सदियों से मनुष्य अपने भविष्य के बारे में जानने को उत्सुक रहा है. उसने स्वयं को संतुष्ट करने के लिए तथा भविष्य की घटनाओं के बारें में पता लगाने के लिए फलित ज्योतिष के आधार पर विभिन्न शाखाओं का निर्माण किया जैसे ज्योतिष, हस्तरेखा शास्त्र, और अंक ज्योतिष ज्ञान. दुनिया भर में लाखों लोग हथेली की रेखाओं पर विश्वास करते हैं और उससे अपना भविष्य और अपने स्वभाव के बारे में पता लगाने की कोशिश करते रहते हैं. अगर आपकी भी इन सबमें दिलचस्पी है तो आगे पढ़िए..
विवाह की रेखा
- यह रेखा छोटी अंगुली के नीचे समानांतर पायी जाती है.
- जितनी साफ़ सुथरी और स्पष्ट होगी,उतना ही उत्तम वैवाहिक जीवन होगा.
- अगर यह रेखा ऊपर की ओर जाय या नीचे की ओर जाए तो उत्तम नहीं होता,
- इससे विवाह समस्या का कारण बनता है.
- इस रेखा का टूटा होना या दो भागों में बँटा होना विवाह विच्छेद का कारण बनता है.
प्रेम की रेखा
- चन्द्र पर्वत अथवा शुक्र पर्वत पर छोटी छोटी महीन रेखाओं का पाया जाना प्रेम की सूचना देता है.
- जब ये पर्वत विशेष रूप से गुलाबी हो तो प्रेम सम्बन्ध की शुरुआत होती है
- जब इसके साथ साथ शुक्र अत्यंत उभरा हुआ हो तो प्रेम विवाह का योग बनता है.
- परन्तु अगर इन दोनों पर्वतों पर जाले हों तो प्रेम विवाह में सफलता नहीं मिलती.
संतान
- विवाह रेखा के ऊपर और शुक्र पर्वत की जड़ में संतान रेखाएँ और इनकी स्थितियां होती हैं.
- यहाँ पर पाए जाने वाले क्रास,तिल और शाखा हमेशा संतानोत्पत्ति में बाधा पहुंचाते हैं.
- परन्तु अगर बृहस्पति मजबूत हो तो इस रेखा को सहायता मिलती है.
रोजगार
- शनि पर्वत पर पायी जाने वाली रेखा और हाथ में ऊपर की उठने वाली रेखा रोजगार का क्षेत्र निर्धारित करती हैं.
- हाथ में जिस पर्वत की स्थिति या जिस रेखा की स्थिति सबसे ज्यादा मजबूत हो , वही रोजगार का क्षेत्र व्यक्ति का होता है.
- पर्वतों का उभार कम होना और हाथ की रंगत कम होना रोजगार में समस्या देता है.
आयु रेखा
- हालांकि जीवन रेखा को ही आयु रेखा कहा जाता है , परन्तु हाथ में तमाम अन्य चिन्हों से आप आयु के बारे में जान सकते हैं.
- मष्तिस्क रेखा और शनि पर्वत का अध्ययन करके आप ठीक ठीक बता सकते हैं कि आयु का प्रखंड क्या है.
- आयु रेखा के लिए भी वर्ग हमेशा शुभ परिणाम देता है,और क्रास से समस्या के योग बनते हैं.
प्रसिद्धि - यश रेखा
- सूर्य पर्वत पर पायी जाने वाली रेखा प्रसिद्धि और यश की रेखा होती है.
- अगर यह रेखा दोहरी हो तो व्यक्ति को आसानी से नाम यश की प्राप्ति होती है.
- अगर सूर्य के पर्वत पर तारा या त्रिभुज हो तो व्यक्ति राष्ट्रीय - अंतरराष्ट्रीय ख्याती पाता है.
- इस पर्वत पर अगर वलय या तिल या धब्बा हो तो व्यक्ति को घोर अपयश मिलता है.