उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने लखनऊ से एक फर्जी पीएमओ अधिकारी को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि वह खुद को पीएमओ अधिकारी बताता था और इसका रौब दिखाकर लोगों को धमका कर उनसे वसूली करता था. हैरानी की बात यह है कि आरोपी किराए के महंगे फ्लैट में रहता था. साथ ही उसके पास गनर और सुरक्षा गार्ड भी था.
यह मामला कानपुर के बिठूर इलाके का है. यहां के पायनियर ग्रीन सिटी के फ्लैट में रहने वाला अभिषेक सिंह खुद को पीएमओ अधिकारी बताता था. उसने ग्रीन सिटी के बिल्डर निखिल शर्मा से 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगी. साथ ही 20 लाख रुपये न मिलने पर निखिल को झूठे केस में फंसाने की धमकी भी दी. आरोपी ने कहा वो जिस भी डीएम या एसपी से कहेगा, वो उसे जेल भेज देगा.
फर्जी PMO अधिकारी बन बिल्डर से ऐंठे 20 लाख रुपये
आरोपी की धमकी से डरकर निखिल कई बार उसे रुपये दे चुका था. लेकिन इस बार जब उसने फिर रुपये मांगे तो निखिल ने बिठूर थाने में इसकी शिकायत दर्ज करा दी. पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की. इसके बाद यूपी एसटीएफ के डिप्टी एसपी विमल सिंह ने सोमवार को लखनऊ के एक होटल से अभिषेक सिंह को फर्जी कागजातों के साथ गिरफ्तार कर लिया. उसके साथ उसका ड्राइवर धर्मेंद्र यादव भी था.
अभिषेक सिंह से मिलने आते थे कई अधिकारी
एसटीएफ को पूछताछ में अभिषेक ने बताया कि वो फर्जी पीएमओ अधिकारी बनकर लोगों से वसूली करता था. जांच में एसटीएफ यह भी पता चला है कि कानपुर में कई अधिकारी अभिषेक सिंह के पास आते-जाते थे. उसके यहां पुलिस की गाड़ियां भी आती-जाती थी.
एसटीएफ गहराई से मामले की जांच में जुटी
इस मामले में एडीसीपी लाखन सिंह यादव ने बताया कि एसटीएफ ने अभिषेक और उसके साथी को गिरफ्तार करके बिठूर थाने में एफआईआर दर्ज की है. बिठूर थाने में बिल्डर निखिल शर्मा ने अभिषेक सिंह के खिलाफ रंगदारी मांगने की शिकायत दी थी. पुलिस अब इस मामले में आगे की जांच कर रही है. जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.