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बद्रीनाथ धाम के कपाट 25 नवंबर होंगे बंद! बना लीजिए दर्शन का प्लान

चार धाम में से एक, बद्रीनाथ मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद होने की तारीख फिक्स हो गई है. जो लोग इस साल दर्शन करना चाहते हैं, उनके पास यह आखिरी मौका है.

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इस दिन बंद होंगे बद्रीनाथ धाम के द्वार (Photo: incredibleindia.gov.in)
इस दिन बंद होंगे बद्रीनाथ धाम के द्वार (Photo: incredibleindia.gov.in)

चार धाम यात्रा का सबसे पवित्र पड़ाव, बद्रीनाथ धाम, हर साल लाखों श्रद्धालुओं की आस्था से गूंजता है. उत्तराखंड की गोद में बसा यह मंदिर सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि श्रद्धा, विश्वास और परंपरा का प्रतीक है. मई से नवंबर तक जब इसके कपाट खुले रहते हैं, तब देश-विदेश से भक्त यहां दर्शन के लिए उमड़ते हैं. जो लोग अभी बद्रीनाथ जाने का प्लान बना रहे हैं, उनके लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि मंदिर प्रशासन ने शीतकाल के लिए कपाट बंद होने की तारीख और समय का ऐलान कर दिया है. अगर आप भी बद्रीनाथ धाम की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए है.

25 नवंबर को आखिरी दर्शन का मौका

बद्रीनाथ धाम के कपाट इस साल 25 नवंबर 2025 को बंद हो जाएंगे. अगर आप इस साल भगवान बद्रीनाथ के दर्शन करना चाहते हैं, तो आपके पास 25 नवंबर तक का ही समय है.

मंदिर के कपाट बंद होने का सही समय दोपहर 2 बजकर 56 मिनट तय किया गया है. इस समय के बाद, मंदिर के द्वार भारी बर्फबारी और कड़ाके की ठंड के कारण लगभग छह महीने के लिए बंद कर दिए जाएंगे. कपाट बंद होने के साथ ही, अगले साल की यात्रा तक यहां दर्शन संभव नहीं होंगे.

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क्यों बंद होते हैं बद्रीनाथ के कपाट?

बद्रीनाथ मंदिर हिमालय की ऊंचाई पर स्थित है. नवंबर के बाद इस पूरे क्षेत्र में भारी बर्फबारी शुरू हो जाती है. इस दौरान तापमान इतना नीचे चला जाता है कि यहां रहना या पूजा-पाठ करना असंभव हो जाता है. इसलिए, हर साल सर्दियों के लिए मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं. मान्यता है कि कपाट बंद होने के बाद, भगवान बद्रीनाथ के प्रतिनिधि के तौर पर उनकी पूजा-अर्चना जोशीमठ में होती है. यह परंपरा सदियों से चली आ रही है.

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अगले साल कब खुलेंगे मंदिर के द्वार?

अगर आप इस साल बद्रीनाथ धाम के दर्शन नहीं कर पाए, तो चिंता की कोई बात नहीं. अगले साल, यानी 2026 में, मंदिर के कपाट फिर से श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे. हालांकि सटीक तारीख अभी तय नहीं हुई है, लेकिन परंपरा के अनुसार मंदिर के द्वार अप्रैल के अंतिम सप्ताह या मई के पहले सप्ताह में खोले जाते हैं. 

कैसे पहुँचें बद्रीनाथ धाम?

बद्रीनाथ धाम तक पहुंचना हवाई, रेल और सड़क तीनों मार्गों से आसान है.

हवाई मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा जॉली ग्रांट (देहरादून) है, जो यहां से लगभग 314 किमी दूर है. यह दिल्ली से नियमित उड़ानों द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है. हवाई अड्डे से बद्रीनाथ के लिए टैक्सी आसानी से मिल जाती है.

रेल मार्ग: सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन ऋषिकेश है, जो लगभग 297 किमी पहले NH58 मार्ग पर स्थित है. ऋषिकेश स्टेशन देश के प्रमुख शहरों से जुड़ा है. स्टेशन से बद्रीनाथ के लिए बसें और टैक्सियां उपलब्ध हैं.

सड़क मार्ग: बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग 58 (NH58) द्वारा उत्तराखंड के प्रमुख शहरों जैसे हरिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून और श्रीनगर से जुड़ा हुआ है. दिल्ली (आईएसबीटी कश्मीरी गेट) से भी हरिद्वार और ऋषिकेश के लिए बसें चलती हैं. ये सभी मार्ग अच्छे से जुड़े हैं और यात्रा के लिए टैक्सी या बसें हर जगह आसानी से उपलब्ध हैं.

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