अनाज स्टोरेज को लेकर भारी लापरवाही, 2 गोदामों में रखा 3650 मीट्रिक टन गेहूं सड़ा

हरियाणा के कैथल के पुण्डरी कस्बे में फ़ूड एंड सप्लाई विभाग के 2 गोदामों में रखे 3650 मीट्रिक टन गेहूं खराब हो गया है. इसमें संबंधित विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है.

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3650 metric tonnes of wheat got rotten 3650 metric tonnes of wheat got rotten

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 04 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 3:00 PM IST
  • खुले गोदाम में रखा गया था गेहूं
  • मामले का रिपोर्ट बनाकर चंडीगढ़ भेजा गया

भारत में किसानों के सामने अनाज स्टोरेज को लेकर समस्याएं काफी समय से बनी हुई हैं. अक्सर खबरें सामने आती है कि अव्यवस्थाओं की वजह कई टन अनाज खराब हो गए हैं. अब खबर आ रही है कि हरियाणा के कैथल के पुण्डरी कस्बे में फ़ूड एंड सप्लाई विभाग के 2 गोदामों में रखे 3650 मीट्रिक टन गेहूं खराब हो गया है. इसमें संबंधित विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है.

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दरअसल, खाद्य एवं पूर्ति विभाग के दोनों गोदाम खुले हैं उनपर किसी प्रकार की कोई शेड नहीं है.अधिकारियों का कहना है कि बरसात व लॉन्ग स्टोरेज की वजह से गेहूं खराब हो गया. दोनों गोदामों में सरकारी गेहूं का इतनी बड़ी मात्रा में खराब होना कहीं ना कहीं एक बड़ी लापरवाही की ओर इशारा करता है.

डीएफएससी प्रमोद कुमार का कहना है कि इतने टन गेहूं वर्ष 2019-20 का स्टोर किया गया था. भारी लापरवाही की वजह से सारा गेहूं खराब हो गया. इसकी रिपोर्ट बनाकर विभाग को चंडीगढ़ भेज दी गई है. इस मामले में जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई भी की जायेगी और साथ में भरपाई भी करवाई जायेगी. मामले में इंस्पेक्टर, सब-इंस्पेक्टर, एफएससी, डीएफएससी व डीएफएसओ सभी अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी.

यहां सवाल ये उठता है की जब विभाग को ये पता था की भारी मात्रा में गेहूं खराब हो चुका है तो लीपापोती करने की कोशिश भी जरूर रही होगी.  जब इस विषय में अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई तो अधिकारी बचते नजर आए. जब डीसी प्रदीप दहिया से मामले के विषय में बात की गई तब जाकर संबंधित अधिकारियों ने इस मामले पर जवाब दिया.

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(रिपोर्ट: विरेन्द्र पुरी, कैथल) 

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