बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने गुरुवार को जहानाबाद में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के क्षेत्रीय कार्यालय के उद्घाटन के दौरान भूमिहार जाति पर तीखे बयान देकर एक नया विवाद खड़ा कर दिया है. उन्होंने कहा, "मैं भूमिहार जाति को अच्छे से जानता हूं. जब लोकसभा चुनाव हुआ तो इस जाति के लोग नीतीश कुमार का साथ छोड़कर भाग गए."
मंत्री चौधरी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि अगर किसी उम्मीदवार ने किसी के दरवाजे पर दो-तीन बार दस्तक नहीं दी, तो वह खराब माना जाता है, जबकि अगर वही उम्मीदवार भूमिहार जाति का हो और उसने यह काम कभी भी नहीं किया हो, तो उसे अच्छा माना जाता है.
यह टिप्पणी उन्होंने लोकसभा चुनाव में जेडीयू के अति पिछड़ा उम्मीदवार को भूमिहार समुदाय से समर्थन न मिलने के संदर्भ में की. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने भूमिहारों के गांवों में सड़कें बनवाईं, लेकिन जब अति पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार को टिकट दिया गया, तो भूमिहारों ने समर्थन देने से हाथ खींच लिए.
मंत्री ने अपने बयान में यह भी संकेत दिया कि भूमिहार समुदाय के नेताओं को विधानसभा चुनावों में टिकट न मिलने का सामना करना पड़ सकता है, जिससे राजनीतिक माहौल और गर्म हो गया है.
रोहित कुमार सिंह