रूस और यूक्रेन के बीच तनाव अब चरम पर पहुंच गया है. स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. अभी तक तो इस जंग में सिर्फ आर्मी और एयरफोर्स सक्रिय दिखाई दे रही थी, लेकिन अब नौसेना की भी एंट्री हो गई है. जब से यूक्रेन की तरफ से रूस की कार्गो शिप को निशाना बनाया गया है, रूस ने अपनी नौसेना को जंग के मैदान में उतार दिया है. खबर है कि रूसी नौसेना की तरफ से दक्षिणी यूक्रेन के Odessa शहर पर हमला कर दिया गया है.
जानकारी मिली है कि रूस द्वारा इस समय एक नहीं दो नहीं बल्कि एक साथ कई जंगी जहाज उतार दिए हैं. इसके अलावा सभी जंगी जहाजों में भारी-भरकम हथियार भी रख लिए गए हैं. ऐसे में यूक्रेन के खिलाफ चौतरफा बड़े हमले की तैयारी कर ली गई है. वैसे अब अगर रूस की तरफ से नौसेना को मैदान में उतारा गया है तो नाटो देशों ने भी यूक्रेन की मदद करने की ठानी है.
खबर है कि नाटो की तरफ से 100 लड़ाकू विमानों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. ये सभी विमान जरूरत पड़ने पर यूक्रेन की मदद करने को आगे आ सकते हैं. ब्रिटेन की तरफ से कहा गया है कि वे इस मुश्किल समय में यूक्रेन की मदद करने वाले हैं. लेकिन अभी सभी देशों की ये मदद सिर्फ और सिर्फ बयान तक सीमित है, ऐसे में यूक्रेन की सेना को खुद ही रूस के इस हमले का सामना करना है.
वैसे यूक्रेन की तरफ से जवाबी कार्रवाई शुरू भी की गई है. दावा किया जा रहा है कि अभी तक उनकी सेना की तरफ से रूस के सात सैन्य विमान को ढेर कर दिया गया है. इसके अलावा 50 सैनिकों को मारने की बात भी कही गई है. दूसरी तरफ यूक्रेन के राष्ट्रपति सलाहकार ने भी कहा है कि यूक्रेन के अभी तक 40 के करीब जवान मारे गए हैं. ऐसे में नुकसान दोनों तरफ हो रहा है, लेकिन रूस का दबदबा ज्यादा है.
अभी यूक्रेन की राजधानी में रूसी विमान लगातार उड़ान भर रहे हैं. सुबह से ही कई जगहों पर बम धमाके हुए हैं, रॉकेट छोड़े गए हैं और भारी तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है. रूस ने इस सैन्य कार्रवाई को रोकने से साफ मना कर दिया है और उसकी तरफ से यूक्रेन पर हथियार डालने का दवाब बनाया जा रहा है.