अथिरापल्ली वॉटरफॉल (Athirappilly Waterfalls), केरल को “दक्षिण भारत का नियाग्रा” कहा जाता है. यह केरल के त्रिशूर जिले में चलाकुडी नदी पर स्थित है और अपनी भव्यता, हरियाली तथा प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है. लगभग 80 फीट ऊंचा और बरसात के मौसम में अत्यंत चौड़ा दिखाई देने वाला यह जलप्रपात पश्चिमी घाट की गोद में बसा है.
अथिरापल्ली जलप्रपात के आसपास घना उष्णकटिबंधीय वन क्षेत्र है, जहां दुर्लभ वनस्पतियां और जीव-जंतु पाए जाते हैं. यह क्षेत्र जैव विविधता के लिए जाना जाता है और कई प्रकार के पक्षियों व तितलियों का घर है. मानसून के दौरान जब नदी उफान पर होती है, तब जलप्रपात का दृश्य अत्यंत मनमोहक हो जाता है. वहीं, सर्दियों में पानी अपेक्षाकृत शांत रहता है, जिससे पर्यटक पास जाकर प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं.
यह स्थान फोटोग्राफी, नेचर वॉक और शांत वातावरण पसंद करने वालों के लिए आदर्श है. अथिरापल्ली के पास ही वझाचल जलप्रपात भी स्थित है, जिसे साथ में देखा जा सकता है. स्थानीय प्रशासन ने पर्यटकों की सुरक्षा के लिए व्यू पॉइंट्स और पैदल मार्ग बनाए हैं, हालाँकि फिसलन के कारण सावधानी बरतना आवश्यक है.
अथिरापल्ली का सांस्कृतिक महत्व भी है. यहां कई दक्षिण भारतीय फिल्मों की शूटिंग हुई है, जिससे इसकी लोकप्रियता और बढ़ी है. स्थानीय लोग इस क्षेत्र को प्रकृति की अमूल्य धरोहर मानते हैं और इसके संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाता है.
पर्यटन के लिए सितंबर से फरवरी का समय सबसे उपयुक्त माना जाता है, जब मौसम सुहावना रहता है. त्रिशूर और कोच्चि से सड़क मार्ग द्वारा यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है.