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12वीं पास, 5 केस, कोई प्रॉपर्टी नहीं... BJP के नए राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन के बारे में सबकुछ

नितिन नबीन बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा के बेटे हैं और वर्तमान में बिहार की नीतीश सरकार में सड़क निर्माण मंत्री हैं. इस बार के विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग में जमा दिए शपथ पत्र के मुताबिक नितिन नबीन 12वीं पास हैं.

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पांच बार के विधायक नितिन नबीन (45) बीजेपी के सबसे कम उम्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. (File Photo- ITG)
पांच बार के विधायक नितिन नबीन (45) बीजेपी के सबसे कम उम्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. (File Photo- ITG)

बिहार सरकार में मंत्री नितिन नबीन को भारतीय जनता पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी मिली है. पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है. पटना के बांकीपुर से लगातार पांच बार के विधायक नितिन नबीन (45) बीजेपी के सबसे कम उम्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. पटना में जन्मे नितिन नबीन बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा के बेटे हैं और वर्तमान में बिहार की नीतीश सरकार में सड़क निर्माण मंत्री हैं.

इस साल बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग में जमा किए गए शपथ पत्र के मुताबिक नितिन नबीन की पत्नी का नाम दीपमाला श्रीवास्तव है. उनका एक बेटा और बेटी है.

पिता के निधन के बाद नितिन नबीन ने सक्रिय रूप से चुनावी राजनीति में कदम रखा और जल्द ही अपनी अलग पहचान बनाई. 2006 के उपचुनाव में जीत दर्ज करने के बाद से उनके विजयी होने का सिलसिला बरकरार रहा है. वे 2010, 2015, 2020 और 2025 के विधानसभा चुनावों में लगातार विजयी रहे हैं. इस साल 2025 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने 98,299 वोट हासिल कर आरजेडी उम्मीदवार रेखा कुमारी को 51,936 वोटों के बड़े अंतर से हराया था.

शैक्षणिक योग्यता और डिजिटल उपस्थिति

शपथ पत्र के मुताबिक  नितिन नबीन 12वीं पास हैं. उन्होंने 1996 में संत माईकल हाई स्कूल से सीबीएसई बोर्ड से मैट्रिक पास की. इसके बाद 1998 में उन्होंने सीएसकेएम पब्लिक स्कूल, नई दिल्ली से इंटर पास की. आधुनिक राजनेता की तरह, वह डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी सक्रिय हैं. उनके ईमेल, मोबाइल नंबर और WhatsApp के अलावा, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन और यूट्यूब जैसे सभी प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वे मतदाताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं से जुड़े रहते हैं.

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कितनी संपत्ति के मालिक हैं बीजेपी के नए अध्यक्ष?

शपथ पत्र में नितिन नबीन ने स्वयं की जंगम (चल) संपत्ति का कुल मूल्य लगभग ₹99 लाख 71 हजार 478 रुपये दर्शाई थी, जबकि उनकी पत्नी की चल संपत्ति लगभग ₹66.52 लाख बताई गई. अचल संपत्ति के मामले में, नबीन के नाम पर कोई कृषि भूमि या आवासीय/वाणिज्यिक भवन दर्ज नहीं है. हालांकि, उनकी पत्नी के नाम पर लगभग ₹1.47 करोड़ मूल्य की अचल संपत्ति है. 

चल संपत्ति के विस्तृत ब्यौरे में, नबीन के पास विभिन्न बैंक खातों और फिक्स्ड डिपॉजिट में लगभग ₹42,60,961.75 जमा हैं. उनके पास दो वाहन एक स्कॉर्पियो और एक इनोवा क्रिस्टा हैं, जो उनके द्वारा घोषित किए गए हैं. उनकी पत्नी दीपमाला श्रीवास्तव की बैंक जमा राशि (पीपीएफ सहित) लगभग ₹54,30,555.69 है. इसके अलावा, उन्होंने Edelweiss, HDFC, ICICI, Invesco और Nippon India जैसे प्रतिष्ठित फंडों में शेयर और म्यूचुअल फंड के माध्यम से लगभग ₹6,44,700 का निवेश किया हुआ है. 

ज्वैलरी की बात करें तो, पत्नी के पास 70 ग्राम सोने (लगभग ₹7.56 लाख) और 400 ग्राम चांदी (₹64,000) के जेवर हैं, जबकि नबीन के पास ₹1.40 लाख मूल्य के सोने के आभूषण हैं.

अचल संपत्ति में, नबीन की पत्नी के पास मौजा दरियापुर, फतुहा में ₹28.97 लाख मूल्य की कृषि भूमि है. सबसे महत्वपूर्ण संपत्ति एसके नगर, पटना स्थित आवासीय भवन है, जो विरासत में मिली भूमि पर निर्मित है और जिसका वर्तमान अनुमानित बाजार मूल्य ₹1.18 करोड़ है. 

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हालांकि, नबीन के वित्तीय प्रोफाइल में ऋण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी शामिल है. उन पर कुल ₹56,66,013.00 का दायित्व है. इसमें सबसे प्रमुख ICICI बैंक से लिया गया संयुक्त होम लोन (जिसमें उनका 50% हिस्सा है) और बिहार विधानसभा द्वारा प्रदान किया गया इनोवा क्रिस्टा वाहन लोन शामिल है. 

आयकर रिटर्न के अनुसार, पिछले पांच वर्षों में नितिन नबीन की स्वयं की आय ₹3.35 लाख से ₹3.71 लाख के बीच रही है, जबकि उनकी पत्नी की आय ₹1.12 लाख से लेकर ₹14.69 लाख (वित्तीय वर्ष 2021-22) के बीच रही है.

नितिन नबीन पर कितने केस?

नए राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष की कानूनी स्थिति भी उनके शपथ पत्र में स्पष्ट रूप से उल्लिखित है. नितिन नबीन ने यह पुष्टि की है कि उन्हें किसी भी मामले में दोषी नहीं ठहराया गया है. हालांकि, उनके विरुद्ध पांच मामले अलग-अलग न्यायालयों में लंबित हैं. ये मामले मुख्य रूप से राजनीतिक संघर्षों और विरोध प्रदर्शनों के दौरान दर्ज किए गए हैं, जो एक सक्रिय राजनेता के करियर का हिस्सा होते हैं. 

इनमें भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 147 (दंगा), 188 (लोक सेवक द्वारा विधिवत प्रख्यापित आदेश की अवज्ञा), 353 (लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकना), और 341 (सदोष अवरोध) जैसी धाराएं शामिल हैं. 

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