सोचिए... एक सूना रास्ता है. हवा शांत है और आसमान बिल्कुल साफ़. आपकी नज़रें बस आगे बढ़ते सफ़र पर टिकी हैं. लेकिन इसी शांत आसमान की ऊँचाई में कहीं एक छोटा-सा ड्रोन आपके शहर, आपकी सीमा या आपके घर को निशाना बनाने के इरादे से उड़ रहा है. आम आदमी की आँख उसे पकड़ नहीं पाएगी, लेकिन देश की सुरक्षा अब आम नहीं रही. इसी खामोशी को चीरते हुए आता है इंद्रजाल रेंजर, यह एक एआई-ऑपरेटेड सेफ्टी व्हीकल है, जो सिर्फ ड्रोन को देखता ही नहीं, बल्कि उसके इरादे पढ़कर उसे उसी नष्ट करने की क्षमता रखता है.
कहानी शुरू होती है हैदराबाद की एक युवा टीम से. एक ऐसी टीम, जो जानती है कि आने वाले वक्त का सबसे ख़तरनाक हथियार सिर्फ बंदूकें नहीं, बल्कि हवा में उड़ते छोटे-छोटे ड्रोन होंगे. ड्रोन जो जासूसी कर सकते हैं, हथियार पहुँचा सकते हैं और गलत हाथों में पड़ जाए तो आतंक का नया चेहरा बन सकते हैं. इसी खतरे को देखते हुए हैदराबाद बेस्ड स्टार्टअप इंद्रजाल ड्रोन डिफेंस (Indrajaal Drone Defence), ने भारत का पहला AI-इनेबल्ड एंटी-ड्रोन पेट्रोल व्हीकल (ADPV) दुनिया के सामने पेश किया है. इसे इंद्रजाल रेंजर नाम दिया गया है.
इंद्रजाल रेंजर कोई साधारण वाहन नहीं है. यह एक चलता-फिरता रक्षा कवच है जो कमांड-सेन्टर जैसा काम करता है. इसे टोयोटा हाइलक्स (Toyota Hilux) के दमदार 4x4 प्लेटफॉर्म पर तैयार किया गया है. इसकी खासियत यह है कि यह कभी रुकता नहीं है. वाहन चल रहा हो या तेज़ रफ्तार में हो, यह सिस्टम आसमान में मंडराते खतरों को पहचान लेता है. इसका एआई एयरस्पेस में एक-एक हरकत पर नज़र रखता है, टार्गेट लॉक करता है और खतरे का जवाब देने के लिए तुरंत एक्शन लेता है. इसके भीतर लगी C5ISRT तकनीक इसे किसी साइंस-फिक्शन फिल्म के कैरेक्टर जैसा बनाती है.
अब तक देश की सुरक्षा में कई जगह स्टैटिक C-UAS सिस्टम लगे हुए हैं. ये अच्छे हैं, पर इनकी अपनी एक सीमा है. ये अपनी सीमा में बंधे रहते हैं. खतरा अगर एक किलोमीटर आगे निकल जाए या अचानक दिशा बदलकर किसी दुर्गम इलाके में चला जाए, तो ये सिस्टम उसका पीछा नहीं कर सकते. और यहीं से जन्म लिया इंद्रजाल रेंजर ने.
यह ADPV यानी एंटी-ड्रोन पेट्रोल व्हीकल उन स्टैटिक सिस्टम्स की कमियों को पूरा करने के लिए बनाया गया है. एक ऐसा वाहन जो सीमा पर भी घूम सके, शहर की सड़कों पर भी, इंडस्ट्रियल कॉरिडोरों में भी और दूर-दराज़ क्षेत्रों में भी. जो खतरे को सिर्फ देखे नहीं, बल्कि उसके पीछे दौड़कर उसे खत्म कर दे.
डिटेक्शन: सॉफ्ट कैप्चर: सॉफ्ट किल: हार्ड किल:
मतलब, दुश्मन का ड्रोन अगर 10 किलोमीटर दूर भी आसमान में मंडरा रहा हो, तो रेंजर उसे देख लेगा. और अगर रेंजर को किसी भी तरह का खतरा महसूस होता है तो वह उसे कब्जे में भी ले लेगा या जरूरत पड़े तो उसे हवा में ही खत्म कर देगा.
इसके अंदर लगे उपकरण किसी टेक-थ्रिलर के हथियारों जैसे हैं.
डायरेक्शन फाइंडर: ड्रोन कहाँ है और ऑपरेटर किस दिशा में है, यह बताता है.
साइबर टेकओवर यूनिट: ड्रोन को रिमोटली हाइजैक कर लेता है, बिना उसे नुकसान पहुँचाए.
ज़ॉम्बी इंटरसेप्टर ड्रोन: यह वही ड्रोन है जो दुश्मन ड्रोन का पीछा करता है और ज़रूरत पड़े तो हवा में टक्कर मारकर उसे गिरा देता है.
प्रोटोकॉल एनालाइज़र: ड्रोन का ‘माइंड’ रीड करता है.
GNSS स्पूफ़र और जैमर: ड्रोन की दिशा भटका देता है और उसे बेअसर कर देता है.
AI-इनेबल्ड C5ISRT सूट: आसमान में शोर, स्पीड, ऊँचाई, मूवमेंट सबको एक जगह जोड़कर सही कार्रवाई तय करता है.
इंद्रजाल रेंजर को फास्ट-रिस्पांस देने वाले काउंटर-UAS प्लेटफॉर्म के रूप में इंजीनियर किया गया है. जो लगातार गश्त, चलते-चलते खतरों का सामना करना और मोबाइल सिक्योरिटी प्रदान करता है. इसकी सबसे बड़ी ताकत है, AI, साइबर टूल्स, RF डिसरप्शन, GNSS मैनिपुलेशन और काइनेटिक इंटरसेप्टर जो सामूहिक रूप से काम करते हैं.
टोयोटा हाइलक्स दुनिया की सबसे भरोसेमंद और टफ पिकअप ट्रकों में से एक मानी जाती है. जिसे उसकी दमदार बनावट और शानदार ऑफ-रोड क्षमता के लिए जाना जाता है. यह व्हीकल मैदानी इलाकों के अलावा कीचड़, पहाड़ या रेगिस्तानी इलाकों में भी आसानी से दौड़ाया जा सकता है. इसका लैडर-फ्रेम चेचिस 4x4 ड्राइवट्रेन और मजबूत सस्पेंशन इसे एक असली वर्कहॉर्स बनाते हैं. इंद्रजाल रेंजर जैसे हाई-टेक डिफेंस प्लेटफॉर्म के लिए हाइलक्स का चुनाव इसी भरोसेमंद मजबूती और हर परिस्थिति में परफॉर्म करने की क्षमता को देखते हुए किया गया है. भारतीय बाजार में इस पिक-अप ट्रक की कीमत 28.02 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) से शुरू होती है.
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