Tulsi Ki Kheti: तुलसी की खेती कर कमाएं बड़ा मुनाफा, दवा से लेकर ब्यूटी प्रोडक्ट्स तक हर जगह है डिमांड

Tulsi farming: तुलसी आस्थमा, सर्दी-जुकाम, खासी, अल्सर, सिरदर्द, अपच, साइन्साटिस, ऐंठन, गैट्रिक विकार जैसे बीमारियों में लाभकारी सिद्ध होती है. यह कोलेस्ट्रोल को मेंटेन रखने में भी उपयोगी होता है. ठंड का मौसम आते ही खांसी और सर्दी से लोगों के घरों में इसका काढ़ा बनना शुरू हो जाता है.

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aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 28 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 2:38 PM IST
  • किसान तुलसी की खेती से कमा सकते हैं बड़ा मुनाफा
  • 100 दिन में तैयार हो जाता है पौधा

Basil Farming: तुलसी का पौधा बहुत फायदेमंद होता है. भारत में तुलसी धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है. ज़्यादातर हिन्दू घरों में आपको इसका पौधा मिलेगा. इसकी पूजा की जाती है. साथ की इसे चाय और कई अन्य उपयोग में लाया जाता है. लोग रोज़ इसमें जल देते हैं और आंगन में बड़े सम्मान से इसे पूजते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं तुलसी की खेती भी होती है और इससे बहुत लाभ होता है. 

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तुलसी के फायदे  
तुलसी के कई फायदे है इसे दवाइयां बनाने से लेकर ब्यूटी प्रोडक्ट्स तक सभी में इस्तेमाल किया जाता है. दवा बनाने वाली कंपनियों के अनुसार सामान्य रोगों से लड़ने के लिए जो भी दवा बनाई जाती है उसमें बड़ी भागीदारी तुलसी की होती है. तुलसी आस्थमा, सर्दी-जुकाम, खासी, अल्सर, सिरदर्द, अपच, साइन्साटिस, ऐंठन, गैट्रिक विकार जैसे बीमारियों में लाभकारी सिद्ध होती है. यह कोलेस्ट्रोल को मेंटेन रखने में भी उपयोगी होता है. ठंड का मौसम आते ही खांसी और सर्दी से लोगों के घरों में इसका काढ़ा बनना शुरू हो जाता है. 

जानिए कैसे होती है तुलसी के पौधे की खेती - 
तुलसी की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी सबसे ज्यादा उपयुक्त मानी जाती है. इसकी खेती कम उपजाऊ जमीन में की जाती है. जिसमें पानी की निकासी का उचित प्रबंध होना चाहिए. इसकी खेती अगस्त से जुलाई के बीच की जाती है. इसके लिए बीजों के मााध्यम से नर्सरी तैयार की जाती है. नर्सरी तैयार होने के बाद इसकी रोपाई की जाती है. रोपाई के दौरान लाइन से लाइन की दूरी 60 सेमी. और पौधे से पौधे की दूरी 30 सेमी. रखी जाती है. 

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तुलसी के विभिन्न प्रकार - 

  • बेसिल तुलसी या फ्रेंच बेसिल
  • स्वीट फेंच बेसिल या बोबई तुलसी
  • काली तुलसी
  • वन तुलसी या राम तुलसी
  • जंगली तुलसी
  • कर्पूर तुलसी
  • होली बेसिल
  • श्री तुलसी या श्यामा तुलसी

कितना आता है खर्च - 
पौधे लगाने के बाद पहली सिंचाई रोपाई के तुरंत बाद की जाती है. उस के बाद मिट्टी की नमी के मुताबिक सिंचाई  की जाती है. तुलसी का पौधा पूरी तरह तैयार होने में 100 दिन लेता है. जिसके बाद उन्हें काटा जाता है. इसकी तुड़ाई करने के लिए तेज़ धुप वाला दिन सबसे उपयुक्त होता है. 1 बीघा जमीन पर इसकी खेती करने पर करीब 1500 रुपये का खर्च आता है. 

तुलसी के ये हैं फायदे - 
तुलसी के पौधे को वैज्ञानिक दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. तुलसी एक औषधीय पौधा है, जिसका इस्तेमाल कई बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है. इसकी शाखाएं, पत्ती और बीज सभी का अपना-अपना महत्व है. हालांकि तुलसी के पौधों की पूजा का पौराणिक महत्व भी है, यही वजह है कि देश के अधिकतर घरों के आंगन में इसके पौधे जरूर दिखाई दे जाते हैं.

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