अमेरिका जैसे देश में, जहां लोग हर मौसम में घूमने निकल जाते थे, इस साल हालात बदल रहे हैं. ताज़ा रिपोर्ट बताती हैं कि अमेरिकी नागरिकों ने अचानक अपनी यात्राओं पर ब्रेक लगा दिया है. छुट्टियों की योजनाएं कम बन रही हैं, फ्लाइट बुकिंग धीमी पड़ गई है और बड़े शहरों की भीड़ भी पहले जितनी नहीं रही. इसकी मुख्य वजह है बढ़ता खर्च और आर्थिक दबाव, जो अब पूरे अमेरिकी पर्यटन उद्योग के सामने एक बड़ी चुनौती खड़ी कर रहा है.
डेलॉइट (Deloitte) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी लोग अब घूमने पर पहले जितना पैसा खर्च नहीं कर रहे हैं. 2024 में जहां लोग औसतन 2.14 छुट्टियों की यात्राएं प्लान कर रहे थे, वहीं यह संख्या अब घटकर 1.83 रह गई है. यानी लोग बाहर घूमने कम निकल रहे हैं. इसका मतलब है कि यात्रा का बजट भी छोटा हो गया है, क्योंकि औसत खर्च में करीब 18% की बड़ी कमी आई है और यह करीब $2,334 (लगभग ₹1.95 लाख) प्रति परिवार तक गिर गया है.
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रिपोर्ट बताती है कि जहां पहले उच्च आय वर्ग पर आर्थिक दबाव का असर कम होता था, वहीं अब इस वर्ग ने भी अपने यात्रा बजट को घटाना शुरू कर दिया है. यह रुझान बताता है कि लोग अब सस्ते विकल्प ढूंढ रहे हैं और यह उन डेस्टिनेशन के लिए झटका है, जिनकी अर्थव्यवस्था पूरी तरह प्रीमियम पर्यटन पर टिकी रहती है.
आर्थिक दबाव साफ दिख रहा है, लेकिन डेल्टा एयरलाइंस, यूनाइटेड एयरलाइंस और मैरियट इंटरनेशनल जैसी कुछ बड़ी कंपनियों ने अभी तक प्रीमियम सीटों और लग्जरी होटल बुकिंग की मांग बनाए रखी है. हालांकि, उद्योग के विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि जैसे-जैसे आर्थिक तनाव बढ़ेगा, यह प्रीमियम मांग भी जल्दी गिर सकती है. अगर यह महंगा सेगमेंट गिरा, तो पर्यटन क्षेत्र की कुल कमाई पर बहुत बड़ा असर पड़ सकता है, क्योंकि यह मांग टिकाऊ नहीं लगती.
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रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि मिलेनियल्स 2025 में यात्राएं कम करने में सबसे आगे हैं. दूसरी ओर, ये युवा और तकनीक-प्रेमी लोग एआई (AI) टूल्स का ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं. 2024 की तुलना में एआई ट्रैवल प्लानिंग टूल्स की लोकप्रियता 1.5 गुना बढ़ गई है. युवा इन्हें खासकर घूमने की जगहें ढूंढने, रेस्तरां खोजने, और कम बजट में ट्रिप प्लान करने जैसे कामों में उपयोग कर रहे हैं. यह बदलता चलन बताता है कि आने वाले समय में यात्राओं की प्लानिंग टेक्नोलॉजी पर और ज्यादा निर्भर होगी और पर्यटन कंपनियों को अपनी रणनीति बदलने की ज़रूरत पड़ेगी.
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