजनीतिक हालात पर जेडीयू सांसद लेशी सिंह ने कहा कि बैठकें होती रहती हैं. आज की बैठक में हमारे नेता सीएम नीतीश कुमार पार्टी और राज्य के पक्ष में जो भी फैसला लेंगे, हम उसके साथ खड़े हैं.
बिहार बीजेपी के विधायक बैठक के लिए पटना स्थित पार्टी कार्यालय पहुंच रहे हैं. विधायक राम सिंह ने कहा लोकसभा चुनाव को लेकर बैठकें चल रही हैं. ऊपर से जो आदेश आएगा उसे लागू किया जाएगा. जेपी नड्डा यहां आ रहे हैं, हम सभी 40 सीटें जीतेंगे.
इस बीच पटना बीजेपी आफिस में नेताओं का पहुंचना शुरू हो गया है. वहीं दूसरी तरफ नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री आवास पर होने वाली जेडीयू विधायक दल की बैठक में भी जदयू के विधायकों का आना शुरू हो गया है.
एनडीए के सहयोगी और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के मुखिया उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा, 'बिहार के लिए आज का दिन खास है. नीतीश कुमार को आरजेडी को तरफ से गालियां दी जा रही थीं. मैंने कहा था की नीतीश कुमार अगर ज्यादा दिन आरजेडी के साथ रहे तो उनकी उम्र कम हो जाएगी. हम एनडीए के साथ हैं.पहले नीतीश कुमार को साथ आने दीजिए. मैं आज पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक पटना से बाहर जा रहा हूं' (इनपुट- शशिभूषण)
बीजेपी जहां पहले नीतीश कुमार के इस्तीफे का इंतजार कर रही है तो वहीं जेडीयू खेमा सशंकित है. जेडीयू सूत्रों के मुताबिक, आज सुबह 10 बजे विधायक दल की बैठक के दौरान कुछ जेडीयू विधायक नीतीश कुमार के सामने अपनी आशंका व्यक्त करेंगे कि बीजेपी द्वारा समर्थन पत्र साझा किए बिना सीएम को इस्तीफा नहीं देना चाहिए, क्योंकि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि बीजेपी अपने वादे पर कायम रहेगी.पार्टी के कुछ नेताओं को चिंता है कि भाजपा नीतीश को इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर सकती है और फिर विधानसभा को भंग करने के लिए मजबूर कर सकती है. (इनपुट- पॉलोमी साहा)
आरजेडी का गेम प्लान ये है कि 4 फरवरी से बिहार विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो रहा है और विधानसभा सत्र के दौरान जब नीतीश कुमार विश्वास प्रस्ताव लेकर आएंगे तो उसे दौरान जेडीयू के कुछ विधायकों को वोटिंग के दौरान अनुपस्थित करवा दे. या फिर उससे पहले ही कम से कम 16 विधायक अगर इस्तीफा दे देते हैं तो फिर बिहार विधानसभा का संख्या बल 243 से घटकर 227 पर आ जाएगा और फिर नीतीश कुमार की सरकार गिर जाएगी. 16 विधायक के इस्तीफा के बाद विधानसभा में संख्या बल घटना के बाद 227 रह जाएगा और महागठबंधन में 114 विधायक है तो फिर नीतीश कुमार की सरकार गिरने के बाद तेजस्वी यादव सरकार बना सकते हैं.
पूर्णिया जिले के कांग्रेस कार्यालय में 11:30 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी. यह बैठक प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के नेतृत्व में होगी. वही जानकारी के अनुसार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और जगनानंद सिंह भी रहेंगे. सूत्रों की माने तो वर्तमान समय में चल रहे हैं महागठबंधन में खींचातानी को लेकर यह बैठक की जा रही है. (इनपुट- रोहित सिंह)
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी ने नीतीश कुमार के सामने शर्त रखी हैं पहले आप मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दीजिए उसके बाद ही बीजेपी और एनडीए के अन्य घटक दल समर्थन पत्र देंगे. इस्तीफ़े के बाद ही एनडीए की विधायक दल की बैठक होगी जिसमें नीतीश कुमार को एनडीए का विधायक दल का नेता चुना जायेगा. (इनपुट- हिमांशु मिश्रा)
इस बीच लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने एक बार फिर नाम लिए बगैर बीजेपी और नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, 'जब तक साँस बाकी है, सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी है..तेजस्वी की यही पहचान देखी है,लाखों युवाओं के चेहरे पे जो खिली मुस्कान देखी है..'
बिहार में जारी सियासी उठापटक के बीच विभिन्न राजनीतिक दलों की बैठकों का दौर भी जारी है. पटना में जहां जेडीयू विधायक दल की बैठक होगी तो वहीं आरजेडी ने विधायकों को पटना में रहने का आदेश दिया. बीजेपी आज अपने सांसदों और विधायकों संग बैठक करेगी, तो दूसरी तरफ पूर्णिया में कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी जिसके लिए भूपेश बघेल को पर्यवेक्षक बनाकर भेजा गया है.