Business Idea: शहद का उपयोग दवाईयों से लेकर खाने-पीने में इस्तेमाल किया जाता है. बाजार में भी इसकी कीमतें अच्छी खासी बनी रहती है. विदेशों में भी डिमांड इसकी बहुत ज्यादा है. यही वजह है कि बड़ी संख्या में किसान परंपरागत खेती छोड़कर मधुमक्खी पालन में उतर गए हैं. ऐसे में सरकार भी किसानों की आय बढ़ाने के लिए अपने स्तर पर मदद करती रहती है.
कृषि और कल्याण मंत्रालय के तहत मधुमक्खी पालन का विकास नाम की योजना भी चलाई जाती है. इस योजना का उद्देश्य मधुमक्खी पालन के क्षेत्र को विकसित करना, प्रोडक्टिविटी बढ़ाना, प्रशिक्षण करना और जागरूकता फैलाना है. बता दें कि मधुमक्खी पालन से शहद और मोम के अलावा बीजवैक्स, रॉयल जेली, प्रोपोलिस या मधुमक्खी गोंद, मधुमक्खी पराग जैसे प्रोडेक्ट बनाने में मदद मिलता है. इन सभी प्रोडेक्ट की मार्केट में काफी डिमांड हैं.
ज्यादा से ज्यादा किसान मधुमक्खी पालन के व्यवसाय की तरफ रुख करें इसके लिए राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड (NBB) नाबार्ड (NABARD) के साथ मिलकर भारत में मधुमक्खी पालन के लिए आर्थिक मदद भी देती है. राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड की तरफ से इस बिजनेस को शुरू करने के लिए 90 फीसदी तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है
50 हजार से कर सकते हैं शुरुआत
आप अगर चाहें तो 10 बॉक्स लेकर भी मधुमक्खी पालन कर सकते हैं. अगर 40 किलोग्राम प्रति बॉक्स शहद मिले तो कुल शहद 400 किलो मिलेगी. 350 रुपये प्रति किलो के हिसाब से 400 किलो बेचने पर 1.40 लाख रुपये की कमाई होगी. अगर प्रति बॉक्स खर्च 3500 रुपये आता है तो कुल खर्च 35,000 रुपये होगा और शुद्ध लाभ 1,05,000 रुपये होगा. यह बिजनेस हर साल मधुमक्खियों की संख्या के बढ़ने के साथ 3 गुना अधिक बढ़ जाता है. यानी 10 बॉक्स से शुरू किया गया बिजनेस एक साल में 25 से 30 बॉक्स हो सकता है और आप आसानी से करोड़पति बन सकते हैं.
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