बांग्लादेश में दस दिनों के प्रतिबंध के बाद रविवार को मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गई हैं. शेख हसीना सरकार ने कोटा सिस्टम से संबंधित हिंसक विरोध-प्रदर्शनों के बीच सोशल मीडिया के जरिए गलत सूचनाओं को रोकने के लिए इंटरनेट बैन किया था. आईटी मिनिस्टर जुनैद अहमद ने बैन हटने के बाद तमाम यूजर्स को 5 जीबी इंटरनेट फ्री देने का भी ऐलान किया है.
बांग्लादेश के आईटी मंत्री जुनैद अहमद पलक ने कहा कि सभी मोबाइल यूजर्स को बहाल कनेक्टिविटी के लिए एक संकेत के रूप में तीन दिनों के लिए 5GB मुफ्त इंटरनेट मिलेगा. स्थानीय समयानुसार लगभग 3:00 बजे इंटरनेट से बैन हटाया गया है. रॉबी, ग्रामीणफोन और बांग्लालिंक समेत विभिन्न टेलीकॉम ऑपरेटरों ने भी इस बात की जानकारी दी है.
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इंटरनेट पर बैन, डेटा सेंटर में आगजनी
बांग्लादेश में एक हाईकोर्ट के आदेश के बाद फ्रीडम फाइटर्स के बच्चों के लिए सिविल सर्विसेज की 30 फीसदी सीटें रिजर्व कर दी गई थी. इसके बाद ढाका समेत देशभर में स्टूडेंट्स ने विरोध-प्रदर्शन किया, जो कि बाद में हिंसक हो उठा. इसकी वजह से 18 जुलाई को इंटरनेट बैन कर दिया गया, ताकि सोशल मीडिया के जरिए गलत सूचनाओं के प्रसार को रोका जा सके.
हिंसक विरोध-प्रदर्शन के बीच डिजास्टर मैनेजमेंट बिल्डिंग में आग लगा दी गई, जहां बताया जा रहा है कि डेटा सेंटर भी मौजूद था. इस आगजनी की वजह से स्थानीय इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर एसोसिएशन ने बताया कि इसकी वजह से बैंडविड्थ का नुकसान हुआ और बैंडविड्थ सप्लाई में 30-40 फीसदी की गिरावट देखी गई. एक घंटे के भीतर पूरे देश में ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्शन ठप पड़ गया.
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हिंसक प्रदर्शनों में 100 से ज्यादा लोग मारे गए
बांग्लादेश में कोटा सिस्टम के खिलाफ विरोध-प्रदर्शनों के बीच शेख हसीना सरकार ने सार्वजनिक संपत्तियों को बचाने के लिए शूट-एट-साइट का आदेश दिया. मसलन, शेख हसीना सरकार ने कर्फ्यू के बीच प्रशासन से देखते ही गोली मारने का आदेश जारी किया. विरोध-प्रदर्शनों के बीच 100 से ज्यादा लोगों की जान गई. हालांकि, मौतों को लेकर सरकार के पास कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं है.