नाम- मुकेश सहनी, दावा डिप्टी CM पद पर, पार्टी VIP... लेकिन चुनाव में खाता ही नहीं खुला!

बिहार की जनता से जिस तरह VIP को नकार दिया है, ऐसे में अब सवाल उठने लगा है कि क्या मुकेश सहनी महागठबंधन के लिए कमजोर कड़ी साबित हुए. साथ ही इस परिणाम के बाद मुकेश सहनी की राजनीतिक राह आगे आसान नहीं रहने वाली है. 

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मुकेश सहनी की पार्टी का खाता भी नहीं खुला. (Photo: ITG) मुकेश सहनी की पार्टी का खाता भी नहीं खुला. (Photo: ITG)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 14 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 3:09 PM IST

मुकेश सहनी, बिहार विधानसभा चुनाव का एक ऐसा किरदार, जो चुनाव से पहले मनमुताबिक राजनीतिक मोलभाव कर रहा था, क्योंकि इनके लिए दोनों दरवाजे खुले थे. कभी NDA से नजदीकी की खबर आई. लेकिन आखिर में ये महागठबंधन में शामिल हो गए, तेजस्वी को CM को उम्मीदवार बनाकर खुद के लिए डिप्टी CM पर मुहर लगवा ली. 2022 और उसके बाद वे लगातार तेजस्वी यादव के साथ मंच साझा करते दिखे. तेजस्वी के साथ उनकी नजदीकियों ने यह संकेत दिया कि बिहार की राजनीति में वे एक बार फिर अपने सामाजिक आधार को मजबूत करने के लिए महागठबंधन का विकल्प चुन रहे हैं.

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दरअसल, चुनाव से पहले सीट बंटवारे के दौरान विकासशील इंसान पार्टी यानी VIP के प्रमुख मुकेश सहनी 60 सीटों पर अपनी दावेदारी पेश कर रहे थे, काफी मान-मनौबल के बाद 15 सीटों पर राजी हुए. इससे पहले 2020 के विधानसभा चुनाव में VIP ने 11 सीटों पर चुनाव लड़ा था. यही नहीं, मुकेश सहनी ने लोकसभा चुनाव से पहले भी खुद को 'निषाद समाज' का सबसे बड़ा चेहरा बताते हुए महागठबंधन से तीन सीट लेने में कामयाब रहे थे.

VIP पार्टी को तगड़ा झटका

लेकिन अब विधानसभा चुनाव के नतीजों से VIP की राजनीति सिमटती नजर आ रही है. एक भी सीट पर जीत नहीं मिली. यानी 15 सीटों पर उम्मीदवार उतारकर मुकेश सहनी अपना खाता तक नहीं खोल गए, जबकि चुनाव से पहले बड़े-बड़े दंभ रहे थे, चुनाव प्रचार से दौरान लगातार तेजस्वी यादव के साथ नजर आ रहे थे. 

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मुकेश सहनी का आत्मविश्वास इतना बढ़ गया था, कि चुनाव से पहले ही उन्होंने महागठबंधन से खुद को डिप्टी सीएम घोषित करवा लिया था. हालांकि चुनाव में जीत-हार लगी रहती है, लेकिन बिहार की जनता से जिस तरह VIP को नकार दिया है, ऐसे में अब सवाल उठने लगा है कि क्या मुकेश सहनी महागठबंधन के लिए कमजोर कड़ी साबित हुए. साथ ही इस परिणाम के बाद मुकेश सहनी की राजनीतिक राह आगे आसान नहीं रहने वाली है. 

मुकेश सहनी का राजनीतिक सफर
साल 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने शुरुआत में महागठबंधन का हिस्सा बनने की कोशिश की, लेकिन फिर वे NDA में शामिल हो गए और उनकी पार्टी 11 सीटों पर चुनाव लड़ी,  VIP ने 4 सीटों पर जीत दर्ज की, और मुकेश सहनी को बिहार सरकार में मंत्री बनाया गया. हालांकि बाद में उनके तीनों विधायक BJP में चले गए. 

हाल के वर्षों में सहनी ने अपनी पार्टी का संगठन गांव-गांव तक ले जाने पर जोर दिया है. युवाओं और मछुआरा समुदाय में उनकी पकड़ अभी भी मानी जाती है. लेकिन केवल इस सवाल के बल पर चुनाव जीतना संभव नहीं है और यही कारण है कि 2025 के बिहार चुनाव में मुकेश सहनी का खाता नहीं खुल पाया.

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मुकेश सहनी के बारे में 
मुकेश सहनी की जिंदगी संघर्षों से भरी रही है. दरभंगा के एक साधारण मछुआरा परिवार से निकलकर अपनी पहचान बनाई. बिहार के दरभंगा जिले में जन्मे सहनी पहले मुंबई में फिल्म सेट डिजाइनर थे. फिर अचानक राजनीतिक इच्छा जगी और साल 2018 में उन्होंने अपनी राजनीतिक पार्टी विकासशील इंसान पार्टी (VIP) बनाई. पार्टी के वोटर बिहार के मछुआरा समाज (निषाद समाज) और नाविक समुदाय है. वो लगातार पिछड़े, अतिपिछड़े और खासकर निषाद समाज की आवाजें मजबूती से उठाते रहे. 

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