आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) को लेकर भले ही लोगों को लगता हो कि ये आने वाले दिनों में कई नौकरियों को खा जाएगा. लेकिन AI की बदौलत तीन दोस्त बिलेनियर बन गए हैं. ये तीनों सबसे कम उम्र के सेल्फ मेड बिलेनियर बन चुके हैं, जिसमें दो भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक हैं.
अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को बेस्ड AI रिक्रूटमेंट प्लेटफॉर्म Mercor है. इस प्लेटफॉर्म को तीन दोस्तों ने मिलकर तैयार किया है, जिनके नाम आदर्श हेरमथ, सूर्य मेदा, ब्रेंडन फूडी है. ये तीनों ही इसके को-फाउंडर है.
22 साल की उम्र में बना ली 88 हजार करोड़ की कंपनी
AI रिक्रूरमेंट प्लेटफॉर्म ने हाल ही में 350 मिलियन अमेरिकी डॉलर की इनवेस्टमेंट हासिल की है और अब कंपनी की वैल्यू करीब 10 बिलियन अमेरिका डॉलर पहुंच गई है. भारतीय करेंसी में इसको कंवर्ट करेंगे तो 88 हजार करोड़ रुपये होती है. इससे फेसबुक के को-फाउंडर और Meta CEO मार्क जकरबर्ग ने ये मुकाम 23 साल की उम्र में हासिल किया था.
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कोई CEO, कोई CTO और चेयरमैन बना
जहां फूडी Mercor कंपनी के CEO हैं. आदर्श हेरमथ के माता-पिता कर्नाटक से अमेरिका गए थे और वह कंपनी के CTO हैं. सूर्य मेदा के पेरेंट्स दिल्ली से अमेरिका गए थे और वह बोर्ड चेयरमैन है.
स्कूल डिबेट के लिए स्कूल में देर तक रुकते
तीनों दोस्त एक ही स्कूल में पढ़ाई करते थे जो सैन होशे में था. जहां वे नेशनल डिबेट कॉम्प्टीशन के लिए तैयारी करते थे और उसके लिए स्कूल में देर तक रुकते थे. इसके बाद उनका सफर आगे बढ़ा और उन्होंने ग्रेजुएशन अलग-अलग सेक्टर में की. इसके बाद उन्होंने AI लेकर काफी कुछ सीखा और आज उन्होंने एक बड़ी कंपनी तैयार कर ली है.
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स्कूल की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने नामचीन कॉलेज में एडमिशन लिया. इसके बाद उन्होने अलग-अलग सेक्टर की पढ़ाई की. इसके बाद जब वे मिले तो कुछ नया करने का सोचा. इसके बाद उन्होंने साल 2023 में एक AI स्टार्टअप को शुरू किया और आज लोग इसको Mercor के नाम से जानते हैं.