पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें सत्ता गंवाने के बाद और बढ़ती हुई नजर आ रही हैं. पाकिस्तान की सबसे बड़ी जांच एजेंसी फेडरल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (FIA) इमरान खान के पीछे पड़ी है. FIA वो तोहफे ढूंढ रही है जो इमरान खान को पाकिस्तान का प्रधानमंत्री रहते हुए विदेशों से मिले थे और बेहद कीमती थे. आरोप है कि इन तोहफों को इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी ने बेच दिया है.
नियमों के मुताबिक ये गिफ्ट पाकिस्तान के खजाने में होने चाहिए थे लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि इमरान ने वो गिफ्ट बेच खाए. जब तक इमरान खान पीएम थे, तब तक ये खुलासा नहीं हो पाया था. अब सत्ता गई तो ये मामला हफ्ते भर में ही सामने आ गया है. एक्सपर्ट्स ये मान रहे हैं कि इमरान खान को जेल भेजने का रास्ता तैयार किया जा रहा है और उन्होंने शहबाज शरीफ की सरकार को ये मौका प्लेट में सजाकर दे भी दिया है.
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बताया जा रहा है कि 18 करोड़ का हार, करोड़ों रुपये की हीरे की अंगूठियां, लाखों रुपये के जालीदार झुमके, 16 करोड़ की घड़ी के साथ ही कई महंगे जेवरात गायब हैं. गौरतलब है कि किसी देश को सम्मान के तौर पर मिलने वाले गिफ्ट भले ही प्रधानमंत्री को दिए जाते हों पर वो देश की संपत्ति होते हैं. लेकिन इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी ने इन तोहफों को घर का माल समझ लिया और ऐसे आरोप हैं कि उन्हें बेच भी दिया.
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दरअसल, काफी समय से ऐसी शिकायतें मिल रही थीं कि पीएम को मिलने वाले गिफ्ट देश की ट्रेजरी यानी खजाने में नहीं पहुंच रहे हैं. ऐसे में FIA ने इनकी तलाश शुरू की तो पता चला कि इमरान को मिले गिफ्ट तो उनकी पत्नी बुशरा बीबी के खजाने में थे. FIA को 18 करोड़ पाकिस्तानी रुपये का जो हार इमरान को खाड़ी देश के एक शासक ने इमरान को गिफ्ट किया था, वो लाहौर के एक ज्वेलर के पास मिला. ज्वेलर ने दावा किया कि ये हार इमरान सरकार का एक मंत्री सैयद जुल्फी बुखारी बेचने आया था. हालांकि, जुल्फी बुखारी ने ये आरोप खारिज कर दिए थे.
इमरान तक पहुंचेगी जांच की आंच
एफआईए ने ज्वेलरी शोरूम की सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो बुखारी कैमरे में कैद थे. जांच में पता चला कि बुखारी को ये हार बेचने की जिम्मेदारी बुशरा बीबी ने दी थी. अब FIA, बुशरा बीबी और बुखारी के खिलाफ केस दर्ज करने की तैयारी में है. जांच की आंच इमरान खान तक भी पहुंचेगी. दूसरी तरफ, इमरान खान क्रांतिकारी की तरह पाकिस्तान का उत्थान करने वाले डायलॉग मार रहे हैं.
दूसरे देश से गिफ्ट के लिए क्या हैं नियम
किसी भी देश के प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति को दूसरे देश से गिफ्ट के तौर पर मिला सामान, पद को दिया गया सम्मान होता है. दूसरे देशों से मिलने वाले गिफ्ट्स को लेकर हर देश के अपने नियम होते हैं. पाकिस्तान में प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति या दूसरे पदों पर रहने वाले लोगों को मिले तोहफों की जानकारी उन्हें नेशनल आर्काइव को देनी होती है. फिर इसे तोशाखाना यानी ट्रेजरी में जमा करना होता है.
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एक नियम ये भी है कि अगर तोहफा 10 हजार रुपये की कीमत वाला है तो बिना कोई पैसा चुकाए इसे संबंधित व्यक्ति रख सकता है. लेकिन अगर ये 10 हजार से ज्यादा कीमत का है तो 20 फीसदी रकम चुकाकर व्यक्ति गिफ्ट अपने पास रख सकता है. अगर गिफ्ट की कीमत चार लाख रुपये से ज्यादा है तो इसे सिर्फ प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ही खरीद सकते हैं. अगर ये गिफ्ट कोई नहीं खरीदता तो इसकी नीलामी की जाती है. आरोप है कि इमरान खान और बुशरा बीबी ने इन नियमों का पालन नहीं किया.
भारत में क्या हैं नियम
भारत में विदेशी गिफ्ट को लेकर प्रोटोकॉल है. नियमों के मुताबिक कोई भी मंत्री, किसी ऐसे व्यक्ति से गिफ्ट नहीं ले सकता जिसके साथ आधिकारिक मुलाकातें होती हों. प्रधानमंत्री हों या अन्य मंत्री विदेश दौरे पर मिलने वाले गिफ्ट स्वीकार कर सकते हैं. इनमें भी दो तरह की श्रेणी बनाई गई है. किसी चीज के प्रतीक के तौर पर मिलने वाले गिफ्ट रखे जा सकते हैं. गैर प्रतीकात्मक गिफ्ट जिनकी कीमत 5000 रुपये से कम हैं, वो ट्रेजरी के वैल्यूएशन के बाद रखे जा सकते हैं. जिन तोहफों की कीमत 5000 रुपये से ज्यादा है, उन्हें ट्रेजरी से खरीदना होता है.
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गिफ्ट के तौर पर घर में इस्तेमाल होने वाली चीजें जैसे कारपेट, पेंटिंग या कोई फर्नीचर मिलने पर उसे ट्रेजरी में जमा कराना होता है. ट्रेजरी वो सामान राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री आवास जैसे स्थलों पर रखता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्राध्यक्षों और दूसरे लोगों से मिले गिफ्ट की आम तौर पर नीलामी करते हैं. इसके लिए बाकायदा एक वेबसाइट बनाई गई है जिसका वेब एड्रेस pmmementos.gov.in है. इस साइट पर पीएम मोदी को मिले गिफ्ट की ई-नीलामी की जाती है जिसे आम आदमी भी खरीद सकता है.
पीएम मोदी ने की थी गिफ्ट की नीलामी
पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने जन्म दिन के मौके पर 17 सितंबर 2021 को गिफ्ट में मिली चीजों की नीलामी की थी जिसमें मिली धनराशि का इस्तेमाल नमामि गंगे परियोजना में किया गया था. ओलंपिक में गोल्ड मेडल विजेता नीरज चोपड़ा का गोल्डेन भाला, कांस्य पदक विजेता भारतीय हॉकी टीम की स्टिक, अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के मॉडल सहित 1000 से ज्यादा चीजों की नीलामी की गई थी.
(रिपोर्टः आजतक ब्यूरो)