सुशांत सिंह राजपूत केस में झारखंड में भी राजनीति शुरू हो चुकी है. सत्ता पक्ष और विपक्ष एक-दूसरे को आरोप लगा रहे हैं. झारखंड के मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने पिछले दिनों रिया चक्रवर्ती को लेकर एक ट्वीट किया था लेकिन लोगों ने उन्हें ही आड़े हाथों ले लिया और राज्य की हकीकत के बारे में बताने लगे. बीजेपी की ओर से कहा गया कि मंत्री ने कोर्ट की अवमानना है.
मंत्री मिथिलेश ने कोर्ट से सजा मिलने से पहले रिया चक्रवर्ती के साथ मीडिया ट्रायल पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या तमाशा है ??? जुर्म साबित होने से पहले ही सज़ा? क्या और एक आत्महत्या करवाएंगे आप? शर्म आनी चाहिए!. मिथिलेश ने अपने इस ट्वीट में कुछ फोटो भी शेयर किए जिसमें रिया पत्रकारों की भीड़ और कैमरों से बेहद परेशान दिख रही हैं..
उन्होंने ट्वीट पर सवाल उठाया था कि अगर सुशांत की तरह रिया भी कुछ इस तरह का कदम उठाती है तो इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा. राज्य में हेमंत सोरेन सरकार में मिथिलेश पहले ऐसे मंत्री हैं जिन्होंने सुशांत केस में मीडिया ट्रायल को लेकर सवाल उठाया लेकिन इसके लिए वह ट्रोल भी हो गए.
मिथिलेश ने बीजेपी की ओर से राजनीतिक लाभ लेने के लिए सुशांत सिंह पोस्टर का इस्तेमाल करने पर भी नाराजगी जताई.
बीजेपी के प्रवक्ता झारखंड प्रातुल शाहदेव मंत्री मिथिलेश के आरोप पर हमला करते हुए कहा कि एक मंत्री एनसीबी द्वारा जांच की जा रही ड्रग केस के एक आरोपी को आरोपी को क्लीन चिट दे रहे हैं. हत्या मामले की जांच सीबीआई कर रही है, लेकिन वो आरोपी का पक्ष लेते दिख रहे हैं. यह देश की भावनाओं के खिलाफ है. साथ ही यह कोर्ट की अवमानना भी है, जब मामला विचाराधीन है और लंबित है.
हालांकि कांग्रेस के प्रवक्ता अलोक दुबे को मंत्री मिथिलेश के ट्वीट में कुछ भी गलत नहीं दिखा. उन्होंने कहा कि यह बीजेपी की साजिश है कि लोगों का ध्यान बुनुयादी जरुरतों जैसे बेरोजगारी, गिरती अर्थव्यवस्था, बढ़ती गरीबी जैसी भयानक स्थिति से जनता का ध्यान भटकाया जाए.
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