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मोदी ने अपने दौरे से तमिलनाडु की कितनी सीटें सील की?

पशुपति पारस खेमे के सीटिंग सांसदों का अब क्या होगा, प्रधानमंत्री मोदी के मिशन साउथ का कितना असर और सोनम वांगचुक क्यों भूख हड़ताल पर बैठे हैं? सुनिए 'दिन भर' में.

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बिहार में चुनावी दंगल का पहला राउंड NDA ने जीत लिया है. महीने भर की माथापच्ची के बाद फाइनली NDA में सीट शेयरिंग पर सहमति तो बनी ही.. साथ में ये भी तय हो गया कि कौन सा दल कहां से चुनाव लड़ेगा. दूसरी तरफ महागठबंधन में अभी भी मंथन जारी है. कल शाम पटना में एनडीए नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके तस्वीर पूरी तरह साफ कर दी. आशंका थी और सच निकली.. पशुपति पारस की लोक जनशक्ति पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली है. जिसके बाद से वो नाराज बताए जा रहे थे और आज उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मोदी मंत्रिमंडल से इस्तीफा भी दे दिया. सीट शेयरिंग से एक बात और साफ हो गई है कि एनडीए के लिए रामविलास पासवान की विरासत के असल हकदार चिराग पासवान हैं. यही कारण है कि नरेंद्र मोदी सरकार में भले कैबिनेट का सुख पशुपति पारस को मिला, लेकिन चुनाव चिराग के चेहरे पर ही लड़ा जाएगा. 

पशुपति पारस के ‘दिन बीते’

पशुपति पारस के इस्तीफे के बाद से ये कयास लग रहे हैं कि वो कभी भी महागठबंधन की टीम जॉइन कर सकते हैं. उनके महागठबंधन में शामिल होने पर आरजेडी नेता तेजप्रताप यादव का बयान भी सामने आया है. पशुपति पारस की अब आगे की स्ट्रेटजी क्या होगी और उनके खेमे में जो सांसद हैं उनका भविष्य क्या दिख रहा है.हाजीपुर सीट पर चाचा भतीजा का मुकाबला देखने को मिल सकता है क्या, चिराग पासवान और नीतीश कुमार के बीच सबकुछ ठीक हो गया है? सुनिए 'दिन भर' की पहली ख़बर में.

साउथ में मोदी कितने असरदार?

केंद्र की सत्ताधारी BJP का पूरा फोकस 2024 के लोकसभा चुनाव में जीत का नया रिकॉर्ड बनाने पर है. पार्टी इसके लिए ‘मिशन साउथ’ में जुटी हुई है. इसी सिलसिले में प्रधानमंत्री मोदी 5 दिन के दक्षिण भारत के दौरे पर हैं. इसके तहत आज सुबह उन्होंने केरल के पलक्कड़ में रोड शो किया. इसके बाद जनसभा को संबोधित किया. विपक्षी गठबंधन पर वो खूब हमलावर थे. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के 'शक्ति' वाले बयान पर उन्होंने फिर घेराबंदी की. 

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वैसे दक्षिण में कर्नाटक और तेलंगाना को छोड़कर केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश, लक्षद्वीप और पुड्डुचेरी में बीजेपी की कोई सीट नहीं है. साउथ की 131 सीटों में बीजेपी के पास अभी केवल 29 सीटें हैं और इनमें से भी 25 अकेले कर्नाटक में हैं. बीजेपी कर्नाटक में विपक्ष में होने के बावजूद अपनी सीटों को बचाना चाहती है और इसीलिए जेडीएस से तालमेल किया है. आंध्र प्रदेश में टीडीपी और जनसेना को साथ लिया है.मोदी साउथ में कितना असर छोड़ पाये. तमिलनाडु में बीजेपी का फोकस किन सीटों पर है और राज्य में भारतीय जनता पार्टी किन मुद्दों के सहारे है? सुनिए 'दिन भर' की दूसरी ख़बर में.

3 इडियट्स वाले ‘रैंचो’ का अनशन क्यों?

मार्च के महीने में लेह का तापमान माइनस 10 से 15 डिग्री तक रहता है. लेकिन इन दिनों वहां बड़ी सियासी तपिश देखी जा रही है. ये लोकसभा चुनावों के लिहाज से एक बड़ी सियासी पिच भी तैयार कर रही है. क्योंकि सोनम वांगचुक पिछले 14 दिनों से आमरण अनशन पर है. वांगचुक ने आज एक वीडियो जारी किया. जिसमें उन्होंने बताया कि कल उनके साथ करीब 1500 लोगों ने भूख हड़ताल की.
 
सबसे पहले सोनम वांगचुक के बारे में जान लेते हैं. सोनम वांगचुक पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर और हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव्स, लद्दाख HIAL के डायरेक्टर हैं. उन्हें साल 2018 में प्रतिष्ठित मैगसेसे पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है. साल 2009 में सोनम वांगचुक तब सबसे ज्यादा चर्चा में आए, जब उनके ऊपर आमिर खान की सुपरहिट फिल्म '3 इडियट्स' बनी थी. तब आमिर खान ने सोनम वांगचुक का किरदार निभाया था और स्क्रीन पर उनके कैरेक्टर का नाम फुनसुख वांगड़ू था. सोनम वांगचुक एक बार फिर से सुर्खियों में हैं.सोनम वांगचुक की डिमांड्स क्या है और इसे कितना समर्थन मिल रहा है? 6वीं अनुसूची में शामिल करने पर लद्दाख को क्या मिलेगा और 370 हटने के पहले लद्दाख क्या स्टेटस था. सुनिए 'दिन भर' की आखिरी ख़बर में.

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