हाथरस गैंगरेप केस को लेकर पूरे देश में गुस्से का माहौल है. दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन हो रहा है. कई राजनीतिक दलों के नेता यहां पर पहुंच रहे हैं. सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी और सीपीआई नेता डी राजा भी उसमें शिरकत किए. इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे. सीएम केजरीवाल ने कहा कि दोषियों को जल्द फांसी हो. इस केस में राजनीति नहीं होनी चाहिए.
सीएम केजरावील ने कहा कि ऐसी घटना यूपी, मध्य प्रदेश, राजस्थान, मुंबई या दिल्ली कहीं भी नहीं होनी चाहिए. देश में कहीं भी रेप की घटना नही होनी चाहिए. जंतर-मंतर पर हो रहे प्रदर्शन में आम आदमी पार्टी (आप) के नेता सौरभ भारद्वाज, जिग्नेश मेवाणी और एक्ट्रेस स्वरा भास्कर भी पहुंचे.
There should be no politics on this issue. Why should such an incident happen in UP, Madhya Pradesh, Rajasthan, Mumbai or Delhi? No rape incidents should happen in the country: Delhi CM Arvind Kejriwal at Jantar Mantar https://t.co/AY2qD5KPjm pic.twitter.com/7YEKGuWmAn
— ANI (@ANI) October 2, 2020
ये प्रदर्शन इंडिया गेट पर होने वाला था. लेकिन गुरुवार को दिल्ली पुलिस की ओर से कहा गया कि इंडिया गेट के आस-पास धारा 144 लागू है. यहां पर किसी भी सभा की इजाजत नहीं है.
New Delhi: Youth Congress members dressed as Mahatma Gandhi, organise a demonstration at Jantar Mantar Road to protest the alleged Hathras gangrape pic.twitter.com/7fSfp53GFL
— ANI (@ANI) October 2, 2020
प्रार्थना सभा में पहुंचीं प्रियंका गांधी
इससे पहले हाथरस गैंगरेप केस की शिकार पीड़िता को लेकर दिल्ली के वाल्मीकि मंदिर में प्रार्थना सभा हुई. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी वाल्मीकि मंदिर पहुंचीं और वहां हो रही प्रार्थना सभा में शामिल हुईं. प्रार्थना सभा के दौरान प्रियंका ने कहा कि हम अन्याय के खिलाफ लड़ेंगे.
प्रार्थना सभा में शामिल होने के दौरान कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि हम अन्याय के खिलाफ लड़ाई करेंगे. हमें इसके खिलाफ राजनीतिक लड़ाई तेज करनी होगी. प्रार्थना सभा के दौरान प्रियंका के साथ दूसरे कांग्रेस के नेताओं ने हाथरस की बेटी के लिए 2 मिनट का मौन रखा. पीड़िता के शव का रात में अंतिम संस्कार कराए जाने पर नाराजगी जताते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि रात में अंतिम संस्कार करने की परंपरा नहीं है. आखिर परिवार को अंतिम संस्कार करने क्यों नहीं दिया गया.