Chew Cardamom After Meals Benefits: भारतीय घरों में खाने के बाद में इलायची खाना एक पुरानी परंपरा है. कई लोग इसे सिर्फ स्वाद या आदत समझते हैं, लेकिन यह छोटी-सी हरी इलायची आपकी सेहत के लिए बड़े काम की चीज है. आयुर्वेद में इसे यूं ही नहीं मसालों की रानी कहा गया है. इसकी खुशबू, स्वाद और औषधीय गुण इसे बेहद खास बनाते हैं, चलिए आज आपको बतात हैं कि आखिर खाना खाने के बाद इलायची क्यों खाते हैं और इसे खाने से हमारे शरीर में क्या फर्क पड़ता है.
इलायची एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, जो शरीर में जमा टॉक्सिन्स को कम करने में मदद करती है. ऐसा माना जाता है कि यह लीवर और किडनी के काम को सपोर्ट करती है और उनको शरीर में मौजूद सभी जहरीली चीजों को बाहर निकालने की शक्ति को बेहतर देती है. भले ही इलायची पूरा डिटॉक्स ट्रीटमेंट न हो, लेकिन रोजाना खाने के बाद इसे चबाने से मेटाबॉलिज्म का बैलेंस बेहतर होता है और शरीर हल्का महसूस होता है.
जिन लोगों को खाना खाने के बाद भारीपन, गैस या एसिडिटी होती है, उनके लिए इलायची किसी नेचुरल दवा से कम नहीं. इसमें मौजूद ‘सिनियोल’ और अन्य जरूरी तेल डाइजेशन एन्जाइम्स को एक्टिव करते हैं, जिससे खाना जल्दी और आसानी से पचता है. इलायची पेट की मसल्स को रिलैक्स भी करती है, इसलिए तला-भुना या भारी खाना खाने के बाद यह खासतौर पर आराम देती है.
इलायची चबाते ही जो पहली चीज महसूस होती है, वो ताजगी है, इसमें मौजूद सुगंधित तेल मुंह में बदबू पैदा करने वाले बैक्टीरिया को कम करते हैं. लहसुन, प्याज या मसालेदार खाने के बाद आने वाली बदबू को यह तुरंत काबू में ले लेती है. यह लार का स्राव बढ़ाती है, जिससे मुंह साफ और सांसें ताजा रहती हैं, वो भी बिना किसी आर्टिफिशियल फ्लेवर के.
अगर आपको खाने के बाद मिठाई की क्रेविंग होती है, तो इलायची आपकी मदद कर सकती है. इसकी हल्की मिठास और शांत करने वाली खुशबू मीठा खाने की इच्छा को कम करती है. कई लोग मानते हैं कि इलायची ‘इमोशनल ईटिंग’ पर भी ब्रेक लगाती है. वजन कंट्रोल करने वालों के लिए यह एक स्मार्ट, हेल्दी ऑप्शन है.