Kia के प्लांट से 19 करोड़ के 1,008 इंजन चोरी! जांच के घेरे में पूर्व कर्मचारी और स्क्रैप डीलर, जानें पूरा मामला

Kia Engine Theft: पुलिस जांच के दस्तावेजों से पता चला है कि आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में स्थित किआ इंडिया के प्लांट के दो पूर्व कर्मचारियों पर आरोप है कि उन्होंने स्क्रैप डीलरों मिलीभगत से पिछले 3 सालों में फैक्ट्री से 1,008 इंजन चुराए हैं. जिनकी कीमत तकरीबन 19.74 करोड़ रुपये के आसपास है.

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Kia India Engine Theft Kia India Engine Theft

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 05 जून 2025,
  • अपडेटेड 12:34 PM IST

Kia India Engine Theft: मशहूर कार निर्माता कंपनी किआ के प्लांट से हजारों की संख्या में इंजन चोरी का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. करोड़ों रुपये के इंजन चोरी के इस मामले में किआ इंडिया के दो पूर्व कर्मचारियों पर आरोप लगा है कि उन्होंने स्क्रैप डीलरों के साथ मिलकर पिछले 3 सालों में कार निर्माता की फैक्ट्री से 1,008 इंजन चुराए हैं. 

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रायटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस जांच के दस्तावेजों से पता चला है कि आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में स्थित किआ इंडिया के प्लांट के दो पूर्व कर्मचारियों पर आरोप है कि उन्होंने स्क्रैप डीलरों मिलीभगत से पिछले तीन सालों में फैक्ट्री से 1,008 इंजन चुराए हैं. जिनकी कीमत तकरीबन 2.3 मिलियन डॉलर (तकरीबन 19.74 करोड़ रुपये) बताई जा रही है. जांच में पाया गया है कि, इस मामले का कार के मेकर के ऑपरेशन, स्टेकहोल्डर्स के विश्वास और वर्कस्टेशन की सेफ़्टी पर बुरा प्रभाव पड़ा है. 

कैसे खुला इंजन चोरी का मामला?

रिपोर्ट के अनुसार, मार्च में किआ इंडिया ने आंध्र प्रदेश पुलिस से शिकायत की थी कि इंटर्नल रिकॉर्ड के रिव्यू में पाया गया कि उसकी सहयोगी कार निर्माता कंपनी हुंडई से प्राप्त इंजन गायब थे. इस मामले में कंपनी ने कुछ पूर्व कर्मचारियों और मौजूदा कर्मचारियों पर संदेह जताया था. 16 अप्रैल को पुलिस द्वारा जारी किए गए दस्तावेज़ के अनुसार, प्रारंभिक पुलिस जांच में पाया गया कि किआ इंडिया फैक्ट्री के दो पूर्व कर्मचारी - एक टीम लीडर और इंजन डिस्पैच सेक्शन में सेक्शन हेड - जाली चालान और गेट पास का उपयोग करके फैक्ट्री से इंजनों को अवैध रूप से ले जाने में शामिल थे.

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रॉयटर्स की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि, इन कर्मचारियों ने कम से कम दो अन्य व्यक्तियों के साथ मिलकर इस कारनामे को अंजाम दिया है. जिन्होंने ट्रांसपोर्टेशन की व्यवस्था करने में मदद की, और दो अन्य स्क्रैप डीलरों ने उन्हें देश की राजधानी दिल्ली जैसे दूर के खरीदारों को बेचने में मदद की. इस मामले में पुलिस का कहना है कि, इस पूरे ऑपरेशन में फर्जी रिजस्ट्रेशन संख्या वाले कई ट्रकों का भी उपयोग किया गया है.

क्या कह रही है कंपनी?

इंजन चोरी के इस मामले में किआ इंडिया ने मीडिया को बताया कि, पिछले साल जब कंपनी ने अपनी इन्वेंट्री मैनेजमेंट प्रोसेस को बेहतर बनाया तो उसे मामले का पता चला. शुरुआत में किआ इंडिया ने आंतरिक जांच की और चोरी सामने आने पर तत्काल पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद चोरी में शामिल लोगों के बारे में खुलासा हो सका है.

किआ इंडिया के मैनेजमेंट ने इस साल जनवरी में पहली बार इंजन चोरी के मामले को रिपोर्ट किया था. तकरीबन एक महीने बाद मैनेजमेंट ने प्लांट परिसर में CCTV फुटेज के जरिए अनिधिकृत वाहनों की आवाजाही देखी. मार्च में पाया गया कि गायब होने वाले इंजनों की संख्या बढ़कर 940 हो गई है. इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उन मुकदमा चलाया जा रहा है. पुलिस ने इस मामले में 9 मोबाइल फोन जब्त किए हैं जिसमें कई व्हाट्सएप स्क्रीन शॉट, ट्रांसपोर्ट इनवॉइस और ट्रकों के फोटो मिले हैं.

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