scorecardresearch
 

खाना खाते ही उल्टियां और पेट दर्द...बेलगावी में 12 छात्रों को फूड पॉइजनिंग, अस्पताल में भर्ती

कर्नाटक के बेलगावी जिले में मोरारजी देसाई आवासीय विद्यालय के 12 छात्र संदिग्ध फूड प्वाइजनिंग के कारण बीमार पड़ गए. रात का खाना खाने के बाद छात्रों को उल्टी और पेट दर्द हुआ, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया. सभी की हालत अब स्थिर है. पुलिस ने खाद्य नमूने जांच के लिए भेजे हैं और लापरवाही की जांच शुरू कर दी गई है.

Advertisement
X
बेलगावी में 12 छात्रों को फूड पॉइजनिंग,अस्पताल में भर्ती  (Photo : representational image)
बेलगावी में 12 छात्रों को फूड पॉइजनिंग,अस्पताल में भर्ती (Photo : representational image)

कर्नाटक के बेलगावी जिले से एक चिंताजनक खबर सामने आई है, जहां एक आवासीय विद्यालय के 12 छात्र संदिग्ध फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए. यह घटना रविवार रात चिक्कोडी तालुक के हिरेकोडी गांव स्थित मोरारजी देसाई आवासीय विद्यालय की है, जहां छात्रों ने रात का भोजन करने के बाद अचानक उल्टी, पेट दर्द और बेचैनी की शिकायत की.

जानकारी के अनुसार, स्कूल प्रशासन ने तुरंत सभी बीमार छात्रों को पास के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया. डॉक्टरों ने बताया कि सभी छात्रों की हालत अब स्थिर है और उनका इलाज जारी है. प्रारंभिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि स्कूल में परोसे गए भोजन में किसी प्रकार की मिलावट या अस्वच्छता के कारण यह हादसा हुआ.

पुलिस ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही वे मौके पर पहुंची और विद्यालय सेखाने के नमूने एकत्र किए. इन्हें जांच के लिए फॉरेंसिक प्रयोगशाला भेजा गया है. चिक्कोडी पुलिस थाने में इस मामले में एक केस दर्ज कर लिया गया है.

सूत्रों के अनुसार, यह घटना उस समय सामने आई है जब कुछ दिन पहले ही एक स्थानीय न्यायाधीश ने विद्यालय का औचक निरीक्षण किया था. निरीक्षण के दौरान न्यायाधीश ने स्कूल के वार्डन और कर्मचारियों को स्वच्छता एवं प्रबंधन की लापरवाही को लेकर कड़ी फटकार लगाई थी. इसके बावजूद स्कूल प्रशासन ने स्थिति में सुधार नहीं किया, जिससे अब यह गंभीर घटना घटित हो गई.

Advertisement

स्थानीय शिक्षा अधिकारी ने बताया कि छात्रों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. जिला प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं और दोषी पाए जाने पर स्कूल प्रबंधन पर कार्रवाई की जाएगी.

यह घटना फिर से इस बात की ओर ध्यान आकर्षित करती है कि कई सरकारी और आवासीय विद्यालयों में भोजन की गुणवत्ता को लेकर गंभीर खामियां हैं. सरकार द्वारा लागू किए गए मिड-डे मील और आवासीय भोजन योजनाओं की निगरानी व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
 

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement