देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने अपनी आधार दर 7.5 प्रतिशत तय की. इस पहल से उद्योग जगत को सब-प्राइम दर पर ऋण देने का चलन खत्म हो जाएगा. एसबीआई की नयी आधार दर एक जुलाई से प्रभावी होगी.
बैंक ने बंबई स्टाक एक्सचेंज को दी जानकारी में बताया, ‘‘भारतीय स्टेट बैंक ने 1 जुलाई, 2010 से वाषिर्क 7.5 प्रतिशत की आधार दर तय की है.’’ इस तरह से निगमित ऋण बाजार में प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए निजी क्षेत्र और अन्य बैंकों द्वारा भी एसबीआई की आधार दर के करीब अपनी दरें रखे जाने की संभावना है.
सब-प्राइम ऋण के तहत बैंक बाजार दर से कम ब्याज दर पर कंपनियों को ऋण उपलब्ध कराते हैं. रिजर्व बैंक ने आधार दर प्रणाली के लिए एक जुलाई की समय सीमा तय की है. आधार दर प्रणाली के जरिए रिजर्व बैंक चाहता है कि सभी बैंक अपनी उधारी की दरें घोषित करें और इस प्रकार से बैंक इस दर से नीचे की दर पर ऋण नहीं दे सकते. आरबीआई के इस कदम से ऋण व्यवस्था में अधिक पारदर्शिता सुनिश्चित हो सकेगी.