रूस ने शुक्रवार को कहा कि वह वेनेजुएला की सैन्य सहायता की अपील पर जवाब देने के लिए तैयार है. उसने क्षेत्र में तनाव को और नहीं बढ़ाने का आग्रह किया है. रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़ाखारोवा ने यह जानकारी दी.
यह बयान ऐसे समय आया है जब वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने रूस से सैन्य सहयोग की अपील की है. इसमें रूसी-निर्मित सुखोई फाइटर जेट्स की मरम्मत, रडार सिस्टम के अपग्रेड और मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डिलीवरी शामिल है.
यह अपील काराकास द्वारा वॉशिंगटन से बढ़ते खतरों के जवाब में की गई, जिसने हाल के महीनों में कैरिबियाई क्षेत्र में भारी सैन्य मौजूदगी बढ़ा दी है.
अमेरिका दे रहा धमकी
कराकस ने यह अनुरोध अमेरिका के बढ़ते दबाव के बीच किया है. पिछले कुछ महीनों में वॉशिंगटन ने कैरिबियाई क्षेत्र में भारी सैन्य तैनाती की है, जिसमें लड़ाकू विमान, युद्धपोत और हजारों सैनिक शामिल हैं. अमेरिका का दावा है कि यह कदम “एंटी-नारकोटिक्स ऑपरेशन” का हिस्सा है, लेकिन कई रणनीतिक विशेषज्ञ इसे वेनेजुएला पर अप्रत्यक्ष सैन्य दबाव मान रहे हैं.
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सितंबर से अब तक अमेरिकी सेना ने कम से कम 14 हवाई और नौसैनिक हमले किए हैं, जिनमें दर्जनों संदिग्ध ड्रग तस्करों की मौत हुई है. ट्रंप प्रशासन ने पहले संकेत दिए थे कि “जमीनी कार्रवाई” यानी सैन्य विकल्प भी खुले हैं.
कुछ रिपोर्टों में यह भी कहा गया कि CIA को वेनेजुएला में covert operations की अनुमति दी गई है. इसी पृष्ठभूमि में मादुरो सरकार ने मॉस्को से सहयोग मांगा है ताकि अमेरिकी दबाव का संतुलन बनाया जा सके.