दुनिया की सबसे चर्चित इलेक्ट्रिक कार कंपनी Tesla इन दिनों बिक्री के मामले में बेहद ही बुरे दौर से गुजर रही है. अमेरिका में जहां इसकी बिक्री तेज़ी से गिरकर चार साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है, वहीं भारत जैसे उभरते हुए बाज़ार में भी इसकी एंट्री उम्मीदों के मुताबिक रफ्तार नहीं पकड़ पा रही है. किफायती मॉडल्स पेश करने के बावजूद कंपनी को मांग में गिरावट का सामना करना पड़ रहा है, जो दुनिया के सबसे की भविष्य की रणनीति पर बड़े सवाल खड़े करता है.
रॉयटर्स की ताजा रिपोर्ट में कॉक्स ऑटोमोटिव के हवाले से बताया गया है कि, बीते नवंबर में Tesla की अमेरिका में बिक्री लगभग 23% गिरकर 39,800 यूनिट पर आ गई, जो जनवरी 2022 के बाद सबसे कम आंकड़ा है. दिलचस्प बात यह है कि यह गिरावट उस समय दर्ज की गई जब कंपनी ने अपने सबसे लोकप्रिय इलेक्ट्रिक वाहनों Model Y और Model 3 के सबसे सस्ते Standard वेरिएंट लॉन्च किए थे.
कंपनी ने उम्मीद जताई थी कि लगभग 5,000 डॉलर सस्ते ये स्ट्रिप्ड-डाउन मॉडल टैक्स क्रेडिट खत्म होने के बाद मांग को संभालने में मदद करेंगे. लेकिन सितंबर के अंत में ट्रंप सरकार द्वारा 7,500 डॉलर के फेडरल टैक्स क्रेडिट को समाप्त किए जाने के बाद से अमेरिका में पूरे ईवी बाज़ार की मांग घटी है.
Cox की इंडस्ट्री इनसाइट्स डायरेक्टर स्टेफनी वाल्डेज़ स्ट्रीटी के मुताबिक, "गिरावट साफ दिखाती है कि टेस्ला के सस्ते स्टैंडर्ड वेरिएंट्स के लिए उतनी मांग नहीं है जितनी उम्मीद थी. साथ ही इनके आने से प्रीमियम मॉडल्स की बिक्री भी प्रभावित हुई है, खासकर Model 3 की. कंपनी के लिए स्टैंडर्ड वेरिएंट बेहद महत्वपूर्ण हैं क्योंकि टेस्ला फिलहाल अपने भविष्य को लेकर दो बड़े दांव — रोबोटैक्सी और ह्यूमनॉइड रोबोट की ओर बढ़ रही है.
भारत के तेजी से बढ़ते लग्ज़री ईवी बाज़ार में Tesla ने सितंबर में कदम रखा था, लेकिन शुरुआती बिक्री ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. सरकारी वाहन पोर्टल के अनुसार, सितंबर से नवंबर के बीच Tesla ने मात्र 157 यूनिट कारों की बिक्री की है. वहीं नवंबर में Tesla की बिक्री सिर्फ 48 यूनिट रही, जबकि BMW ने इसी महीने 267 इलेक्ट्रिक कारें बेचीं. इसके अलावा Mercedes-Benz की पकड़ भी प्रीमियम सेगमेंट में काफी मजबूत बनी हुई है.
Tesla ने इसी साल जुलाई में भारत में Model Y इलेक्ट्रिक एसयूवी के साथ एंट्री की थी. इस इलेक्ट्रिक कार को पूरी तरह से इंपोर्ट कर के भारत लाया जा रहा है. भारत में इसकी कीमत 59.89 लाख रुपये से शुरू होकर टॉप मॉडल के लिए 73.89 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) तक जाती है. लॉन्च के समय इसे लेकर काफी उत्साह देखा गया था, लेकिन शुरुआती आंकड़े बताते हैं कि कंपनी को मौजूदा लग्ज़री ब्रांड्स से कड़ी टक्कर मिल रही है.
इंडिया में धीमी बिक्री के बावजूद टेस्ला अपना नेटवर्क विस्तार करने में जुटी हुई है. कंपनी ने 15 जुलाई को मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में अपने पहले इंडियन शोरूम की शुरुआत की थी. बाद में 11 अगस्त को कंपनी ने देश की राजधानी दिल्ली के एयरोसिटी में अपना अगला शोरूम शुरू किया. अब हाल ही में गुरुग्राम के सेक्टर 48 स्थित ऑर्किड बिज़नेस पार्क में देश का पहला Tesla Centre शुरू किया गया है. यह फेसलिटी रिटेल, आफ्टर-सेल्स सर्विस, डिलीवरी और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर जैसी सभी सुविधाओं को एक ही छत के नीचे उपलब्ध कराती है.
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