बिहार के आरा से सटे भोजपुर में लाइब्रेरी में पढ़ने गई एक छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है. आरोपियों ने वारदात के बाद लड़की को एक दवा का ओवर डोज देकर उसकी जान भी ले ली. घटना के बाद पीड़ित परिजनों ने समाज में लोकलाज के डर से आनन-फानन में मृत लड़की का पोस्टमार्टम कराए बिना ही उसका दाह-संस्कार कर दिया.
छात्रा के साथ गैंगरेप और हत्या
घटना पिछले 22 मई को जिले के हसनबाजार थाना क्षेत्र की है. बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म और उसकी हत्या की सूचना मिलते ही स्थानीय थाना पुलिस मौके पर पहुंची और इस घटना में शामिल एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इसके साथ ही इसमें शामिल अन्य अभियुक्तों को गिरफ्तार करने के लिए लागातार छापेमारी भी कर रही है. मृत छात्रा के बड़े भाई ने संबंधित थाने में लाइब्रेरी संचालक समेत उसके अन्य साथियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसमें सामूहिक दुष्कर्म के बाद दवा का हैवीडोज देकर हत्या किए जाने का गंभीर आरोप लगाया गया है.
लाइब्रेरी में पढ़ने गई थी पीड़िता
मिली जानकारी के अनुसार हसनबाजार थाना इलाके की रहने वाली एक 20 साल की युवती स्नातक पार्ट टू की छात्रा थी. वह हर दिन की तरह 22 मई को हसनबाजार थाना क्षेत्र स्थित एक लाइब्रेरी में पढ़ने के लिए गई हुई थी. इस दौरान लाइब्रेरी की दूसरी मंजिल पर स्थित कमरे में तीन दोस्तों ने पीड़िता के साथ सामूहिक दुष्कर्म को अंजाम दिया.
अस्पताल ले जाते हुए लड़की की मौत
सूचना मिलने पर जब लड़की के परिवार वाले लाइब्रेरी पहुंचे तो उन्होंने देखा कि छात्रा दूसरी मंजिल पर रूम के बाहर गेट के पास अचेत अवस्था में पड़ी थी. उसके कपड़े भी छिन्न-भिन्न हालात में था. इसके बाद परिवार वाले आनन-फानन में लड़की को उठाकर इलाज के लिए एक मेडिकल की दुकान पर ले गए. दुकान संचालक ने पीरो अस्पताल ले जाने की सलाह दी. अस्पताल ले जाते हुए रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया. इसके बाद पीड़ित परिजनों ने सामाज के लोक-लाज के डर से पुलिस को सूचना दिए बिना गांव पर ही शव का दाह-संस्कार कर दिया. पुलिस की शुरुआती जांच में यह भी बात आ रही है कि आरोपियों ने सामूहिक दुष्कर्म के पहले छात्रा को धोखे से यौनवर्धक दवा भी खिलाई थी.इसके बाद वारदात को अंजाम दिया गया था. जब वह अचेत अवस्था में मिली थी तो उसे सांस लेने में भी परेशानी हो रही थी.पुलिस भी दवा की डोज से मौत की संभावना जता रही है.
पुलिस में नौकरी के लिए कर रही थी तैयारी
इधर पीड़िता की छोटी बहन ने बताया कि मेरी बड़ी दीदी रोज की तरह 22 मई को घर का सारा काम निपटाकर मैदान में प्रैक्टिस करने चली गई थी. वह पुलिस में नौकरी के लिए तैयारी कर रही थी. इसके बाद वो पढ़ने के लिए लाइब्रेरी चली गई थी. वहां हैवानों ने उसके साथ गलत काम किया. घटना की सूचना मिलने के बाद जब हम और भइया वहां पहुंचे तो देखा कि दूसरे फ्लोर की सीढ़ी के किनारे मेरी बहन बेसुध हालत में पड़ी हई है और उसके कपड़े भी फटे हुए थे. इसके बाद हम लोग उसको इलाज के लिए हॉस्पिटल लेकर जा ही रहे थे कि उसकी मौत हो गई.
पीड़िता की बहन ने बताया कि हम लोग छह बहन और एक भाई हैं. मेरी दीदी छठे स्थान पर थी. वो मेरे भाई जैसी थी. घर में खाना बनाने से लेकर भैंसों को नहलाने और उन्हें चारा देने तक का काम करती थी. पापा राज मिस्त्री का काम करते हैं. पिता के सपनों और घर की स्थिति को ठीक करने के लिए मेरी बहन ने एक एकेडमी भी जॉइन की थी. वहां पुलिस और सेना में जाने की तैयारी कराई जाती है. पीड़िता की बहन ने प्रशासन और सरकार से गुहार लगाते हुए इस घटना में शामिल सभी लोगों को फांसी देने का मांग की है.
लाइब्रेरी संचालक की भूमिका की जांच
वहीं इस घटना के संबंध में भोजपुर एसपी राज के अनुसार पकड़ा गया डीसी यादव हसन बाजार थाना के कातर गांव का निवासी है. गिरफ्तार आरोपित ने पूछताछ में दुष्कर्म को लेकर अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. साथ ही कांड में संलिप्त अपने दो और साथियों कातर गांव के विकास यादव एवं बबलू यादव का नाम बताया है. उनकी भी गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी चल रही है. इसके अलावा लाइब्रेरी संचालक की भूमिका को लेकर जांच चल रही है.
दवा के डोज से भी मौत
पुलिस ने साक्ष्य के तौर पर लाइब्रेरी के पास का सीसीटीवी फुटेज भी जब्त किया है.छात्रा की मौत कैसे हुई इसको लेकर अभी जांच चल रही है. वैसे गलत दवा के डोज से भी मौत होने की संभावना जतायी जा रही है. पुलिस की शुरुआती जांच में यह बात आ रही कि छात्रा कातर गांव के विकास यादव के संपर्क में थी. पुलिस को छात्रा के मोबाइल से चैटिंग संबंधी साक्ष्य भी मिला है. विकास यादव एवं उसका साथी बबलू दोनों लाइब्रेरी के दूसरे फ्लोर के कमरे में रहते थे. घटना के दिन विकास ने ही मैसेज कर उसे बुलाया था. पुलिस ने साक्ष्य के तौर पर छात्रा का मोबाइल एवं चैटिंग मैसेज भी जब्त किया है.
सोनू कुमार सिंह