अभी से ही लू का सामना कर रहे उत्तर भारत के मैदानी इलाकों वाले राज्यों में अगले दो दिनों में गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है. मौसम विभाग के मुताबिक अगले 3 दिनों में 5 डिग्री तक तापमान गिर सकता है. हालांकि, ये राहत बहुत कम समय के लिए होगी और 3 तारीख से लू के चलने का सिलसिला फिर से शुरू होगा. बीते हफ्ते देश के कई राज्यों में गर्मी ने हाल बेहाल कर दिया था. ओडिशा में तापमान 44 डिग्री के पार पहुंच गया. वहीं. राजस्थान में बीते हफ्ते 43 डिग्री सेल्सियस तक तापमान पहुंच गया था.
भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि गुजरात से हरियाणा तक क्षेत्रों के बीच दबाव भिन्नता रही. इसके अलावा राजस्थान से भी गर्मी स्थानांतरित हुई जो पहले से ही लू का सामना कर रहा था. मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं लू विशेषज्ञ नरेश कुमार ने कहा कि पाकिस्तान से भी गर्मी स्थानांतरित हुई और पाकिस्तान के एक मौसम केंद्र में इसी अवधि में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
तापमान में होगी गिरावट
कुमार ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ भी मैदानी इलाकों में नमी लेकर नहीं आ पाया. यही कारण रहा कि तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई. मौसम विभाग के मुताबिक, 'अगले दो दिन में उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट की संभावना है, जिससे लू से राहत मिलने की संभावना है.'
दिल्ली समेत इन राज्यों में चलेंगी धूल भरी हवाएं
मौसम विभाग के मुताबिक आज राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल में धूल भरी हवाएं (30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से) चलने के आसार हैं. उत्तर और पूर्वी भारत में अप्रैल से जून तक दिन का तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है. आईएमडी के मुताबिक दक्षिण भारत के अधिकतर हिस्सों, पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों, पूर्वोत्तर आदि क्षेत्रों में अधिकतम तापमान के सामान्य स्तर से कम रहने का अनुमान है.
दिल्ली में 2010 के बाद से मार्च सबसे गर्म
मौसम विभाग ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में मार्च में इस महीने अधिकतम औसत तापमान 33.1 डिग्री सेल्सियस रहा जिससे यह पिछले 11 साल का 'सबसे गर्म' महीना बन गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार दिल्ली में मार्च के महीने में आम तौर पर औसत अधिकतम तापमान 29.6 डिग्री सेल्सियस रहता है. उन्होंने कहा कि 2010 में मार्च के महीने में अधिकतम औसत तापमान 34.1 डिग्री सेल्सियस था.
इस प्रकार 2010 के बाद से इस साल मार्च में सर्वाधिक औसत अधिकतम तापमान रहा. मौसम कार्यालय ने पूर्वानुमान व्यक्त किया है कि दिन में दिल्ली का आसमान साफ रहेगा और हवा की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी. राष्ट्रीय राजधानी में अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है.
A Low Pressure Area lies over Southeast Bay of Bengal & adjoining south Andaman Sea. It is likely to become more marked over central parts of Andaman Sea & neighbourhood during next 24 hrs and likely to concentrate into a Depression over the same region during subsequent 24 hrs. pic.twitter.com/hiamFXpE8V
— India Meteorological Department (@Indiametdept) March 31, 2021
अंडमान में बारिश की संभावना
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बुधवार को कहा कि कम दबाव के क्षेत्र के कारण अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में 31 मार्च से दो अप्रैल तक बारिश होने की संभावना है. इसने कहा कि एक चक्रवाती प्रवाह के चलते दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और पास के दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बन गया है. मानसून से पहले के दिनों में बंगाल की खाड़ी और अरब सागर के ऊपर चक्रवाती प्रवाह का बनना एक सामान्य घटनाक्रम है.
मौसम विभाग ने कहा है कि इसके प्रभाव के चलते अंडमान निकाबोर द्वीपसमूह में 31 मार्च से दो अप्रैल तक गरज के साथ व्यापक बारिश होने और तेज हवाएं चलने की संभावना है. विभाग ने मछुआरों से सागर क्षेत्रों में जाने से बचने को कहा है. इस स्थिति के चलते असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 31 मार्च को कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है तथा अरुणाचल प्रदेश में 31 मार्च से एक अप्रैल तक कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है. इसकी वजह से दक्षिणी असम, मेघालय, त्रिपुरा और मिजोरम में भूस्खलन और निचले इलाकों के जलमग्न होने जैसी घटनाएं हो सकती हैं.