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कोयंबटूर: महाशिवरात्रि पर सद्गुरु जग्गी वासुदेव का महाजागरण!

सद्गुरु जग्गी वासुदेव के कोयंबटूर स्थित आश्रम में महाशिवरात्रि की रात भव्य कार्यक्रम किया गया. हजारों लोगों द्वारा इस कार्यक्रम में कोविड-प्रोटोकॉल का पालन किया गया.

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सद्गुरु जग्गी वासुदेव (फाइल फोटो)
सद्गुरु जग्गी वासुदेव (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • पूरे देश में मनाई जा रही है महाशिवरात्रि
  • कोयंबटूर में है ईशा फाउंडेशन का आश्रम
  • पूरी रात हुआ भव्य शिवरात्रि कार्यक्रम

पूरे देश में शिव भक्तों द्वारा महाशिवरात्रि मनाई गई. वहीं सद्गुरु जग्गी वासुदेव के अनुयाइयों द्वारा भी पूरी रात जागकर महाशिवरात्रि मनाई गई. जग्गी वासुदेव के कोयंबटूर स्थित आश्रम में महाशिवरात्रि की रात को लेकर भव्य कार्यक्रम किया गया.

ईशा फाउंडेशन के कार्यक्रम की तस्वीर
ईशा फाउंडेशन के कार्यक्रम की तस्वीर

पूरी रात जग्गी वासुदेव के हजारों अनुयाइयों ने जागकर और शिव का स्मरण करते बिताई. इस दौरान संगीत से लेकर सुंदर नृत्य हुआ. जग्गी वासुदेव ने इस मौके पर कहा ''इस रात को केवल जागरण की रात मत रहने दीजिए. ये रात आपको जागृत करने वाली रात होनी चाहिए.''

सद्गुरु जग्गी वासुदेव
सद्गुरु जग्गी वासुदेव

इस साल का ये कार्यक्रम इसलिए अलग था क्योंकि देश में कोरोना प्रोटोकॉल लागू हैं. हजारों लोगों द्वारा इस भव्य कार्यक्रम में कोविड-प्रोटोकॉल का पालन किया गया.

112 फीट ऊंची आदि योगी की प्रतिमा
112 फीट ऊंची आदि योगी की प्रतिमा

इससे पहले ईशा योग केंद्र स्थित नंदी के सामने 'लिंग भैरवी यात्रा' संपन्न हुई. जिसका समापन एक महाआरती के साथ हुआ. आप महाशिवरात्रि के मौके पर किए गए इस भव्य आयोजन को यहां भी देख सकते हैं:

इस कार्यक्रम में आने वाले सभी श्रद्धालुओं को कोरोना संबंधी प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कहा गया था. सभी प्रतिभागियों को कार्यक्रम में एंट्री तभी मिली जबकि उनके पास कोरोना नेगटिव रिपोर्ट था. इसके अलावा लोगों के तापमान, मेडिकल स्क्रीनिंग, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के पालन की पूरी कोशिश की गई.

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इस महाजागरण में संगीत और नृत्य खूब हुआ
इस महाजागरण में संगीत और नृत्य खूब हुआ

इस मौके पर हजारों श्रद्धालुओं ने ईशा फाउंडेशन की तरफ से चलाए जा रहे 'FREE TAMIL NADU TEMPLE'  कैंपेन को भी अपना समर्थन दिया गया. दरअसल ईशा फाउंडेशन का मानना है कि सरकार द्वारा नियंत्रित मंदिरों की हालत अच्छी नहीं है, वहां रखरखाव की सही व्यवस्था नहीं है. समुचित आय नहीं है. वहां से मूर्तियों की चोरी हो रही हैं. इसलिए मंदिरों को ईश्वर के भक्तों को सौंप देना चाहिए जो अपने भगवान के प्रति श्रद्धावान हैं. इसलिए ईशा फाउंडेशन 'FREE TAMIL NADU TAMPLE' नाम से कैंपेन चला रहा है.

 

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