अफगानिस्तान (Afghanistan) से अमेरिकी सैनिकों के जाने के बाद तालिबान (Taliban) वहां फिर से पांव पसारने की हरसंभव कोशिश कर रहा है. उसकी इस कोशिश को नाकाम करने में अफगान फोर्सेज के जवान लगे हैं.
उनका दावा है कि पिछले कुछ दिनों में तालिबान के करीब 300 लड़ाकों को उन्होंने मौत के घाट उतार दिया है. बता दें कि अफगानिस्तान के बड़े इलाके पर कब्जा कर चुके तालिबान की नजर अब वहां के बड़े शहर कंधार पर है.
तालिबान को उसके नापाक मंसूबे पूरे करने से रोकने के लिए ANDSF (अफगानिस्तान राष्ट्रीय रक्षा और सुरक्षा बल) के जवान जान की बाजी लगा रहे हैं. उनका कहना है कि शनिवार से अबतक विभिन्न प्रांतों में उन्होंने तालिबान के 254 लड़ाके मार गिराए. वहीं 97 से ज्यादा घायल किए गए. खबरों के मुताबिक, ANDSF ने ये ऑपरेशन गजनी, कंधार, हेरात, फराह, जोज्जान, बल्ख, समांगन, हेलमंद, तखर, कुंदुज, बगलान, काबुल और कपिसा प्रांत में चलाए थे.
तालिबान से जुड़े आतंकियों को मारने के साथ-साथ फोर्स ने 13 IED भी बरामद करके डिफ्यूज किए. अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने बताया था कि कंधार प्रांतीय केंद्र के बाहरी इलाके पंजवे जिले में 11 आतंकियों को मार गिराया गया था.
तालिबानियों को खदेड़ रही अफगान फोर्स
अफगान विदेश मंत्रालय के मुताबिक, तालिबान ने 183 जिला केंद्र और 19 सीमावर्ती जिलों को कब्जे में लिया हुआ है. तखर, कुंदुज, बदख्शां, हेरात और फराह प्रांत के कुछ इलाके ऐसे भी हैं जिनके क्रासिंग पाइंट पर तालिबान के कब्जे की वजह से इधर-उधर जाना, या सामान पहुंचाना मुमकिन नहीं है. लेकिन अफगान फोर्सेज तालिबान को खदेड़ने की पूरी कोशिश कर रही है. जुलाई में 70 जिले तालिबान के कब्जे में थे. इनमें से 11 को जुलाई के आखिर तक छुड़वा लिया गया था. इनमें से कुछ पर फिर तालिबान भारी हो गया था.
14 अप्रैल के बाद शुरू हुई इस जंग में अबतक ANDSF के 4 हजार के करीब जवान शहीद हो गए हैं. वहीं 7 हजार जख्मी हैं. 1600 ऐसे थे जिनको तालिबान ने बंदी बना लिया था. वहीं तालिबान अब तक 2 हजार के करीब आम लोगों की भी जान ले चुका है, वहीं इतने ही जख्मी हैं.