भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी ब्रिटेन में है. ब्रिटेन की कोर्ट ने नीरव मोदी के भारत प्रत्यर्पण की मंजूरी दे दी थी. नीरव मोदी को भारत लाए जाने की सरकार की कोशिशों को करारा झटका लगा है. ब्रिटेन की हाईकोर्ट ने नीरव मोदी को भारत प्रत्यर्पण के खिलाफ अपील करने की इजाजत दे दी है. नीरव मोदी के वकील ने मानसिक स्वास्थ्य का हवाला देते हुए प्रत्यर्पण के खिलाफ अपील करने की इजाजत मांगी थी.
नीरव मोदी की ओर से दायर याचिका पर ब्रिटेन की हाईकोर्ट ने उसे मानसिक स्वास्थ्य के आधार पर भारत प्रत्यर्पण के खिलाफ याचिका दायर करने की अनुमति दे दी है. गौरतलब है कि नीरव मोदी की ओर से दाखिल इस याचिका पर सुनवाई के दौरान जुलाई में उसके वकीलों की ओर से दलील दी गई थी कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. नीरव मोदी के मानसिक स्वास्थ्य को देखते हुए प्रत्यर्पण करना ठीक नहीं होगा.
ब्रिटिश हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान नीरव के वकीलों ने ये भी कहा था कि उसे मुंबई की जिस आर्थर रोड जेल में रखा जाना है, भीड़ और कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए उसके आत्महत्या करने की आशंका बढ़ जाएगी. नीरव मोदी के वकीलों ने मनोचिकित्सक डॉक्टर एंड्रयू फॉरेस्टर की रिपोर्ट का भी जिक्र किया था. 27 अगस्त 2020 की इस रिपोर्ट में कहा गया था नीरव में आत्महत्या की प्रवृत्ति बढ़ने का खतरा है.
गौरतलब है कि नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक के साथ धोखाधड़ी के मामले में आरोपी है. नीरव पर आरोप है कि वह पंजाब नेशनल बैंक से 14 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी कर ब्रिटेन जा भागा. भारत सरकार की ओर से प्रत्यर्पण की याचिका पर ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल ने नीरव मोदी के प्रत्यर्पण की अनुमति दे दी थी जिसका नीरव मोदी के वकील विरोध कर रहे हैं.