भारत ने शिखर धवन की अगुवाई में वेस्टइंडीज़ को उसके घर में वनडे सीरीज़ में हरा दिया है. तीन मैच की सीरीज़ में टीम इंडिया ने 2-0 से बढ़त बना ली है, अब बस नज़र क्लीन स्वीप करने पर है. लेकिन टीम इंडिया ने दोनों ही मैच में बड़ी मुश्किल से जीत हासिल की है, ऐसे में सवाल खड़े होते हैं कि कमज़ोर वेस्टइंडीज़ के सामने इस तरह आखिरी ओवर्स में मिल रही जीत का जश्न मनाया जाए या फिर चिंता की जाए.
क्रिकेट कमेंटेटर हर्षा भोगले के कुछ ट्वीट पर जब फैन्स ने इस जीत पर सवाल खड़े किए, तब हर्षा भोगले ने बताया कि क्यों वेस्टइंडीज़ में इस तरह के मुकाबले देखने को मिल रहे हैं. हर्षा भोगले ने दूसरे वनडे में मिली जीत के बाद ट्वीट किया कि ये दो जीत राहुल द्रविड़ के लिए काफी संतोषजनक होंगी, क्योंकि वह जो कर रहे हैं एक टीम क्रिकेट है.
हर्षा भोगले ने कहा कि मौजूदा प्लेइंग-11 से अलग राहुल द्रविड़ एक अलग प्लेइंग-11 तैयार कर रहे हैं, इसमें से तीन-चार तो मेन टीम का हिस्सा भी नहीं हैं. हर्षा भोगले के ट्वीट पर एक क्रिकेट फैन ने कमेंट किया, जिसके बाद यह बहस छिड़ गई.
फैन के सवाल पर हर्षा भोगले का जवाब
वेंकट प्रसाद नाम के ट्विटर यूज़र ने लिखा कि बांग्लादेश ने इसी वेस्टइंडीज़ टीम को 3-0 से मात दी थी. जो टीम 150 से अधिक रन नहीं बना पा रही थी, वह इंडिया के खिलाफ 300 से अधिक रन बना रही हैं. इससे क्या पता चलता है?
हर्षा भोगले ने इस ट्वीट के जवाब में कहा कि धीमी और लो पिच वेस्टइंडीज़ की खासियत हैं. इसी तरह की पिच वेस्टइंडीज़ को हमेशा जीतने के मौके देती हैं. भले ही यह टीम इंडिया का बेहतर प्रदर्शन ना हो, लेकिन कई खिलाड़ियों को इससे प्रोत्साहन मिलेगा. इसमें सपोर्ट स्टाफ का रोल काफी अहम है.
Slow, low pitches are where the West Indies are most vulnerable. These surfaces give them the best chance. These weren't perfect performances but there was a lot to feel encouraged by. The support cast played key roles https://t.co/0Uhhzkufca
— Harsha Bhogle (@bhogleharsha) July 25, 2022
क्या सच में चिंता का विषय है ये जीत?
पहले वनडे में टीम इंडिया ने 308 का स्कोर बनाया, जवाब में वेस्टइंडीज़ 305 तक पहुंच गई और आखिरी ओवर में किसी तरह भारतीय टीम 3 रन से जीत पाई. ऐसा ही दूसरे वनडे में हुआ जब भारत को 312 का टारगेट मिला और तब भी टीम इंडिया आखिरी ओवर में 2 बॉल रहते जीत दर्ज कर पाई.
हालांकि, यह भी ध्यान रखना चाहिए कि टीम इंडिया इस वक्त अपनी बी टीम के साथ खेल रही है. विराट कोहली, रोहित शर्मा, केएल राहुल, ऋषभ पंत, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार जैसे खिलाड़ी टीम में नहीं हैं, जो अगर स्क्वॉड में हों तो प्लेइंग-11 में शामिल ही रहते हैं. ऐसे में बैकअप टीम का इस तरह जीतना, जिसमें कई खिलाड़ी बेहद कम अनुभव रखते हैं.
वहीं वेस्टइंडीज़ की बात करें तो यह उसकी बेस्ट टीम ही है. सिर्फ जेसन होल्डर, शिमरोन हेटमायर जैसे प्लेयर्स अभी टीम में नहीं हैं वरना बाकी पूरी टीम है. ऐसे में वेस्टइंडीज़ की टीम को उसके घर में हराना इतना आसान नहीं हैं, क्योंकि पहले नंबर से 11वें नंबर तक सभी प्लेयर्स बिग हिटर्स हैं. जो आईपीएल समेत कई लीग में अपना कमाल दिखा चुके हैं.