प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 मार्च को बांग्लादेश की आजादी के मौके पर बांग्लादेश की यात्रा पर पहुंचे थे, जिसमें कट्टरपंथी मुस्लिम संगठन हिफाजत-ए-इस्लाम ने बांग्लादेश में जमकर बवाल किया था. इस दौरान हुई हिंसा में कई लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में हिफाजत-ए-इस्लाम के संयुक्त महासचिव और लोगों को दंगा करने के लिए भड़काने वाला मामूनुल हक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
महानगर पुलिस के तेजगांव डिवीजन के डिप्टी कमिश्नर हारुन उर राशिद ने कहा कि उन्हें रविवार दोपहर करीब 1 बजे ढाका के मोहम्मदपुर में जामिया रहमानिया अरबिया मदरसा से गिरफ्तार किया गया. मामूनुल उस मदरसे का शिक्षक है. डिप्टी कमिश्नर हारुन उर राशिद ने कहा कि हिफाजत-ए-इस्लाम के नेता मामूनुल हक को वर्ष 2020 में मोहम्मदपुर पुलिस थाने में हुई तोड़फोड़ के एक मामले में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि हिफाजत के खिलाफ पुलिस पर सुनियोजित हमला, पुलिस स्टेशन पर हमला, रजिस्ट्रार कार्यालय पर हमला, बर्बरता सहित कई मामले दर्ज हैं. इन मामलों की जांच की जा रही है.
डिप्टी कमिश्नर हारुन उर राशिद ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद मामूनुल हक को तेजगांव पुलिस उपायुक्त कार्यालय लाया गया. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि लंबे समय से मामूनुल हक पर नजर रखी जा रही थी. 2020 में मोहम्मदपुर पुलिस स्टेशन में एक बर्बरता मामले की जांच चल रही थी.
इस घटना में शामिल होने के स्पष्ट सबूत मिलने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया. डिप्टी कमिश्नर हारुन उर राशिद ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ के दौरान, मामूनुल हक ने हमले में शामिल होने की बात कबूल की है. उसे कल अदालत में पेश किया जाएगा, जहां से उसे रिमांड पर लेने का प्रयास किया जाएगा.
बता दें कि मार्च में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश के आजादी की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर पहुंचे थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक कट्टर इस्लामिक संगठन द्वारा विरोध किया गया.
इस दौरान चटगांव, ब्राह्मणबेरिया और देश के अन्य हिस्सों में हिंसा हुई. वहीं बांग्लादेश की स्वर्ण जयंती के दिन ढाका में बैतुल मुकर्रम राष्ट्रीय मस्जिद में तोड़फोड़ की घटना के संबंध में मामूनुल हक सहित 17 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. (Input- साहिदुल हसन खोकान)