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'गोवा अब घूमने लायक नहीं, थाईलैंड है बेहतर...' सोशल मीडिया पर क्यों बवाल

सोशल मीडिया पर इन दिनों एक बड़ा ट्रैवल विवाद छाया हुआ है. एक वायरल पोस्ट में दावा किया गया कि गोवा अब पहले जैसा नहीं रहा, वहीं थाईलैंड को सस्ता, साफ-सुथरा और ज्यादा मजेदार बताया गया.

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गोवा vs थाईलैंड पर सोशल मीडिया पर बवाल (Photo: x.com/ @yashjhade)
गोवा vs थाईलैंड पर सोशल मीडिया पर बवाल (Photo: x.com/ @yashjhade)

गेमिंग स्टार्टअप्स के संस्थापक यश के गोवा पर किए गए एक सोशल मीडिया पोस्ट के बाद विवाद खड़ा हो गया है. उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा है कि हाल के सालों में गोवा ने एक पर्यटक स्थल के रूप में अपना आकर्षण खो दिया है. उन्होंने एक पोस्ट में गोवा की तुलना थाईलैंड से की, और दावा किया कि भारत के इस सबसे प्रसिद्ध समुद्र तट गंतव्य ने अपनी खूबसूरती खो दी है.


यश ने अपने पोस्ट में यह सवाल उठाया कि जब वह उन्हीं कीमतों पर थाईलैंड का आनंद ले सकते हैं, तो वह गोवा क्यों जाएं. उन्होंने तर्क दिया कि थाईलैंड में बेहतर हवा, बेहतर नज़ारे, बेहतर परिवहन और ज़्यादा रोमांचक जगहें हैं. हालांकि उन्होंने वहां के खाने  को काम चलाने लायक बताया, लेकिन उन्होंने सबसे बड़ा मुद्दा गोवा के परिवहन को बताया, उन्होंने दावा किया कि थाईलैंड के लिए हवाई टिकट अविश्वसनीय रूप से सस्ते हैं, और उनका मानना है कि कोई भी व्यक्ति गोवा के टैक्सी ड्राइवरों को महंगा किराया देने के बजाय आसानी से थाईलैंड के हवाई टिकट खरीद सकता है. उनका कहना है कि गोवा ने आकर्षण खो दिया है और थाईलैंड लागत और अनुभव दोनों में जीत रहा है.

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यश की पोस्ट एक अन्य यात्री की वायरल पोस्ट के जवाब में लिखी गई थी, जिसने कहा था कि भारत की "पार्टी कैपिटल" कहे जाने वाला गोवा अब बहुत ही खराब जगह में बदल गया है. यात्री ने परिवहन के खराब विकल्पों, अत्यधिक कीमतों और सुविधाओं के बिगड़ने की शिकायत की थी. उन्होंने विशेष रूप से इस बात पर प्रकाश डाला कि ऊबर और ओला पर प्रतिबंध लगने के कारण उन्हें 'गोवा माइल्स' नाम के ऐप का उपयोग करना पड़ता है, जिससे एक कैब मिलने में भी कम से कम 30 मिनट लगते हैं, और कुछ क्षेत्रों में इन कैब को प्रवेश भी नहीं मिलता है.
 
पोस्ट में कहा गया है कि गोवा में अब रेस्तरां, बार, होटल और किराए की हर चीज़ ओवरप्राइस्ड है, जहां 5 गुना घटिया सेवा के लिए 2 गुना ज़्यादा कीमत वसूली जाती है और स्कूटर/कार किराए पर लेने के लिए 'टैक्सी माफिया' से निपटना पड़ता है. यात्री ने नॉर्थ गोवा के समुद्र तटों को कचरा डालने वाली जगहों जैसा बताते हुए निष्कर्ष निकाला कि स्थानीय सरकार ने भारत की पार्टी कैपिटल को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया है. 

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लोगों ने जब गोवा के बुरे हाल पर गुस्सा निकाला, तो कई दूसरे यात्रियों ने भी कमेंट करके कहा कि उनके साथ भी ऐसा ही हुआ है. एक व्यक्ति ने लिखा कि यह सब सच है, गोवा को बहुत बढ़ा-चढ़ाकर बताया जाता है और वहां टैक्सी वाले गुंडागर्दी करते हैं. एक गोअन ने भी माना कि यह सब सच है और कहा कि धोखाधड़ी और धमकियों के कारण गोवा अब सुरक्षित नहीं रहा.

हालांकि, कुछ लोगों ने इससे बचने के तरीके बताए, जैसे कि गोवा तक खुद गाड़ी चलाकर जाना, या फिर मोरजिम और अश्वेम जैसे उत्तरी इलाकों में साफ-सुथरे बीच पर रहना. 

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