समाजवादी पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे चुके अमर सिंह ने सोमवार को कहा कि उन्होंने समाजवादी पार्टी से कोई बगावत नहीं की है, बल्कि स्वास्थ्य के कारणों से पार्टी के पदों से इस्तीफा दिया है.
वाराणसी से गोरखपुर जाते समय आजमगढ़ जिले के सगड़ी विधानसभा क्षेत्र में संवाददाताओं से बातचीत में सिंह ने कहा ‘‘मैंने समाजवादी पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया है. मुझे कष्ट सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव से नहीं है, कष्ट रामगोपाल यादव से है, जिन्होंने सार्वजनिक रूप से टीवी चैनलों पर मुझे चार बार गाली दी है.’’
मुलायम सिंह के इस बयान पर कि वे पीछे मुड़कर नही देखते, सिंह ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा ‘‘मुलायम सिंह एक बहादुर सेनापति हैं, जिसके चलते कई बार मुख्यमंत्री बने और बहादुर सेनापति कभी पीछे मुड़कर नही देखते, इसलिए मुलायम सिंह को मुझ जैसे घायल सिपाही की परवाह किये बिना आगे बढ़ना चाहिए.’’ सवालों के जवाब में सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव को निशाने पर रखते हुए, उन्होंने कहा कि ‘‘उन फिल्मी हस्तियों को गाली दी गयी, जिन्होंने सपा के चुनाव प्रचार में पसीना बहाया.’’
यह कहते हुए कि समाजवादी नेता और विचारक डा. राममनोहर लोहिया भी फिल्मकारों और कलाकारों का सम्मान करते थे, अमर सिंह ने सवाल किया कि ‘‘आखिर जब उनसे इतना कष्ट था तो उन्हें पार्टी का महासचिव क्यों बनाया गया, जयाप्रदा को लोकसभा चुनाव में टिकट क्यों दिया गया और जया बच्चन को राज्यसभा क्यों भेजा गया.’’
अमर सिंह के लम्बे काफिले में क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरबंश सिंह और कभी उनसे नाराज होकर कांग्रेस और फिर भाजपा में चले गये उनके भाई अरविन्द सिंह मौजूद थे. मगर जिले के सपा के बड़े नेता और पदाधिकारी उनसे दूर ही रहे. जनपद में पार्टी के एक मात्र विधायक सर्वेश सिंह ‘सीपू’ के नेतृत्व में सगड़ी विधानसभा के सभी बाजारों में अमर सिंह का भव्य स्वागत किया गया.